टीम इंडिया ने 5 दिन में खत्म कर दिया 10 दिन का दो टेस्ट, इंग्लैंड चारो खाने
चित.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
भारतीय क्रिेकेट टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई चार मैचों की सीरीज में चमत्कारी प्रदर्शन किया। पहला मैच हारने के बाद दमदार वापसी करते हुए लगातार तीन मैच जीता और सीरीज अपने नाम कर ली। इस जीत ने भारत टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में जगह दिला दी। इंग्लैंड के लिए सबसे शर्मनाक बात यह रही की पिछले दो टेस्ट मैच में वह 10 दिन की जगह 5 दिन ही टिक पाया।
टेस्ट में भारतीय टीम बेस्ट है और इस बात को उन्होंने इंग्लैंड को पिछले दो टेस्ट में 5 दिन में ढेर करते हुए साबित किया। भारत ने सीरीज का आखिरी मुकाबला महज तीन दिन के भीतर पारी और 25 रन से जीता। पहली पारी में इंग्लैंड की पूरी टीम 205 रन बना पाई तो दूसरी पारी में 135 रन पर ही सिमट गई। भारत ने पहली पारी में 365 रन बनाए थे और इतना ही जीत के लिए काफी साबित हुआ।
5 दिन में खत्म हुआ दो टेस्ट मैच
भारत ने पिंक बॉल टेस्ट को महज दो दिन में इंग्लिश टीम को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था। पहली पारी में इंग्लैंड ने 112 रन बनाए तो दूसरी में महज 81 रन पर सिमट गई। भारत ने पहली पारी में 145 रन बनाए थे और जीत के लिए उसके सामने चौथी पारी में 49 रन की लक्ष्य था। इंग्लैंड के खिलाफ अक्षर पटेल ने 11 विकेट चटकाए तो अश्विन ने 7 विकेट अपने नाम किए।
अहमदाबाद में खेले गए आखिरी मुकाबले में इंग्लैंड की टीम पहली पारी में स्पिन के आगे फिर लाचार दिखी। अक्षर पटेल, आर अश्विन और वॉशिंग्टन सुंदर ने मिलकर 8 विकेट चटकाए। दूसरी पारी में भी फिरकी ने जादू चलाया जहां अश्विन और अक्षर ने 5-5 विकेट चटकाए हुए इंग्लैंड को पस्त कर दिया।
विराट कोहली ने बतौर टेस्ट कप्तान भारतीय धरती पर लगातार 10 टेस्ट सीरीज जीतने का कमाल किया और उन्होंने महेंद्र सिंह धौनी का रिकॉर्ड तोड़ दिया जिन्होंने इससे पहले भारतीय धरती पर लगातार अपनी कप्तानी में 9 टेस्ट सीरीज में जीत दर्ज की थी। विराट कोहली ने चार मैचों की टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड को 3-1 से हराकर ये एतिहासिक सफलता अपने नाम पर दर्ज की। इस विराट जीत के बाद कोहली टीम के प्रदर्शन से काफी खुश नजर आए।
इंग्लैंड के खिलाफ मिली जीत के बाद टीम इंडिया शान के साथ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भी पहुंच गई। चौथे टेस्ट मैच में पारी और 25 रन से मिली जीत के बाद विराट कोहली ने कहा कि, पहले टेस्ट मैच में इंग्लैंड ने हमें चेन्नई में हर क्षेत्र में मात थी, लेकिन इसके बाद दूसरे टेस्ट मैच में चेन्नई में ही हमने जिस तरह की वापसी की वो उससे मुझे सबसे ज्यादा खुशी हुई। पहले टेस्ट मैच में इंग्लैंड ने हमें हराया क्योंकि इसमें टॉस ने अहम भूमिका निभाई और हमारे गेंदबाज पूरी तरह से लय में नहीं थे। इसके बाद हमने ज्यादा दम लगाकर गेंदबाजी और फील्डिंग की तो सीरीज में वापसी हुई और ये दिल को सुकून देने वाला रहा।
