सत्ता में आने पर 50 प्रतिशत आरक्षण की सीमा हटा दी जाएगी- राहुल गांधी
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी पहले ‘400 पार’ का नारा दे रहे थे और अब 150 पार भी नहीं बोल रहे। क्योंकि.. जनता समझ गई है कि भाजपा के लोग 400 पार के नारे की आड़ में संविधान और गरीबों के अधिकार छीनना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि देश में आरक्षण, वोट, अधिकार.. ये सभी संविधान की देन हैं। अगर संविधान नहीं रहा तो आदिवासी साथियों के हाथ से जल-जंगल-जमीन गायब हो जाएंगे। हम जिन्हें ‘आदिवासी’ कहते हैं, भाजपा के लोग उन्हें ‘वनवासी’ कहते हैं। कांग्रेस के चुनावी वादों पर प्रकाश डालते हुए गांधी ने कहा कि ‘इंडिया’ के सत्ता में आने के बाद 50 प्रतिशत आरक्षण की सीमा हटा दी जाएगी।
राहुल ने कहा कि हमारे लिए आदिवासी का मतलब- जो देश के सबसे पहले मालिक हैं। लेकिन भाजपा के लोग आपको ‘वनवासी’ कहते हैं, क्योंकि वे चाहते हैं आपको जल-जंगल-जमीन न मिले। उन्होंने कहा कि आरक्षण एक सोच है। इसका मतलब है हिंदुस्तान के पिछड़ों, दलितों, आदिवासियों को उनकी भागीदारी मिलनी चाहिए। लेकिन.. जब ये सरकारी चीजों को प्राइवेट करते हैं, आरक्षण को खत्म करते हैं। अग्निवीर जैसी स्कीम लाते हैं, आरक्षण को खत्म करते हैं। उन्होंने कहा कि पब्लिक सेक्टर में दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों को जगह मिलती थी, लेकिन जैसे ही उसे प्राइवेट किया जाता है, इनको जगह नहीं मिलती।
गांधी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह चुनाव साधारण चुनाव नहीं है। एक तरफ कांग्रेस पार्टी, इंडिया गठबंधन और दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी के लोग हैं। उन्होंने संविधान की पुस्तक को दिखाते हुए कहा, यह चुनाव संविधान को बचाने का चुनाव है, संविधान को प्रधानमंत्री जी, भाजपा के नेता और आरएसएस के लोग बदलना और खत्म करना चाहते हैं।
एक तरफ वह संविधान को खत्म करने में लगे हैं, दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी इसे बचाने की कोशिश कर रही है। गांधी ने कहा कि संविधान सिर्फ एक पुस्तक नहीं है, बल्कि यह इस देश में गरीबों को अधिकार देता है, उनकी रक्षा करता है और उनके भविष्य की देखभाल करता है, लेकिन भाजपा चाहती है कि इसे फाड़ कर फेंक दिया जाए।
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