धोखाधड़ी के मामले में फर्जी रिपोर्ट हाई कोर्ट में लगाना ASI को महंगा पड़ गया

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श्रीनारद मीडिया,  राकेश सिंह, स्टेट डेस्क :

धोखाधड़ी के मामले में फर्जी रिपोर्ट हाई कोर्ट में लगाना ASI को महंगा पड़ गया। ASI ने कोर्ट में कहा कि कोरोना के चलते संदेहियों से पूछताछ नहीं हो सकी। फोन भी लगाया, लेकिन नहीं लगा। घटना मार्च 2020 से मई 2020 के बीच बहोड़ापुर की है। हाई कोर्ट में लगाए ज्यादातर दस्तावेज की भाषा एक सी और सामान्य थी। इस पर कोर्ट ने नाराजगी जताई। SP को जांच के लिए कहा।

जब ASI की मोबाइल की CDR (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) निकाली गई तो पता लगा कि वह न तो आरोपियों के घर तक गया और न ही कोई कॉल किया। इसके बाद SP ग्वालियर ने तत्काल ASI रामेन्द्र सेंगर को सस्पेंड करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। इस मामले में 15 मार्च को एसपी को कोर्ट में पालन प्रतिवेदन रिपोर्ट पेश करना है।

शहर के दानाओली निवासी दीपक कुमार जैन ने अपनी फर्म के जरिए वर्ष 2016 में सकुमा एक्सपोर्ट कंपनी नामक फर्म से सोया तेल खरीदने डील की थी। इसके लिए उन्होंने 2 करोड़ 51 लाख रुपए कंपनी को भुगतान किया था। पर जब माल आया तो उसमें से 33 मैट्रिक टन तेल को सकुमा एक्सपोर्ट कंपनी ने खुदबुर्द किया था। इस मामले में दीपक जैन की शिकायत पर 6 जनवरी 2016 को अमानत में खयानत का मामला दर्ज किया गया था। यह मामला कोर्ट में परिवाद दायर करने के बाद दर्ज हुआ था। इस मामले में बहोड़ापुर पुलिस ने वर्ष 2016 में ही खात्मा रिपोर्ट पेश कर दी, लेकिन कोर्ट ने उसे अस्वीकार करते हुए वापस मामले की जांच के निर्देश दिए थे।

इस मामले में बहोड़ापुर में पदस्थ ASI रामेन्द्र सिंह सेंगर को मामले की जांच दी गई थी, लेकिन 2016 से यह जांच पेडिंग थी। पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की थी। इसके बाद व्यवसायी दीपक जैन ने दोषियों पर कार्रवाई के लिए हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। उच्च न्यायालय ने केस डायरी तलब की, जिसमें पुलिस की काफी गड़बड़ियां सामने आई थी।

पूछताछ करने का प्रयास तक नहीं किया
जब हाई कोर्ट में दस्तावेज लगाए गए तो उसमें कई पत्र और रिपोर्ट की भाषा पहले पत्र से मिलती जुलती थी। सिर्फ मैटर को कट पेस्ट किया गया था। हद तो तब हो गई जब ASI रामेन्द्र सिंह सेंगर ने कोरोना के कारण संदेहियों से पूछताछ नहीं कर पाने का हवाला कोर्ट में पेश किया। इससे कोर्ट काफी नाराज हुआ और 8 मार्च को एसपी को तलब किया। कोर्ट ने काफी नाराजगी जताई और 15 मार्च को इस मामले में पालन प्रतिवेदन पेश करने को कहा है। एसपी ने जब ASI की मोबाइल की डिटेल निकलवाई तो पता लगा कि उसने संदेहियों को फोन तक नहीं लगाया। इस पर तत्काल उसे सस्पेंड करने के निर्देश शनिवार रात को जारी किए गए हैं।

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