पंडित मदन मोहन मालवीय जी का क्या था स्वराज्य?
पंडित मदन मोहन मालवीय जी का क्या था स्वराज्य? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क स्वतंत्रता का न होना, उन्नति के अवसरों को खोना है, उन्नति के अवसरों को खोना, अधःपतन है; और अधःपात मृत्यु के तुल्य है। – -पंडित मदन मोहन मालवीय पंडित मदन मोहन मालवीय स्वराज्य को मानवीय धर्म का महामंत्र मानते थे; क्योकि पराधीनता…