विराट कोहली ने टीम की बेंच स्ट्रेंथ की जमकर तारीफ की और कहा कि, हमारी बेंच स्ट्रेंथ बेहद मजबूत है और ये भारतीय क्रिकेट के लिए बहुत ही अच्छी बात है। अच्छी बात ये है कि, टीम में जब कोई बदलाव होता है तो प्रदर्शन में कोई गिरावट नहीं आती। चौथे मुकाबले में रिषभ पंत और वॉशिंगटन सुंदर की साझेदारी व उनकी पारी ने भारतीय पारी को संभाल लिया।
विराट ने कहा कि, पहल मैच में मिली हार के बाद हमें अपनी शारीरिक भाषा में सुधार करने की जरूरत थी और हमने यही किया। इंटरनेशनल क्रिकेट में हर टीम मजबूत है और उन्हें हराने के लिए कड़ी मेहनत करनी होती है चाहे बेशक आप अपनी धरती पर ही क्यों ना खेल रहे हों। रोहित शर्मा की तारीफ करते हुए विराट ने कहा कि, चेन्नई में उनकी पारी निर्णायक रही तो वहीं आर अश्विन पिछले कई साल से टीम के सबसे भरोसेमंद खिलाड़ी रहे हैं और वो इस टेस्ट सीरीज में भी हमारे सबसे बेस्ट खिलाड़ी रहे। आपको बता दें कि आर अश्विन ने इस टेस्ट सीरीज में कुल 32 विकेट लिए और वो प्लेयर ऑफ द सीरीज भी चुने गए। वहीं चौथे मैच में 101 रन की पारी खेलने वाले रिषभ पंत को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
भारतीय क्रिकेट टीम के स्पिनर आर अश्विन ने एक बार फिर से अपनी फिरकी का कमाल दिखाया है। इंग्लैंड के खिलाफ चार मैचों की टेस्ट सीरीज में उन्होंने कुछ ऐसा किया जो इससे पहले किसी भारतीय गेंदबाज ने नहीं किया था। सीरीज के दौरान अश्विन ने 30 से ज्यादा विकेट चटकाए और यह कमाल उन्होंने करियर में दूसरी बार किया है। इससे पहले किसी भी भारतीय गेंदबाज ने ऐसी शानदार कामयाबी हासिल नहीं की थी।
अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में सीरीज के चौथे मैच में इंग्लैंड की दूसरी पारी में कप्तान जो रूट का विकेट हासिल करने के साथ ही सीरीज में 30वां विकेट पूरा किया। यह अश्विन के टेस्ट करियर में दूसरा मौका था जब किसी एक सीरीज के दौरान उन्होंने 30 या इससे ज्यादा विकेट हासिल किए हैं। इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के चार मैच की 8 पारी में अश्विन ने 32 विकेट चटकाए।
अश्विन ने दिग्गजों को छोड़ा पीछा
इससे पहले भारत की तरफ से भारत के दिग्गज गेंदबाज बिशन सिंह बेदी, बी चंद्रशेखर, कपिल देव, हरभजन सिंह ने एक सीरीज में 30 विकेट हासिल किए थे। ये सभी अपने टेस्ट करियर में महज एक बार ही ऐसा कमाल दिखा पाए। अश्विन ने इन सभी को पीछे छोड़ते हुए दूसरी बार किसी सीरीज में 30 विकेट चटकाए हैं।
2015 में पहली बार अश्विन ने झटके 30 विकेट
भारत के इस अनुभवी स्पिनर ने इससे पहले साल 2015 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेली गई सीरीज के दौरान भी ऐसा ही कमाल किया था। 4 मैचों की सीरीज के दौरान अश्विन ने पहली बार टेस्ट सीरीज में 30 विकेट हासिल किया था। अश्विन ने 6 साल बाद फिर से उसी प्रदर्शन को दोहराया है।