कोविड से निपटने की तैयारियों का जिलाधिकारी ने लिया जायजा
किया टीकाकरण केंद्र व मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण:
टीकाकरण केंद्र में टीका लगा रहे लोगों से की बातचीत:
15-18 आयुवर्ग के टीकाकरण जागरूकता के लिया रवाना किया रथ:
मेडिकल कॉलेज में कोविड कंट्रोल रूम, कोविड केयर सेंटर, ऑक्सीजन प्लांट व आरटीपीसीआर लैब का किया निरीक्षण:
संक्रमित व्यक्ति से ऑनलाइन बातचीत कर जाना हाल-चाल:
जिले में वर्तमान में 40 कोविड पॉजिटिव केस:
श्रीनारद मीडिया‚ पूर्णिया, (बिहार)
कोविड संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिलाधिकारी राहुल कुमार द्वारा इससे निपटने के लिए जिला में उपलब्ध संसाधनों और कोविड-19 टीकाकरण सेंटर का निरीक्षण किया गया। जिलाधिकारी ने टाउन हॉल में बने 09-टू-09 टीकाकरण केंद्र व मेडिकल कॉलेज में बने कोविड कंट्रोल रूम, जिला कोविड हॉस्पिटल सेंटर (डीसीएचसी), ऑक्सीजन प्लांट व आरटीपीसीआर लैब का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने वहां उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी ली। जिले में संक्रमण से लड़ने के लिए उपलब्ध संसाधनों पर संतोष जताते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि जिला पूरी तरह से कोविड महामारी से निपटने के लिए तैयार है। इसके लिए लोगों को भी आगे आकर दोनों डोज कोविड-19 का टीका लगाना चाहिए। साथ ही कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए जिससे कि लोग संक्रमित होने से बचे रह सकें। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी के साथ डीडीसी, एडीएम, एसडीएम, सिविल सर्जन, मेडिकल कॉलेज अधीक्षक, डीआईओ सहित अन्य स्वास्थ्य एवं प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।
15-18 आयुवर्ग के टीकाकरण जागरूकता के लिये रवाना किया रथ :
सबसे पहले जिलाधिकारी द्वारा टाउन हॉल में संचालित 09-टू-09 टीकाकरण केंद्र का निरीक्षण किया गया। इस दौरान जिलाधिकारी ने वहां टीका लगा रहे लोगों से उनके स्वास्थ्य और उपलब्ध सुविधाओं के उपयोग में हुई सहूलियत की जानकारी ली। जिलाधिकारी ने कहा कि संक्रमण से सुरक्षित रहने के लिए सभी लोगों को दोनों डोज का कोविड-19 टीका समय पर जरूर लगाना चाहिए। इससे लोगों को शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है, जो उन्हें संक्रमण से लड़ने की शक्ति देता है। अब जिले में 15-18 आयुवर्ग के लोगों को भी कोवैक्सीन टीका लगाया जा रहा है। सभी को इसका लाभ उठाकर अपने आप को संक्रमण से सुरक्षित करना चाहिए। जिलाधिकारी द्वारा टीकाकरण केन्द्र से लोगों को टीकाकरण के लिए जागरूक करने हेतु जागरूकता रथ भी रवाना किया गया। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने टाउन हॉल में 09-टू-09 कोविड जांच केंद्र का भी उद्घाटन किया।
कोविड कंट्रोल रूम से संक्रमित व्यक्ति का लिया हालचाल :
