श्रद्धापूर्व पंचायत के प्रथम मुखिया व स्वतंत्रता सेनानी यमुना प्रसाद सिंह की जयंती मनाई गई.
श्रीनारद मीडिया,पंकज मिश्रा,अमनौर,सारण,बिहार.
स्वतंत्रता सेनानी व पंचायत के प्रथम मुखिया पूर्व बिधायक यमुना बाबू की 118वी जयंती श्रद्धापूर्वक मनाई गई।सोमबार को प्रखण्ड के धरहरा पंचायत भवन परिसर में स्थापित यमुना बाबू के आदम कद पर सैकड़ो शिक्षाविदों ने फूल के माला अर्पण कर नमन किया।जयंती की अध्यक्षता पूर्व जिला पार्षद आशुतोष कुमार सिंह ने किया।इस दौरान सभी वक्ताओं ने इनके कृतित्व व ब्यक्तित्व पर चर्चा किया।
मुखिया प्रतिनिधि बसन्त सिंह ने कहा कि यमुना बाबू प्रकाष्ठ विद्वान स्वतंत्रता सेनानी व क्षेत्र के बिधायक रह चुके थे।इन्होंने समाजिक कुरूतियो के बिरुद्ध लड़ाई लड़ी है।पूर्व प्राचार्य अम्बिका राय ने कहा कि वे समाजिक समरसता के प्रतीक थे,स्वतंत्रता की लड़ाई में दो वर्षों तक जेल में रहे है नमक आंदोलन के दौरान इन्होंने गांव में नमक तैयार कर लोगो को अंग्रेजो के बिरुद्ध जागरूक किया करते थे।गांव के दलित पिछड़ा पीड़ितों शोषितों के घर जाकर उनके दुःख सुख में खरे रहते थे।इनके एक पुत्र बैज्ञानिक बिजय अवधेश सिंह देश के महान बैज्ञानिक भी है।इस दौरान शिक्षिका संगीता सिंह ने पूर्व प्राचार्य अम्बिका राय व शिक्षक नरेंद्र शर्मा के द्वारा उत्कृष्ठ कर करने के लिए अंग वस्त्र से समानित कि।,शिक्षिका उषा सिंह, प्रमोद कुमार,शिक्षक शशिकांत,पप्पू सिंह,राजन सिंह,आदित्य सिंह
पिंटू कुमार,नरेंद्र शर्मा,नवीन पूरी,,अम्बिका राय,पूर्व सैनिक जय प्रकाश सिंह,समाजसेवी कुलदीप महासेठ,मयंक सिंह,समेत सैकड़ो शिक्षाविद ने भाग लिया।