नहीं थम रहा कोरोना,एक दिन में मिले रिकॉर्ड 15126 नए मरीज.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार में कोरोना संक्रमण की रफ्तार पर ब्रेक नहीं लग रहा है। राज्य में 15,126 नए कोरोना संक्रमितों की पहचान गुरुवार को हुई। राज्य में पिछले 24 घंटे में 1 लाख 05 हजार 24 सैंपल की कोरोना जांच की गई। राज्य में कोरोना का संक्रमण दर 14.40 फीसदी रहा। एक दिन पूर्व राज्य में कोरोना के 14,836 नए संक्रमितों की पहचान हुई थी जबकि 95,248 सैम्पल की कोरोना जांच की गई थी। बुधवार को कोरोना संक्रमण की दर 15.57 फीसदी थी। इस प्रकार, पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण की दर में 1.17 फीसदी की कमी आ गयी।
पटना सहित छह जिलों में कोरोना के पांच सौ से अधिक मरीज मिले
राज्य में पटना सहित छह जिलें में कोरोना के पांच सौ से अधिक नए संक्रमितों की पहचान हुई। पटना में सर्वाधिक 3665 नए कोरोना संक्रमित मिले। जबकि भागलपुर में 503, गया में 752, मुजफ्फरपुर में 736, नालन्दा में 535 और पश्चिमी चंपारण में 533 नए संक्रमित मिले।
31 जिलों में सौ से अधिक नए संक्रमित मिले
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार राज्य के 31 जिलों में सौ से अधिक नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले। अररिया में 251, अरवल में 195, औरंगाबाद में 399, बांका में 125, बेगूसराय में 490, भोजपुर में 172, बक्सर में 269, दरभंगा में 176, पूर्वी चंपारण में 236,गोपालगंज में 315, जमूई में 376, जहानाबाद में 150, कटिहार में 326, खगड़िया में 209, किशनगंज में 124,लखीसराय में 108, मधेपुरा में 233, मधुबनी में 409,मुंगेर में 448, नवादा में 229, पूर्णिया में 375, रोहतास में 156, सहरसा में 360, समस्तीपुर में 422, सारण में 441, शेखपुरा में 155, शिवहर में 109, सीतामढ़ी में 141, सीवान में 277, सुपौल में 300 और वैशाली में 307 नए कोरोना संक्रमितों की पहचान की गई।
बिहार में कोरोना के बढ़ते प्रकोप और राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर राजद नेता तेजस्वी यादव लगातार बिहार सरकार पर हमलावर हैं. तेजस्वी यादव ने गुरुवार को सिलसिलेवार ट्वीट के जरिए बिहार की एनडीए सरकार पर कई आरोप लगाए बल्कि कई तीखे सवाल भी पूछ डाले. तेजस्वी यादव ने कोरोना वैक्सीनेशन की एक रिपोर्ट को ट्वीट करते हुए लिखा- बिहार से एनडीए के 40 में से 39 लोकसभा सांसद,9 राज्यसभा सांसद ,5 केंद्रीय मंत्री है.
16 वर्षों से एनडीए के सीएम नीतीश कुमार और दो-दो उपमुख्यमंत्री है फिर भी बिहार वैक्सीन, ऑक्सीजन और बेड की उपलब्धता में सबसे नीचे है. इतनी बेशर्म,विफल,नाकारा और निक्कमी सरकार पृथ्वी ग्रह पर कहीं और नहीं मिलेगी.
अगले ट्वीट में लिखा कि ‘चमकी बुख़ार,बाढ़-सुखाड़,श्रमिकों का पलायन,कोरोना इत्यादि में बिहार को कभी भी केंद्र का सकारात्मक सहयोग नहीं मिला. बिहारवासियों ने लोकसभा में एनडीए को प्रचंड बहुमत दिया लेकिन केंद्र की पक्षपाती नीतियों, निर्णयों से ऐसा प्रतीत होता है मानों केंद्र बिहार को देश का अभिन्न अंग नहीं मानती.
जनसंख्या व क्षेत्रफल के साथ साथ ग़रीबी, बेरोज़गारी, पलायन और कोरोना संक्रमण दर इत्यादि में बिहार देश के अव्वल प्रदेशों में है लेकिन बिहार को उस अनुपात में केंद्र सरकार से सहयोग नहीं मिलता. इसका दोषी मैं एनडीए के 48 सांसदों, बिहार सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मानता हूं’
तेजस्वी यादव यहीं नहीं रूके, उन्होंने एक और ट्वीट किया जिसमें लिखा- क्या आपने नीतीश जी को किसी बैठक में मज़बूती से बिहार का हक-हिस्सा मांगते देखा व सुना है. बाकी प्रदेशों के मुख्यमंत्री तार्किक, तथ्यात्मक तथा आक्रामक रूप से अपने प्रदेश की समस्याओं,संसाधनों की कमी, केंद्र द्वारा असहयोग इत्यादि को खुल कर व्यक्त करते है लेकिन ये डरे सहमे और दुबके से रहते है.
बिहार में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के कारण रोजाना रिकॉर्ड मामले सामने आ रहे हैं। राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था लगातार खराब हो रही है। ऐसे में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर से नीतीश कुमार सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने बिहार सरकार को नकारा, विफल और निकम्मा करार दिया है। आरजेडी नेता ने कहा कि बिहार वैक्सीन, ऑक्सीजन और बेड की उपलब्धता में सबसे नीचे है। इसका दोषी मैं एनडीए सांसदों और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मानता हूं।
सरकार पर तंज कसते हुए तेजस्वी यादव ने कहा, ‘बिहार से एनडीए के 40 में से 39 लोकसभा सांसद, 9 राज्यसभा सांसद, 5 केंद्रीय मंत्री हैं। 16 वर्षों से एनडीए के सीएम नीतीश कुमार और दो-दो उपमुख्यमंत्री हैं फिर भी बिहार वैक्सीन, ऑक्सीजन और बेड की उपलब्धता में सबसे नीचे है। इतनी बेशर्म, विफल, नाकारा व निक्कमी सरकार पृथ्वी ग्रह पर कहीं और नहीं मिलेगी।’
केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए आरजेडी नेता ने कहा, ‘चमकी बुखार, बाढ़-सुखाड़, श्रमिकों का पलायन, कोरोना इत्यादि में बिहार को कभी भी केंद्र का सकारात्मक सहयोग नहीं मिला। बिहारवासियों ने लोकसभा में एनडीए को प्रचंड बहुमत दिया लेकिन केंद्र की पक्षपाती नीतियों, निर्णयों से ऐसा प्रतीत होता है मानों केंद्र बिहार को देश का अभिन्न अंग नहीं मानती।’
उन्होंने नीतीश कुमार को दोषी करार देते हुए कहा, ‘जनसंख्या व क्षेत्रफल के साथ साथ गरीबी, बेरोजगारी, पलायन और कोरोना संक्रमण दर इत्यादि में बिहार देश के अव्वल प्रदेशों में है लेकिन बिहार को उस अनुपात में केंद्र सरकार से सहयोग नहीं मिलता। इसका दोषी मैं एनडीए के 48 सांसदों, बिहार सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मानता हूं।’
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