
युवा विवेकानन्द से सबल, सुदृढ़, सुंदर और भव्य स्वरूप का आचमन सीख सकते है!
युवा विवेकानन्द से सबल, सुदृढ़, सुंदर और भव्य स्वरूप का आचमन सीख सकते है! श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क 11 सितंबर 1893। इसी दिन शिकागो में आयोजित धर्म महासभा में सनातन हिन्दू धर्म दर्शन से विश्व का परिचय कराने के बाद स्वामी विवेकानंद के आत्मतेज के आलोक से दुनिया परिचित हुई। यह सर्वविदित है। लेकिन उस…