सीवान रामनगर निवासी शिवजी तिवारी की हुई नृशंस हत्या।
पूरे परिवार पर टूटा दु:खों का पहाड़।
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
कहते है ईश्वर बड़ा दयालु है, मरने वाले को स्वर्ग देता है और मारने वाले को हथियार देता है, उसमें भी अगर मौत तीज के दिन मिले तो आप इसे ईशवर की लीला ही कहेंगे। पत्नी तीज का व्रत है और पति स्वर्ग सिधार गया!
वाह!रे भगवान,अजब है तेरी लीला।
जी हाँ ऐसा ही कुछ हुआ है, सीवान नगर स्थित आन्दर ढाला रामनगर में, जहां जय किशोर तिवारी के 40 वर्षीय पुत्र शिवाजी तिवारी की सोमवार देर रात आन्दर ढाला ओवर ब्रिज पर गोली मारकर नृशंस हत्या कर दी गई। बताया जाता है कि शिवाजी तिवारी आन्दर ढाला के निकट किराना का दुकान चलाते थे.
सोमवार की रात करीब 10:30 बजे ओवर ब्रिज के रास्ते अपने साल सारण के एकमा थाना क्षेत्र के निवासी प्रदीप पाण्डेय के साथ बाइक पर बैठकर घर लौट रहे थे,जैसे ही दोनों ओवरब्रिज पर चढ़े पीछे से तीव्र गति से आई हुई अपाची बाईक ने उन्हें घेर लिया और अंधाधुंध फायरिंग कर दी, जिससे शिवाजी तिवारी के छाती और सिर में गोली लगी और उनकी मौके पर ही मृत्यु हो गई जबकि साले को गोली का छर्रा लगा, वह भी घायल है जिनका इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है।
घटना के बाद बाइक से आए अपराधी सकुशल सीवान नगर के दक्षिण दिशा हुसैनगंज-आन्दर- रघुनाथपुर की तरफ फरार हो गए। शिवाजी तिवारी स्थानीय भाजपा के नेता रहे है। नृशंस हत्या को लेकर भाजपा नेताओं में काफी आक्रोश है। सभी गिरती कानून व्यवस्था पर उंगली उठा रहे हैं।
बहरहाल हर बार की तरह सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंचकर छानबीन में जुट गई और कहा कि जल्द ही अपराधी को पकड़ लिया जाएगा लेकिन यहां यक्ष प्रश्न यह है कि अपराधी के गिरफ्तार हो जाने के बाद भी क्या शिवजी तिवारी की पत्नी और उनके बच्चों का कोई भला होगा? क्या उस विधवा पत्नी का पति और उन अनाथ बच्चों का पिता लौट आएगा?
अब तो पति-पत्नी जीवन भर के लिए विधवा हो गई और बच्चे अनाथ हो गए। शिवाजी तिवारी घर से भी ऐसे संपन्न नहीं है कि उनकी पत्नी और बच्चे का जीवन चल जाएगा?
विडंबना है कि दु:ख का पहाड़ टूट पड़ा है शायद इसे ही पूर्व जन्म का कर्म कहते हैं। ईश्वर पीड़ित परिवार को दु:ख सहने की शक्ति दें।
बताया जा रहा है कि मृतक शिवजी तिवारी के भाभी का मंगलवार को श्राद्ध कर्म था। इसी को लेकर सोमवार को अपने किराना दुकान से कुछ सामान इकट्ठा करने गए थे जहां से घर आन में देर हो गई। शिवजी तिवारी के घर बीते 2 महीने में 4 लोगों की अलग-अलग कारणों से मौत हो चुकी है।
शिवजी तिवारी के चचेरे भाई बबन तिवारी की 1 अगस्त को मौत हुई। 3 सितंबर को इनके भाई रामायोध्या तिवारी की पत्नी मीना देवी की मौत हुई। और 8 सितंबर को चचेरे भाई भुलन तिवारी की पत्नी बदामी देवी की मौत हो गई। लगातार चार मौत के बाद परिजनों में शोक का वातावरण बना हुआ है।
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