छपरा के गांव माधोपुर में छठ की दोहरी खुशी, गांव की बिटिया स्वर्णिम बनी आईटी कंपनी विप्रो की प्रोजेक्ट इंजीनियर.
मां- बाप की इकलौती संतान स्वर्णिम के पिता शत्रुघ्न राय हैं गणितज्ञ.
श्रीनारद मीडिया,सागर कुमार,रसूलपुर,सारण
देश की तीसरी सबसे बड़ी अग्रणी आईटी कंपनी विप्रो में प्रोजेक्ट इंजीनियर बन सारण जिले की बिटिया स्वर्णिम ने अपने गांव माधोपुर का नाम रौशन किया है।कोलकाता में पूर्वी भारत के प्रसिद्ध गणितज्ञ माने जाने वाले शत्रुघ्न राय व योग शिक्षिका एकता राय की इकलौती संतान स्वर्णिम के गांव माधोपुर (पूरब टोला) व परिवार में छठ पूजा पर दोहरी खुशी की लहर है।
स्वर्णिम के चचेरे भाई अरज राय ने बताया कि बचपन से ही मेघावी रही स्वर्णिम ने आगे की पढ़ाई के लिए कोलकाता चली गई।कोलकाता में ही हाई स्कूल तक शिक्षा प्राप्त करने के बाद स्वर्णिम ने डा बी सी राय इंजीनियरिंग कालेज से इलेक्ट्रॉनिक एण्ड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में बी टेक की शिक्षा ग्रहण की।अपने मैथमैटिशियन पिता के सानिध्य में विप्रो एलीट नेशनल लेवल टैलेंट हंट की परीक्षा में अपनी प्रतिभा का परचम लहराते हुए स्वर्णिम ने प्रोजेक्ट इंजीनियरिंग पद को प्राप्त किया है।
स्वर्णिम के इस सफलता पर उसके गांव माधोपुर में खुशी की लहर है।गांव पर खेती किसानी से जुड़े स्वर्णिम के चाचा कामता राय ने कहा कि हमारे परिवार की इस प्रतिभावान बेटी ने छठ पूजा पर दोहरी खुशी ला दी है।लोग बधाइयां पर बधाइयां दे रहे हैं।
वहीं स्वर्णिम ने बताया कि माता पिता की इकलौती संतान बेटी के रूप में मेरे सामने चुनौती थी कि अपने मां बाप के अरमानों को पुरा कर सकूं, जिन्होंंने बेटी और बेटा दोनों का प्यार मुझ पर लुटाया।स्वर्णिम कहती हैं कि हम बेटियां बेटों से किसी भी मायने में कम नहीं हैं बस पुरूष प्रधान समाज को बेटियों के प्रति अपनी रूढिवादी नजरिया को बदलना होगा और अपनी बेटियों को भी वही मौका उपलब्ध कराना चाहिए जो बेटों को अब तक उपलब्ध कराते आये हैं तो निश्चित ही हमारा समाज और देश दोनों बदलेगा।
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