भारत में शिक्षा के क्षेत्र में बहुभाषावाद क्यों महत्त्वपूर्ण है?
भारत में शिक्षा के क्षेत्र में बहुभाषावाद क्यों महत्त्वपूर्ण है? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क बहुभाष्यता या बहुभाषावाद (Multilingualism) एक से अधिक भाषाओं को बोलने, समझने, पढ़ने और लिख सकने की क्षमता है। यह व्यक्तिगत या सामाजिक क्षमता हो सकती है, जो इस बात पर निर्भर करती है कि कोई व्यक्ति या समुदाय एक से अधिक भाषाओं का…