संविधान-निर्माताओं ने समान नागरिक संहिता का वचन क्यों दिया था?
संविधान-निर्माताओं ने समान नागरिक संहिता का वचन क्यों दिया था? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क भारत जैसे सेकुलर देश में विभिन्न धार्मिक समुदायों के लिए भिन्न-भिन्न पर्सनल लॉ नहीं होने चाहिए। संविधान ने भी यह स्पष्ट किया है। अनुच्छेद 44 कहता है- राज्यसत्ता समूचे भारत के परिक्षेत्र में नागरिकों के लिए समान नागरिक संहिता सुनिश्चित करने…