रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को होगी
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
अयोध्या में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को होगी. काशी के विद्वान पंडित गणेश्वर शास्त्री द्राविड़ ने इसका मुहूर्त निकाला है. यह मुहूर्त अग्नि बाण, मृत्यु बाण, चोर बाण, नृप बाण, रोग बाण (पांच बाण) से मुक्त है. मेष लग्न में वृश्चिक नवांश में अभिजीत मुहूर्त में मात्र 84 सेकेंड रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी. ये मुहूर्त देश के लिये शुभ होगा. दोपहर 12 बजकर 30 मिनट 08 सेकेंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकेंड का मुहूर्त काशी के वयोवृद्ध पंडित गणेश शास्त्री द्राविड़ ने निकाला है.
अयोध्या में बन रहे श्री राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिये देश भर से पांच मुहूर्त निकाले गये थे. इनमें 17, 21, 22, 24, 25 जनवरी का मुहूर्त था. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने काशी के ज्योतिषाचार्य पंडित गणेश्वर शास्त्री द्राविड़ की सलाह पर प्राण प्रतिष्ठा का समय दिन और समय सुनिश्चित किया है. पंडित गणेश शास्त्री के अनुसार रामजी का जन्मनक्षत्र पुनर्वस है. जबकि मृगशिरा मैत्र तारा है. पीएम नरेंद्र मोदी के लिये मृगशिरा नक्षत्र के तीसरे चरण में कोई दोष नहीं है. इसलिये यह मुहूर्त सबसे शुभ है. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा काशी के आचार्य पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित करेंगे.
श्री राम जन्मभूमि मंदिर में होने जा रहे प्राण प्रतिष्ठा समारोह में खास
- सभी परंपराओं के साधु-संत के साथ ही किसी भी क्षेत्र में देश का सम्मान बढ़ाने वाले सभी प्रमुख लोगों को आमंत्रित किया गया है.
- नवस्थापित तीर्थक्षेत्रपुरम (बाग बिजैसी) में टिन का नगर बसाया गया है. जिसमें छः नलकूप, छः रसोई घर और दस बिस्तरों वाला एक अस्पताल स्थापित किया जा रहा है.
- देशभर के लगभग डेढ़ सौ चिकित्सकों ने इसमें क्रमिक सेवा के लिए अपनी स्वीकृति दी है.
- अयोध्या नगर के हर कोने में लंगर, भोजनालय, भंडारा, अन्नक्षेत्र चलेंगे
- करीब चार हजार संतों को आमंत्रण भेजा गया है
- सभी शंकराचार्य, महामंडलेश्वर, सिख और बौद्ध पंथ के शीर्ष संतों को बुलावा भेजा गया है.
- स्वामी नारायण, आर्ट ऑफ लिविंग, गायत्री परिवार, किसान, कला जगत के प्रमुख लोगों को आमंत्रित किया गया
- 1992 से 1984 के बीच सक्रिय पत्रकारों को भी बुलावा भेजा गया है।
- कारसेवकों के परिजनों को भी निमंत्रण
- रामलला की मूर्ति तीन मूर्तिकारों क्रमशः गणेश भट्ट, अरुण योगिराज, सत्यनारायण पांडेय बना रहे हैं. इनमें में से जो भी मूर्तिकार पांच वर्ष के बालक की कोमलता को उकेरने में सफल होगा, उसी की मूर्ति चुनी जाएगी.
- प्राण-प्रतिष्ठा समारोह का पूजन 16 जनवरी से शुरू हो जाएगा
- काशी के गणेश्वर शास्त्री द्राविड़, लक्ष्मीकांत दीक्षित (कर्मकांड) पूजा संपन्न कराएंगे.
- प्राण-प्रतिष्ठा पूजन के बाद 48 दिन की मंडल पूजा होगी जो विश्वप्रसन्न तीर्थ जी के नेतृत्व में होगी.
श्री राम अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट का उद्घाटन करने पहुंच रहे पीएम नरेंद्र मोदी 8 किलोमीटर लंबा रोड शो भी करेंगे. इसके लिये तैयारियां पूरी की जा रही हैं. इसी के साथ अयोध्या में श्री रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा तक होने वाले आयोजनों का दौर भी शुरू हो जाएगा. सीएम योगी 30 दिसंबर के आयोजन के मद्देनजर अयोध्या का दौरा कर चुके हैं. उन्होंने 22 जनवरी 2024 की तर्ज पर ही 30 दिसंबर को भी अयोध्या को सजाने-संवाने के निर्देश दिये हैं.
पीएम मोदी 30 दिसंबर को एयरपोर्ट से रेलवे स्टेशन तक रोड शो करेंगे. इसके अलावा एयरपोर्ट के पास स्थित मैदान में एक बड़ी जनसभा को भी संबोधित करेंगे. पीएम मोदी के कार्यक्रम को देखते हुए अधिकारियों ने सभा स्थल का दौरा भी किया. माना जा रहा है के एक लाख लोग इस रैली में शामिल हो सकते हैं. लोगों को लाने के लिये तैयारियां भी शुरू कर दी गयी हैं. छोटे-बड़े वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था भी की जा रही है.
माना जा रहा है कि 30 दिसंबर से अयोध्या में उत्सवों की शुरुआत हो जाएगी. प्रदेश के सभी जनपदों में विभिन्न सांस्कृतिक आयोजन भी होंगे. भजन-कीर्तन, रामकथा, प्रवचन और रामलीला का मंचन और भक्तिमय सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होंगी. 22 जनवरी तक देश के प्रख्यात कथावाचक और सुप्रसिद्ध गायकों को अयोध्या में अपनी प्रस्तुति देने का अवसर भी मिलेगा.
गौरतलब है के 30 दिसंबर को जब पीएम नरेंद्र मोदी अयोध्या इंटरनेशनल एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन का उद्घाटन करेंगे, तब राम की नगरी की साज-सजावट 22 जनवरी के कार्यक्रम जैसी होगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्रैंड रिहर्सल की तैयारियां करने का निर्देश दिया है. उन्होंने निर्देश दिये हैं कि अयोध्या में चार प्रमुख मार्ग राम पथ, भक्ति पथ, जन्मभूमि पथ व धर्म पथ को आकर्षक ढंग से पुष्पों से सजाया जाए.
इस दौरान फुटपाथ पर सुंदर फूलों वाले गमलों को रखा जाए. साथ ही राम पथ के फुटपाथ व मुख्य कैरेज वे के बीच में आकर्षक रेलिंग लगाई जाए. चारों प्रमुख मार्गों पर लाइट एवं फसाड के कार्य एक हफ्ते में ही पूरे कर लिए जाएं. इसमें पीडब्लूडी, राजकीय निर्माण निगम, विकास प्राधिकरण और अयोध्या नगर निगम के बीच बेहतर समन्वय स्थापित होना चाहिए. अयोध्या विश्व स्तरीय पर्यटन सिटी के रूप में नजर आनी चाहिए.