नई शिक्षा नीति में शिक्षकों का होगा मूल्यांकन : प्रो. पवन सिन्हा

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राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर विचार गोष्ठी का हुआ आयोजन
राष्ट्रीय स्तर के चिंतकों ने अपने विचार रखे
शिक्षकों के दायित्व एवं चुनौतियां पर हुई चर्चा

श्रीनारद मीडिया,एम सावर्ण,भगवानपुर हाट, सीवान (बिहार):

शैक्षिक संवाद कार्यक्रम का उद्घाटन करते मुख्य अतिथि प्रो पवन सिन्हा एवं प्रो ज्ञानदेव मणि त्रिपाठी व अन्य

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर शैक्षिक संवाद विचार का आयोजन प्रखंड के सुघरी के एक विवाह भवन में शनिवार को हुआ। इसमें शिक्षकों के दायित्व एवं चुनौतियां विषय पर चर्चा हुई। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि प्रो. पवन सिन्हा गुरुजी, विशिष्ट अतिथि शिक्षाविद प्रो. ज्ञानदेवमणि त्रिपाठी, राष्ट्रीय साक्षरता केन्द्र प्रकोष्ठ एनसीईआरटी के प्रभारी प्रो. उषा शर्मा, भारतीय ज्ञान शोध संस्थान गाजियाबाद के शोध समन्वयक ज्योति देसवाल, डीपीओ स्थापना राजेन्द्र प्रसाद, डीपीओ एसएसए अवधेश बाबू, बीडीओ डॉ. कुंदन ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर किया।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रो. पवन सिन्हा गुरुजी ने कहा कि नई शिक्षा नीति में शिक्षकों का मूल्यांकन होगा। शिक्षकों को बच्चों के अंदर छुपी प्रतिभा को समझकर उसे निखारना होगा। हर बच्चे का दिमाग एक-दूसरे से अलग होता है। हमें इसे समझकर उसके अंदर उसके अनुरूप गुणों का विकसित करने का कार्य करना होगा। शिक्षा का मतलब सिलेबस को पूरा करना नहीं बल्कि मनुष्य बनाना है।

उन्होंने कहा कि हमारा देश विश्व गुरु रहा है, लेकिन आज क्यों नहीं है। उन्होंने बताया कि इसका कारण यह है कि हमने अपने ज्ञान को खुद छोड़ा। जब हमने अपनी संस्कृति छोड़ी तो अंग्रेजों की संस्कृति आ गई।

प्रो. ज्ञानदेवमणि त्रिपाठी ने कहा कि नई शिक्षा नीति व्यक्तिगत उन्नयन का है। हमारी सबसे बड़ी चुनौती है कि हम बदलना नहीं चाहते। अपनी भाषा का आदर करें, उससे दूर नहीं भागें। तकनीक से भागें नहीं। कार्यक्रम की शुरुआत में अतिथियों का स्वागत किया गया।

बीडीओ डॉ. कुंदन ने आए हुए अतिथियों का स्वागत करते हुए अपने विचार व्यक्त किया। प्रो. उषा शर्मा, ज्योति देसवाल ने अपने विचार व्यक्त किए।

कार्यक्रम के संयोजक सह राष्ट्रीय साधनसेवी डॉ. सुमन कुमार सिंह ने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 देश के सुनहरे भविष्य और आदमी के गरिमापूर्ण जीवन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से एक महत्वकांक्षी दास्तवेज के रूप में सामने आया है।

कार्यक्रम को सफल बनाने में वरीय साधनसेवी राजीव कुमार श्रीवास्तव, पुष्पा कुमारी, विनय कुमार सिंह ने सहयोग किया। मौके पर बीईओ मो. मोकीमोउद्दीन, प्रो. सूर्यदेव प्रसाद, उर्मिला जी, अमिताभ कुमार, प्रखंड के शिक्षक अन्य लोग थे।

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