पूरा नेहरू-गांधी परिवार ओबीसी के खिलाफ- भाजपा
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के पीएम नरेंद्र मोदी की जाति को लेकर किए गए दावे पर बीजेपी नेता अमित मालवीय ने उनपर निशाना साधा है। बीजेपी नेता ने गुरुवार को कहा कि पीएम मोदी ने पहली बार गुजरात का मुख्यमंत्री बनने से दो साल पहले वर्ष 1999 में अपनी जाति को ओबीसी के रूप में अधिसूचित कराया था।
बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री बनने के बाद अपनी जाति को ओबीसी के रूप में अधिसूचित कराया, राहुल गांधी, यह सरासर झूठ है। पीएम नरेंद्र मोदी की जाति को उनके गुजरात के मुख्यमंत्री बनने से पूरे 2 साल पहले 27 अक्टूबर 1999 को ओबीसी के रूप में अधिसूचित किया गया था।”
मालवीय ने एक गजट अधिसूचना संलग्न करते हुए कहा, “जवाहरलाल नेहरू से लेकर राहुल गांधी तक पूरा नेहरू-गांधी परिवार ओबीसी के खिलाफ रहा है।” मालवीय का बयान कांग्रेस नेता राहुल गांधी की आज की टिप्पणी के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ओबीसी समुदाय से नहीं आते हैं। वो तेली जाति में पैदा हुए थे, जिसे गुजरात में बीजेपी सरकार के कार्यकाल के दौरान ओबीसी सूची में शामिल किया गया था। उन्होंने प्रधानमंत्री पर खुद को ओबीसी सदस्य के रूप में पहचान कर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया।
पीएम ने पूरे देश से झूठ बोला : राहुल गांधी
वायनाड के सांसद राहुल गांधीने ओडिशा के झारसुगुड़ा में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जब भी कोई भाजपा कार्यकर्ता आपके पास आएं, तो उन्हें एक बात बताएं कि हमारे प्रधानमंत्री ने पूरे देश से झूठ बोला है कि वह पिछड़े वर्ग से हैं। राहुल ने कहा कि उनका (पीएम मोदी) जन्म पिछड़े वर्ग में नहीं हुआ है, वह सामान्य जाति से हैं। यह बात आप हर भाजपा कार्यकर्ता को बताएं।
पीएम मोदी ने खुद को बताया था ‘सबसे बड़ा ओबीसी’
बता दें कि राहुल गांधी की यह प्रतिक्रिया पीएम मोदी के संसद में दिए गए बयान के बाद सामने आई है। दरअसल, पीएम मोदी ने संसद में खुद को ‘सबसे बड़ा ओबीसी’ कहा था। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस को पिछड़े समुदाय के नेताओं से पाखंडी जैसा व्यवहार करने और दोहरे मानदंड अपनाने का भी आरोप लगाया था।
पीएम मोदी ने यह भी कहा था कि कांग्रेस पार्टी और यूपीए सरकार ने ओबीसी के साथ कभी न्याय नहीं किया है। उन्होंने कुछ दिन पहले कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने का भी जिक्र किया।
पीएम मोदी ने किया था कर्पूरी ठाकुर का जिक्र
पीएम मोदी ने सवाल करते हुए कहा था कि 1970 में जब कर्पूरी ठाकुर बिहार के सीएम बने तो उनकी सरकार को अस्थिर करने के लिए क्या नहीं किया गया? पीएम ने कहा कि कांग्रेस ओबीसी को बर्दाश्त नहीं कर सकती है… वे लोग गिनती करते रहते हैं कि सरकार में कितने ओबीसी हैं।
क्या आप (कांग्रेस) यहां (खुद की ओर इशारा करते हुए) सबसे बड़े ओबीसी को नहीं देख सकते? पीएम मोदी ने सोमवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर ‘धन्यवाद प्रस्ताव’ के जवाब में यह बात कही थी।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर उनकी जाति को लेकर सवाल उठाया। उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री सामान्य वर्ग से हैं, न कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से। उन्होंने हमेशा झूठ कहा है। राहुल गांधी के इस बयान पर अब बीजेपी ने पलटवार किया है।
बीजेपी ने राहुल गांधी के बयान पर साधा निशाना
बीजेपी विधायक पूर्णेश मोदी ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि “हम राहुल गांधी के इस बयान की निंदा करते हैं। कांग्रेस वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति करने की आदी है। राहुल गांधी हताश हैं…उन्होंने अपने बयान से सारे ओबीसी समाज और मोदी समाज का अपमान किया है। पिछले चुनाव के दौरान भी मोदी चोर है। इस तरह का बयान सामने आया था। इस तरह से ओबीसी समाज का अपमान करना उनकी आदत बन चुकी है। लेकिन अब देश अपमान नहीं सहन करेगा। आज पूरे भारत में राष्ट्रनीति सर्वोपरि है।”
बीजेपी नेता ने आगे कहा, “25 जुलाई 1994 को कांग्रेस शासन के दौरान गुजरात सरकार ने एक परिपत्र दिया था। यह झूठ है कि ‘तेली’ समुदाय को 2000 में ओबीसी श्रेणी में शामिल किया गया था… उन्हें 1994 में कांग्रेस शासन के दौरान ओबीसी श्रेणी में शामिल किया गया था… जब पीएम मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तो उनका ‘तेली’ समुदाय को ओबीसी में शामिल करने से कोई लेना-देना नहीं था…”
राहुल गांधी ने हाल ही में आरक्षण पर दिया था बड़ा बयान
प्रधानमंत्री की जाति पर राहुल गांधी का तंज ऐसे समय आया है जब सरकार और विपक्ष जातिगत जनगणना को लेकर आमने-सामने हैं। इसी सप्ताह राहुल गांधी ने बयान दिया था कि कांग्रेस के लोकसभा चुनाव जीतने पर जनगणना करवाई जाएगी और आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा आदेशित 50 प्रतिशत की सीमा को हटा दिया जाएगा।
राहुल गांधी ने सोमवार को पीएम मोदी पर हमला करते हुए कहा था कि जब ओबीसी दलित और आदिवासियों को अधिकार देने का समय आता है तो कहते हैं कि कोई जाति नहीं है, लेकिन जब वोट पाने का समय आता है तो वह खुद को ओबीसी बता देते हैं।
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