जब कानून का राज होता है तब माफिया की आत्मा भी कांपती है,क्यों?
जब कानून का राज होता है तब माफिया की आत्मा भी कांपती है,क्यों? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क जब माफिया का राज होता है तो जनता थर थर कांपती है और जब कानून का राज होता है तो माफिया के हाथ पैर ही नहीं उसकी आत्मा भी कांपती है। माफिया डॉन अतीक अहमद पर सौ से…