किशनगंज में 18 – 44 वर्ष के कुल 843422 युवा के टीकाकरण का लक्ष्य
– जिले में कम हो रहा संक्रमण दर:
– हल्के लक्षण भी दिखे तो ना करें नजरंदाज, करें अलग रहने की व्यवस्था:
– टीका लेने के बाद भी सुरक्षा मानक हैं आवश्यक :
श्रीनारद मीडिया, किशनगंज, (बिहार):
कोरोना संक्रमण से बचाव में वैक्सीन की अहमियत अब किसी से छुपी हुई नहीं है। यही कारण है कि जिले के प्रत्येक टीका केन्द्रों पर लोगों की भीड़ देखी जा सकती है। “सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने कहा कोविड वायरस के खिलाफ विश्वभर में हो रहे शोधों ने यह स्पष्ट किया है कि टीका लेने वालों में संक्रमित होने की आशंका टीका नहीं लेने वालों की अपेक्षा काफी कम होती है। जहां पहले डोज़ से शरीर में कोरोना जीवाणु के खिलाफ एंटीबॉडी बनना और रोग प्रतिरोधक क्षमता का बढ़ना शुरू होता है। वहीं दूसरे डोज़ से वह सुरक्षा चक्र पूरी तरह मुकम्मल होता है। इससे लंबे समय के लिए शरीर को कोरोना के साथ साथ दूसरे गंभीर और संक्रामक रोगों से भी सुरक्षा मिलती है। ऐसे में अगर एक भी डोज़ छूट जाए तो शरीर के सुरक्षा चक्र में रुकावट आ जाती है । इसलिए एक भी डोज़ छूटने न पाये। जब टीका लेने वालों की संख्या 95 प्रतिशत से अधिक हो जाएगी, तब संक्रमित होने वालों की संख्या अपने आप कम हो जाएगी। जितने अधिक लोग टीका लेंगे, कोरोना की चेन उतनी तेजी से टूटेगी। इसलिए टीका लेने में संकोच नहीं करें। उत्साह दिखाएं। टीका के बारे में किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान नहीं दें। जिले में प्रतिदिन 3000 व्यक्ति की जांच और इलाज का दायरा बढ़ाने के बाद 2500 व्यक्ति का टीकाकरण चल रहा है। अब 18 साल से अधिक उम्र के युवाओं का भी टीकाकरण शुरू हो गया है।जिले में 18 – 44 वर्ष के कुल 843422 लक्ष्य तय किया गया है। जिसमें से 2535 युवाओ ने टीका लिया है। युवा टीका लेने में उत्साह भी दिखा रहे हैं, लेकिन कई लोग कोरोना टीका का पहला डोज ले लेने के बाद दूसरा डोज समय पर नहीं ले रहे हैं। कुछ लोग इसकी अनदेखी कर रहे हैं। ऐसा नहीं करें। इस तरह की लापरवाही ठीक नहीं है।
जिले में कम हो रहा संक्रमण दर:
सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने कहा जिला में विगत कुछ दिनों से इनके आंकड़ों में कमी आ रही है। यह सुखद है और समुदाय की सहयोगिता से ही यह संभव हो सका है।जिले में आज भी 154 व्यक्ति संक्रमित पाए गये हैं वहीं आज 125 व्यक्ति संक्रमण से ठीक भी हुए हैं। जिले में संक्रमण की दर 1.8% है। वहीं रिकवरी दर 82.0% है।
जिले में सबसे ज्यादा संक्रमण नगर परिषद् क्षेत्र 779 में है संक्रमण की स्थिति बनी हुई है इसलिए संक्रमण के नियमों का पालन कर ही खुद को बचाया जा सकता है।
हल्के लक्षण भी दिखे तो ना करें नजरंदाज, करें अलग रहने की व्यवस्था:
सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने बताया यदि संक्रमण के कोई भी लक्षण दिखे तो कोई भी कोताही ना बरतें। स्वयं को घर में ही आइसोलेट करें। परिवार के दूसरे सदस्यों से दूर रहें और अपने इस्तेमाल में आने वाली हर चीज जैसे कपड़े, तौलिया, साबुन, बर्तन, बिस्तर यहाँ तक कि शौचालय भी अलग रखें और दूसरों को उसे इस्तेमाल न करने दें।
टीका लेने के बाद भी सुरक्षा मानक हैं आवश्यक:
सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने कहा कि कोरोना टीका का दोनों डोज ले लेने के बाद भी सावधानी जरूरी कोरोना प्रोटोकॉल का पालन सुरक्षा के नजरिए से बहुत जरूरी है।इसलिए टीका लेने के पहले हो या टीका लेने के बाद में सभी सुरक्षा मानकों का पालन बेहद कड़ाई से करें और अपने आस-पास के लोगों को भी ऐसा करने को प्रेरित करें। याद रहे जब तक हर किसी को दवाई नहीं , तब तक किसी भी तरह की कोई ढिलाइ नहीं। ऐसा नहीं कि हमने कोरोना का टीका ले लिया तो अब पूरी तरह से सुरक्षित हो गए। ऐसा तब तक नहीं होगा, जबतक कि सभी लोग टीका नहीं ले लेते हैं। तब तक टीका लेने वालों को भी कोरोना की गाइडलाइन का पालन करना होगा। घर से बाहर निकलते वक्त मास्क लगाना होगा। भीड़भाड़ से बचना होगा। सामाजिक दूरी का पालन करना होगा। एक-दूसरे के बीच दो गज की दूरी रखनी होगी। घर में भी बात करते वक्त मास्क जरूर लगाएं।
टीका लेने में युवाओँ की तरह दिखाएं उत्साहः
सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने कहा कि अब तो जिले में काफी संख्या में लोगों का टीकाकरण हो गया है। टीका लेने के बाद किसी को कोई साइड इफेक्ट नहीं हुआ है। इसलिए टीका लेने में उत्साह दिखाएं और अधिक से अधिक संख्या में लोग टीका लेने के लिए केंद्र पर पहुंचे। अभी जिस तरह से युवावर्ग टीका लेने में उत्साह दिखा रहे हैं, उसी तरह से 45 से अधिक उम्र के लोगों को भी टीका लेने में उत्साह दिखाना चाहिए। इससे सभी लोगों का जल्द से जल्द टीकाकरण हो सकेगा और हमलोग कोरोना पर जल्द विजय पा लेंगे। 45 से अधिक उम्र वाले व्यक्तिओ की टिका की व्यवस्था पूर्व की तरह है उपलब्ध है।