जरूरतमंदों को रक्त उपलब्ध कराती है युवाओं की ‘टीम पूर्णिया’
थैलेसीमिया मरीजों को बचाने पर विशेष जोर:
कोरोना से निपटने एवं टीका लगाने के लिए भी लोगों को किया जागरूक:
जरूरतमंदों का साथी बनना ही हमारे जीवन की विशेष उपलब्धि : संस्थापक विकास
श्रीनारद मीडिया, पूर्णिया, (बिहार):
सभी मनुष्यों को अपने शरीर में पर्याप्त रक्त की आवश्यकता रहती है। ऐसे में जब कोई बीमार होता है और उन्हें रक्त की जरूरत महसूस होती है तो उन्हें ‘टीम पूर्णिया’ की याद आती है। यह टीम जिले में हर जरूरतमंदों का साथी बनने के लिए हमेशा तैयार रहती है। टीम पूर्णिया कुछ युवाओं द्वारा बनाई गई टीम है जो लोगों को हर मुश्किलों को हल करने में मदद करती है। ‘टीम पूर्णिया’ की मुख्य रूप से जरूरतमंद लोगों को सही समय पर रक्त उपलब्ध कराने में मदद करती है जिससे कि सम्बंधित व्यक्ति अपना जीवन सुरक्षित कर सके। इसका लाभ जिले के सामान्य लोगों को तो होता ही है लेकिन मुख्य रूप से थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों के लिए एक वरदान की तरह है। थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों को नियमित रक्त की आवश्यकता होती है और जिले में रक्त उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में सभी युवा मिलकर किसी भी समय ऐसे बच्चों को रक्त उपलब्ध करवाते हैं।
थैलेसीमिया मरीजों को बचाने पर विशेष जोर:
टीम पूर्णिया के युवा सदस्य रविनेश पोद्दार ने बताया जिले में बहुत से ऐसे बच्चे हैं जो थैलेसीमिया के रोग से ग्रसित हैं। इस रोग से ग्रसित बच्चों के शरीर में हीमोग्लोबिन निर्माण प्रक्रिया में समस्या हो जाती है और उनमें रक्तक्षीणता के लक्षण उत्पन्न हो जाते हैं। पीड़ित बच्चों के शरीर में रक्त की भारी कमी होने लगती है जिस कारण उन्हें बार-बार खून चढ़ाने की जरूरत होती है। जिले के अस्पतालों में रक्त की कमी होने और पीड़ित बच्चों के परिजनों द्वारा भी रक्त दे सकने की स्थिति में बच्चों को बहुत समस्या होने लगती है। ऐसे में हम युवा टीम पूर्णिया के सदस्य अपने सहयोगियों या दोस्त लोगों से मदद मांगकर उन्हें रक्त उपलब्ध कराते हैं जिससे कि पीड़ित बच्चा सुरक्षित रह सके। थैलेसीमिया के अलावा भी अगर कोई बीमार व्यक्ति को रक्त की आवश्यकता होती है और उन्हें रक्त नहीं मिल पाता है तो हमलोग उन्हें किसी स्वास्थ्य युवाओं से रक्त उपलब्ध कराने की कोशिश करते हैं।
कोरोना से निपटने एवं टीका लगाने के लिए भी लोगों को किया जागरूक :
टीम पूर्णिया की सदस्य निशा रॉय ने बताया टीम पूर्णिया के सदस्यों द्वारा कोरोना काल में भी जरूरतमंदों को रक्त उपलब्ध कराने के साथ-साथ ऑक्सीजन या जरूरी दवाओं की व्यवस्था करवाई गई। संक्रमण की दूसरे लहर के बाद भी जब लोगों द्वारा टीका लगाने से परहेज किया जा रहा था तो ऐसे में टीम के सदस्यों ने ग्रामीण क्षेत्रों तक प्रचार रथ के द्वारा लोगों को टीकाकरण के लिए जागरूक किया। उन्हें बताया गया कि सरकार द्वारा लगवाया जा रहा टीका पूरी तरह सुरक्षित है और इससे लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। टीम पूर्णिया द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के बीच टीकाकरण को लेकर अफवाहों को दूर करने का प्रयास किया गया ताकि सभी लोग टीकाकरण सुविधा का लाभ उठाकर संक्रमण से सुरक्षित रह सकें। इसमें टीम पूर्णिया के – डॉ. रूबी, अमन केशरी, नीतीश कुमार, मनोज मोनू,अमृत, सुमित, हिमांशु, कृष्णा, प्रणव, दीपक, राजवीर, राज सामर्थ, मधु, विशाल, विराद आदि का पूर्ण योगदान रहता है।
‘जरूरतमंदों का साथी बनना ही हमारे जीवन की विशेष उपलब्धि : संस्थापक विकास
टीम पूर्णिया के संस्थापक विकास आदित्य ने कहा कि टीम में ज्यादातर युवा वर्ग के लोग शामिल हैं जो हमेशा लोगों की मदद करने के लिए तैयार रहते हैं। हमारा मुख्य उद्देश्य लोगों को सुखी करना है। अगर उन्हें किसी तरह की कोई समस्या है और हम उसकी मदद कर सकते हैं तो हम जरूर उनकी मदद करते हैं। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बाद से ही जिले में रक्त की बहुत अनुपलब्धता होती थी जिससे जरूरतमंद लोगों को तकलीफ उठानी पड़ती थी। ऐसे में टीम पूर्णिया द्वारा उन्हें हरसंभव मदद किया जाता था। फरवरी के बाद से ही अबतब टीम पूर्णिया द्वारा जिले में हर महीने लगभग 40-50 यूनिट रक्त जरूरतमंदों को उपलब्ध कराई गई है जो एक अच्छी पहल है। हम आगे भी लोगों की इसी तरह मदद करने के लिए हमेशा तैयार है।
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