जिलाधिकारी द्वारा राजकीय मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में भी कोविड से निपटने के लिए उपलब्ध सुविधाओं का निरीक्षण किया गया। इस दौरान जिलाधिकारी ने मेडिकल कॉलेज में बनाये गये 24×7 कोविड कंट्रोल रूम, कोविड पॉजिटिव व्यक्तियों के लिए बनाये गये हॉस्पिटल सेंटर, ऑक्सीजन प्लांट व आरटीपीसीआर लैब का भी निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने कहा कि लोगों के कोविड सम्बंधित जानकारी एवं सहयोग के लिए मेडिकल कॉलेज में कोविड कंट्रोल रूम बनाया गया है, जो 24 घंटे संचालित रहेगा। लोग कंट्रोल रूम में 18003456619 या 06454-242319 पर फोन करके संक्रमण से सम्बंधित किसी तरह की जानकारी या आवश्यक सुविधा का लाभ ले सकते हैं। कंट्रोल रूम में 24×7 डॉक्टर्स, स्टाफ व एम्बुलेंस उपलब्ध रहता है । जिसके द्वारा आवश्यकता अनुसार लोगों को सुविधा उपलब्ध करायी जा सकती है। कंट्रोल रूम के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी राहुल कुमार ने ऑनलाइन वीडियो कॉलिंग के माध्यम से होम आइसोलेशन में रह रहे संक्रमित व्यक्ति से बातचीत कर उनका हालचाल लिया । जिलाधिकारी ने संक्रमित व्यक्ति से ली जा रही दवाइयों और उनके घर में उपलब्ध अन्य सदस्यों के स्वास्थ्य की जानकारी ली। जिलाधिकारी ने संक्रमित व्यक्ति से कहा कि साधारणतया यह संक्रमण 07 दिन में ठीक हो जाता है। अगर आपको तीन दिन तक बुखार या अन्य लक्षण नहीं आता है तो आप खुद को सुरक्षित मान सकते हैं। इस दौरान अगर किसी तरह की दिक्कत होती है तो आप कंट्रोल रूम में फोन करके यहां उपलब्ध डॉक्टर से जानकारी ले सकते हैं। अभी वर्तमान में आपकी फिर से कोविड जांच के लिए मेडिकल टीम को भेज दिया गया है। उनसे भी आप सभी आवश्यक जानकारी ले सकते हैं।
मेडिकल कॉलेज में कोविड मरीजों के लिए उपलब्ध है पर्याप्त सुविधा :
जिलाधिकारी ने कहा कि जिले के मेडिकल कॉलेज में संक्रमित व्यक्ति के इलाज के लिए सभी आवश्यक सुविधा उपलब्ध है। इसके लिए मेडिकल कॉलेज में डीसीएचसी बनाया गया है जहां 15 बेड उपलब्ध हैं। इसमें 05 बेड में वेंटिलेटर की सुविधा भी है। इसके अलावा कॉलेज के ब्वायज होस्टल, महिला वार्ड में भी आवश्यक बेड बनाया गया है। सभी बेड तक ऑक्सीजन के पहुंचने की व्यवस्था है। मेडिकल कॉलेज में 02 ऑक्सीजन प्लांट बनाया गया है। जहां से एक हजार लीटर प्रति मिनट के दर से ऑक्सीजन का निर्माण किया जा सकता है। संक्रमण से निपटने के लिए जिले के अन्य अस्पताल मुख्य रूप से धमदाहा व बनमनखी में भी कोविड केयर सेंटर बनाया गया है। जहां संक्रमित व्यक्ति का इलाज किया जा सकता है। इसके लिए जिले में आवश्यकता अनुसार डॉक्टर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, जरूरी दवाइयां आदि उपलब्ध हैं।
आरटीपीसीआर लैब का भी किया निरीक्षण :
मेडिकल कॉलेज में जिलाधिकारी ने आरटीपीसीआर लैब का भी निरीक्षण किया। लैब में उपलब्ध सुविधाओं से सन्तुष्टि जताते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि वर्तमान में आरटीपीसीआर लैब में प्रतिदिन 1800 जांच की जा रही है। इसका पूरी तरह उपयोग किया जा सके इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिया गया है। जितने भी नए कोविड केस आ रहे हैं उसके संतुलन के लिए स्वास्थ्य और प्रशासनिक विभाग द्वारा समन्वय स्थापित कर इसकी रोकथाम के लिए आवश्यक उपाय किया जा रहा है।
जिले में वर्तमान में 40 कोविड पॉजिटिव केस :
जिलाधिकारी ने बताया कि जिले में अबतक 43 कोविड पॉजिटिव केस दर्ज किये गये हैं। जिसमें वर्तमान में 40 एक्टिव हैं। 03 कोविड केस संक्रमण से सुरक्षित हो गए हैं। इसमें से कुछ लोग आसपास के जिले के भी हैं जिसकी टेस्टिंग यहां कराई गई थी। सभी पॉजिटिव केस को आइसोलेशन में रखा गया है। अबतक जिले में कोविड का कोई भी क्रिटिकल केस दर्ज नहीं हुआ है।
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