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अवैध प्रवासियों को नहीं झेल सकता देश- उप राष्ट्रपति धनखड़ - श्रीनारद मीडिया

अवैध प्रवासियों को नहीं झेल सकता देश- उप राष्ट्रपति धनखड़

अवैध प्रवासियों को नहीं झेल सकता देश- उप राष्ट्रपति धनखड़

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खरगे के बयान पर सभापति जगदीप धनखड़ की नाराज हो गए

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

देश करोड़ों अवैध प्रवासियों को नहीं झेल सकता है। देश में कई स्थानों पर जन सांख्यिकी बदल रही है और चुनावी राजनीति से उसे समर्थन मिल रहा है। यह स्थिति चिंता में डालने वाली है। इसलिए देश के युवा राष्ट्रविरोधी ताकतों का पर्दाफाश करने में जुट जाएं। यह बात उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने व‌र्ल्ड फोरम ऑफ एकाउंटेंट्स (डब्ल्यूओएफए) के सम्मेलन में कही है। इस दौरान राज्यसभा के सभापति की हैसियत से धनखड़ ने संसद की कार्यवाही के लगातार बाधित होने पर चिंता जताई।

चुनौतियों को समझें युवा

धनखड़ ने कहा कि युवा देश के सामने खड़ी चुनौतियों को समझें और उनसे निपटने के लिए एकजुट होकर आगे आएं। उप राष्ट्रपति ने कहा, समझदार को इशारा काफी है, इसलिए युवा समझ जाएं कि उन्हें सुरक्षित भविष्य के लिए क्या करना है।धनखड़ ने कहा, कुछ लोग देश की विकास की यात्रा को बाधित करना चाहते हैं। वे भारतीयता को भूलकर बातें करते हैं, तरह-तरह के दुष्प्रचार कर रहे हैं, हमें उनसे भी सावधान रहने की जरूरत है।उप राष्ट्रपति ने आह्वान किया कि भारतीय चार्टर्ड एकाउंटेंट और उनकी फर्म अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान विकसित करें और वहां पर खुद को स्थापित करें। इसके लिए उन्होंने सम्मेलन में आए लोगों को शुभकामना दी।

बीएसएफ ने सीमा पर बांग्लादेश के निर्माण कार्य को रोका

बिहार के किशनगंज से लगी भारत-बांग्लादेश सीमा से महज कुछ दूरी पर प्रतिबंधित क्षेत्र में बांग्लादेश द्वारा अवैध निर्माण कराए जाने का मामला सामने आया है। प्रतिबंधित क्षेत्र में अवैध निर्माण देख सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने बांग्लादेश सुरक्षा गार्ड से वार्ता कर आपत्ति जताई और निर्माण कार्य बंद कराया। किशनगंज बीएसएफ हेडक्वार्टर अंतर्गत भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के सिमल डांगी बीओपी पर तैनात बीएसएफ की 63वीं बटालियन के जवानों ने ठाकुरगांव में सीमा के 150 गज के अंदर प्रतिबंधित क्षेत्र में रविवार की सुबह बांग्लादेश द्वारा निर्माण कार्य कराते देखा था।

रात के अंधेरे में चल रहा काम

बटालियन की गश्ती टीम ने देखा कि बांग्लादेशी नागरिक कुलिक नदी के तटबंध के साथ जीरो लाइन के 150 गज के अंदर किलाबंदी कर रहे हैं। यह इलाका बांग्लादेश के गोविंदपुर अंतर्गत आता है। रात के अंधेरे में चोरी-छिपे निर्माण कार्य किया जा रहा था।बीएसएफ ने इस पर आपत्ति जताई और इसे तुरंत बंद करवा दिया। इस दौरान बांग्लादेश सुरक्षा गार्ड ने भविष्य में इस तरह का निर्माण नहीं करने का आश्वासन भी दिया। बता दें कि भारत-बांग्लादेश के संयुक्त दिशा-निर्देशों के अनुसार भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के 150 गज के भीतर रक्षा संबंधी निर्माण कार्य प्रतिबंधित है।

खरगे के बयान पर सभापति जगदीप धनखड़ की नाराज हो गए
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद मल्लिकार्जुन खरगे ने 29 जनवरी को महाकुंभ में हुई भगदड़ में मारे गए लोगों को सोमवार को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद सत्ता पक्ष की ओर से हंगामा शुरू हो गया। वहीं, खरगे के बयान पर सभापति जगदीप धनखड़ की नाराज हो गए। दरअसल, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि महाकुंभ में हुए हादसे में हजारों लोग मारे गए। उनके इस बयान का सत्ता पक्ष की ओर विरोध किया गया। वहीं, सभापति जगदीप धनखड़ ने खरगे से बयान वापस लेने को कहा।

महाकुंभ पर क्या बोले खरगे?

बता दें कि राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस में भाग लेते हुए, खरगे ने मृतकों को श्रद्धांजलि देने के लिए “कुंभ में मारे गए हजारों लोग” वाक्यांश का इस्तेमाल किया। उनके बयान के बाद सत्ता पक्ष के सांसदों ने हंगामा किया। इस बीच राज्यसभा में विपक्ष के नेता खरगे ने तुरंत कहा कि यह मेरा अनुमान है और अगर यह सही नहीं है तो आपको (सरकार को) बताना चाहिए कि सच क्या है। उन्होंने कहा कि वे सही होने के लिए तैयार हैं। खरगे ने कहा कि मैंने किसी को दोषी ठहराने के लिए ‘हजारों’ नहीं कहा। लेकिन कितने लोग मारे गए, कम से कम यह जानकारी तो दीजिए। अगर मैं गलत हूं तो मैं माफी मांगूंगा। उन्हें यह आंकड़े देने चाहिए कि कितने लोग मारे गए, कितने लापता हैं।

महाकुंभ में हुई थी भगदड़

जानकारी दें कि गत 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के अवसर पर अमृत स्नान के दौरान भगदड़ मच गई थी। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, 30 लोगों की मौत हो गई और 60 अन्य घायल हो गए।

खरगे पर भड़के धनखड़

राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि विपक्ष के नेता ने हजारों की संख्या में आंकड़ों का उपयोग करके एक परिदृश्य का संकेत दिया है। मैं उनसे अपील करता हूं कि इस सदन में जो भी बोला जाता है, उसका बहुत महत्व होता है। आपने कुछ ऐसा कहा है जिससे सभी स्तब्ध हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि यहां से जो संदेश जाता है, भले ही उसका खंडन हो, वह पूरी दुनिया में जाता है। क्या आप उस हद तक जा सकते हैं? मैं आपसे इस देश के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक के रूप में अपील करूंगा, अगर आप हजारों में आंकड़ा देते हैं तो मैं केवल आपकी अंतरात्मा से अपील कर सकता हूं। इसपर खरगे ने कहा कि उन्होंने किसी को दोषी ठहराने के लिए यह आंकड़ा नहीं बताया।

खरगे के दावे को सभापति ने बताया दुखद

गौरतलब है कि सभापति धनखड़ ने खरगे के इस दावे को बहुत दुखद क्षण बताया और उनसे अपना बयान वापस लेने को कहा। हालांकि, विपक्ष के नेता ने सरकार से सही आंकड़े देने पर जोर दिया और अपना भाषण जारी रखा। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें आधुनिक भारतीय अर्थव्यवस्था का निर्माता बताया।

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