अठारह दिनों से मृत बेटे का शव देखने के लिए 90 वर्षीय वृद्ध माता पिता की आंखे पथराई

अठारह दिनों से मृत बेटे का शव देखने के लिए 90 वर्षीय वृद्ध माता पिता की आंखे पथराई.

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18 अगस्त की शाम को अफ्रीका के लाइबेरिया में नरहन निवासी अच्छेलाल चौहान की हो गई है मौत

श्रीनारद मीडिया, प्रसेनजीत चौरसिया, रघुनाथपुर, सीवान (बिहार)

सीवान जिले के रघुनाथपुर प्रखंडक्षेत्र के नरहन गांव निवासी 50 वर्षीय मजदूर अच्छेलाल चौहान की मौत 18 अगस्त 2021 को अफ्रीका के

 

लाइबेरिया में एक निजी कम्पनी में काम करने के दौरान हो गई.घटना के अठारह दिन बाद भी मृत बेटे का शव देखने के लिए 90 वर्षीय वृद्ध माता

 

राधिका देवी व पिता राजदेव चौहान की आंखे पथरा गई है.पत्नी व चार बच्चों का तो रो-रोकर बुरा हाल हो गया है।चार भाइयो में तीसरे नम्बर के

 

मजदूर अच्छेलाल चौहान अपने घर की माली हालत को सुधारने व बेटी ब्याहने के लिए पैसा जुटाने हेतु अपने वतन से दूर सात समंदर पार

अफ्रीका के लाइबेरिया में एक स्टील कम्पनी में कच्चा माल भट्ठी पर गलाने का काम करते थे. 17 अगस्त की शाम को 7 बजे के करीब काम

 

करने के दरम्यान भठ्ठी के ऊपर का चैन टूटने के कारण कच्चा लोहा शरीर पर गिर गया.ऐसी सूचना परिजनों को कम्पनी के अधिकारियों ने दी।

 

पत्नी,चार बच्चे,वृद्ध माता पिता सहित ग्रामवासी भी मृत अच्छेलाल के शव को वतन वापसी का कर रहे हैं इंतजार साथ ही सीवान जिलाधिकारी

 

अमित कुमार पाण्डेय व सांसद कविता सिंह को लिखित शिकायत देकर मृत मजदूर के शव को वतन वापसी की गुहार लगा रहे है.मालूम हो कि मृत मजदूर अच्छेलाल का शव भारत आने में कोविड का मुख्य कारण बताया जा रहा है।


चार संतानों में दो पुत्र व दो पुत्री है.अंजली कुमारी 18 वर्ष,राहुल कुमार चौहान 15 वर्ष,अर्चना कुमारी 12 वर्ष व आशीष कुमार 10 वर्ष का है। बड़ी बेटी अंजली की शादी करने के लिए अप्रैल 21 में अच्छेलाल को घर आना था लेकिन कोरोना के कारण फ्लाइट बन्द होने के कारण कम्पनी ने छुट्टी का समय बढ़ा दिया था.नही तो आज अच्छेलाल अपने परिवार के साथ जीवित होता।

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