अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के प्रति नारीवादी दृष्टिकोण क्या है?
अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के प्रति नारीवादी दृष्टिकोण क्या है? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क द्वितीय विश्व युद्ध के बाद बदलती वैश्विक व्यवस्था में गैर-राज्य अभिनेताओं, जातीय तनाव और शीत युद्ध का उदय देखा गया। इसने अंतर्राष्ट्रीय संबंधों (IR) के लिये वैकल्पिक दृष्टिकोण की आवश्यकता पर बल दिया जिसमें नारीवादी परिप्रेक्ष्य भी शामिल है जो अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र को लैंगिक आधारित दृष्टिकोण के माध्यम से देखता है। अंतर्राष्ट्रीय…