नव संवत्सर पर हिंदू धर्म व संस्कृति के संरक्षण का लें संकल्प–दत्तात्रेय होसबाले.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
नव संवत्सर शुभारंभ के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने दिल्ली से जारी अपने वीडियो संदेश में कहा कि नववर्ष का उत्सव मनाते हुए हमें हिंदू धर्म, संस्कृति और समाज के संरक्षण का संकल्प लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हम सभी को संघ के संस्थापक डा. केशव बलिराम हेडगेवार के जीवन से सेवा, समर्पण और देशभक्ति की प्रेरणा लेनी चाहिए। वर्ष प्रतिपदा के दिन ही उनका जन्म हुआ था।
सरकार्यवाह ने कहा कि कोरोना के कारण पिछले दो वर्ष हमलोग नववर्ष का उत्सव ठीक से नहीं मना पाए। इस बार भारतीय नववर्ष का उत्सव नए उल्लास और हर्ष के साथ मनाएं। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के दिन ही भारतीयों के लिए और हिंदुओं के लिए नववर्ष प्रारंभ होता है। भारतीयों के साथ साथ विश्व के लिए यह वर्ष अच्छा रहेगा। उन्होंने कहा कि विश्व में अशांति, युद्ध की स्थिति और तनाव जैसी परिस्थितियों से मुक्त होकर हम समूची मानवता के लिए सुख, शांति और समृद्धि प्राप्त करके एक नए अध्याय का प्रारंभ करेंगे।
इस बार का नवसंवत्सर उत्सव खास रहा। कोरोना संक्रमण की पाबंदियों के कारण दो वर्ष से यह उत्सव नहीं मनाया जा पा रहा था। दो वर्ष बाद भारतीय नववर्ष का उत्सव (नवसंवत्सर) समारोह के साथ मनाया गया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों ने पथ संचलन और शोभायात्रा निकालकर इस अवसर को और भी खास बनाया। जगह-जगह सामूहिक कार्यक्रमों में स्वयंसेवकों ने शारीरिक प्रदर्शन भी किया। वहीं, कई जगह सुबह तालाबों में दीप दान कर लोग नववर्ष का स्वागत करते नजर आए। सुबह से ही एक-दूसरे को नववर्ष की बधाई देने का भी सिलसिला जारी रहा।
चार अप्रैल से देहरादून में होगी संघ की चिंतन बैठक
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की चिंतन बैठक चार से 11 अपै्रल तक उत्तराखंड के देहरादून के रायवाला स्थित आरोवैली आश्रम में होगी। बैठक में संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ ही संघ की समूची अखिल भारतीय कार्यकारिणी भाग लेगी। चिंतन बैठक में संघ के विस्तार और आगामी कार्यक्रमों को लेकर चर्चा होगी। इस बीच पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने शनिवार शाम को आरोवैली आश्रम पहंुचकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने संघ प्रमुख के रूट प्लान के अनुसार की गई व्यवस्था का निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उधर, प्रशासन भी इस महत्वपूर्ण बैठक को लेकर चौकन्ना है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने कहा है कि अंग्रेजों के जमाने से भारतीय समाज की छवि को अज्ञानता या साजिशपूर्वक गलत तरीके से दर्शाया गया, अब द ग्रैड नैरेटिव आफ इंडिया के विमर्श की जरूरत है। संघ हर जिले में एक आदर्श गांव बनाएगा। महानगर में शुक्रवार से चल रही संघ की प्रतिनिधि सभा की बैठक के अंतिम दिन होसबाले ने पत्रकारों को बताया कि आजादी के आंदोलन में सबका योगदान था, वैज्ञानिक, व्यापारी आदि ने भी इसमें योगदान किया। अब संघ ऐसे व्यक्तित्व को भी समाज के समक्ष लाएगा। संयुक्त भारत के उनके सपने को साकार करने को युवाओं को आगे आना चाहिए। चुनाव देश का एक बड़ा पर्व है। दुनिया में भारत की चुनाव की पद्धति पर गर्व है।
गांवों में ही युवकों को स्वरोजगार में मदद करेगा संघ
गांवों से लोग शहरों में पलायन को मजबूर होते हैं, इसलिए संघ गांवों में ही युवकों को स्वरोजगार में मदद करेगा। कुटीर उद्योग, लघु उद्योग, हस्तकला व कृषि क्षेत्र में वे आजीविका कमाने के साथ समाज व राष्ट्र का भी चिंतन करें। कोरोना के दौरान आनलाइन शिक्षण से बच्चों का व्यक्तित्व विकास बाधित हुआ, जो स्कूल में बैठकर पढ़ा, सीखा जा सकता है, वह स्क्रीन पर नहीं हो पाता है।
होसबाले ने कहा कि संघ ने हर जिले में एक आदर्श गांव का लक्ष्य रखा है। गांवों में पर्यावरण संरक्षण, गौसेवा, परिवार मूल्यों के संवर्धन के साथ गांवों की छवि को निखारा जाएगा। उन्होंने कहा कि संघ की शाखाएं व साप्ताहिक मिलन के जरिए लोगों में राष्ट्र भावना जगाना है, ताकि समाज शक्ति, समरसता, एकता को बढ़ाया जा सके। शहरों की बस्तियों में भी संघ अपनी शाखाएं शुरू करेगा।देश में स्वच्छता को लेकर होसबाले ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पांच साल इस लक्ष्य को सामने रखा, लोगों ने इसे अपनाया लेकिन सिविक सेंस की कमी दिखाई देती है। उनका कहना है कि लोगों को अपने परिवार व आर्थिक उपार्जन के अलावा समाज के ऋण को पूरा करने को आगे आना चाहिए।
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