छठ पूजा के सामग्रियों से पटा नगर व बाजार
सूप-दउरा की कीमत पिछले साल से दोगुना हुआ
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
लोक आस्था के महापर्व को लेकर बाजारों की चहल-पहल बढ़ गयी है. शहर में छठ पूजा के सामान का बाजार सज चुका है. वहीं गांव-कस्बों में भी छठ पूजा को लेकर शहर में जगह-जगह सेब, नारंगी, सिघाडा, नारियल, डाभ, नींबू, कच्चा हल्दी, अदरक, मूली, बद्धी, खाजा सहित अन्य सामान की बिक्री हो रही है. वहीं चीनी, गुड़, केला, चावल, आटा, मैदा, शुद्ध घी सहित अन्य वस्तुओं के दुकानों पर खरीदारों का जमघट लगा हुआ था.प्रशासन की ओर से वाहनों के प्रतिबंध के बाद भी बाइक व साइकिल वालों के कारण जाम रहा. खरीदारी के लिए ग्राहकों की भीड़ भी उमड़ने लगी है.
टोकरी, सूप, चगेली की कीमत में वृद्धि
छठ पूजा को देखते हुए शहर में बांस के सामान में सूप, टोकरी, डगरा, चगेली आदि की बिक्री शुरू हो गयी है. बांस के टोकरी, सूप, चगेली, डगरी में छठ पूजन सामग्री रखकर अर्घ्य देने का विधान है. अब सक्षम लोग बांस की बजाय पीतल के सूप, चगेली का प्रयोग करने लगे हैं. बांस से तैयार टोकरी, सूप, डगरी की कीमत में इस वर्ष मामूली इजाफा देखा जा रहा है. बांस से पूजा सामग्री बनाने वाले शहर के विजय कुमार ने बताया कि बांस की कीमत में इजाफा से इससे निर्मित सामान पर मुनाफा में कमी आयी है.
छठ पूजा सामग्री का रेट
- पीतल का पात्र- 20 से लेकर 1000 रुपये तक ( पीस )
- फल- केला 50 रुपये दर्जन
- सेव 80 से दो सौ रुपये किलो
- नारंगी 50 रुपये किलोग्राम
- सुपारी 1000 रुपये किलोग्राम
- साठी चावल, 20 रुपये पैकेट
- सिंदूर, 400 रुपये किलो ग्राम, 10 रुपये भर
- फूल -40 रुपये गेंदा का फूल, एक पीस
- एक थाली – 151 रुपये
- पान -30 रुपये में 25 पीस
- गाय का घी- 800 रुपये किलोग्राम
- शहद 200 ग्राम 130 रुपये
- धूप, 140 रुपये किलोग्राम
- सुथनी, 250 ग्राम, 30 रुपये
- सूप- 40 से 150 रुपये
- बड़ा वाला -नींबू, 20 रुपये पीस
- पानी वाला नारियल, 40 रुपये पीस
- अरता का पात, 20 रुपये में 25 पीस
- बांस की बड़ी टोकरियां : 130 रुपये पीस
- पीतल का एक लोटा 130 से लेकर 140 रुपये तक
- मूली 40 रुपये किलोग्राम
- अदरक 200 रुपये किलो ग्राम
- हल्दी 100 रुपये किलो ग्राम
- फिलहाल सूप की बिक्री 80 रुपये है। दउरा 120 से 150 रुपये बेच रहे हैं। पंखा 20 रुपये में बेच रहे हैं। बताया कि अनुमंडल मुख्यालय में लगभग 10,000 सूप, इतना ही दउरा और पंखा छठ के अवसर पर बिकता है।
छठ पूजा 2024- नहाय-खाय से लेकर पारण तक की तिथि
- छठ पूजा के पहले दिन नहाय खाय किया जाता है। इस दिन स्नान और भोजन करने का विधान है।इस बार 05 नवंबर को नहाय खाय किया जाएगा।
- छठ पूजा के दूसरे दिन खरना पूजा की जाती है। इस दिन महिलाएं नए मिट्टी के चूल्हे पर खीर बनाती हैं। इसके बाद उसे भोग के रूप में छठी मैया को अर्पित किया जाता है। इस दिन पूजा के बाद व्रत की शुरुआत होती है। इस बार खरना पूजा 06 नवंबर को है।
- इसके अगले दिन यानी तीसरे दिन निर्जला व्रत रखा जाता है और डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। इस बार 07 नवंबर को डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया जाएगा।
- छठ पूजा के अंतिम दिन उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। इसके बाद शुभ मुहूर्त में व्रत तोड़कर पारण किया जाता है। इस पर्व का समापन 08 नवंबर को है।
40 का सूप 80 में तो 60 का दउरा 120 से 150 में मिल रहा
40 रुपये में बिकने वाला सूप छठ में 80 रुपये बिक रहा है। दउरा की कीमत 120 से 150 रुपये है और पंखा का दाम लगभग 20 रुपये बाजार में है। छठ में बांस से बने सामग्री की बिक्री खूब होती है। इतनी जितनी कभी नहीं होती है। इसका एक इको सिस्टम है। बाजार है। निर्माता है और विक्रेता भी। क्योंकि खरीदार सालों भर हैं लेकिन सर्वाधिक बिक्री छठ पर होती है।220 रुपये टाल से प्रति बांस खरीदना पड़ता है
बताते हैं कि 220 रुपये टाल से प्रति बांस खरीदते हैं। बांस का हरा होना आवश्यक है। एक बांस से 14 सूप का निर्माण करते हैं। जो अभी 70 से 80 रुपये में बिकते हैं। बाकी दिनों में इसे 50 रुपये में बेचते हैं। तब व्यवसायी को 40 रुपये में देते हैं। छठ में 250 सूप बेच चुके हैं। छठ के अलावा सर्वाधिक पंखा की बिक्री बट सावित्री पूजा के समय होती है।
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