समाज को बांटने वाले अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक शब्दों की क्या जरूरत है?
समाज को बांटने वाले अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक शब्दों की क्या जरूरत है? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क देश के संविधान की नजर में सभी नागरिक समान हैं। धर्म, लिंग और संप्रदाय के आधार पर उनमें भेदभाव नहीं किया जा सकता है। उनके अधिकार-कर्तव्य भी एक जैसे हैं। वसुधैव कुटुंबकम की अवधारणा को साकार करने वाले देश…