बिहार में बदल जायेगा इन 20 शहरों का चेहरा, नीतीश सरकार ने उठाया बड़ा कदम
श्रीनारद मीडिया‚ सेंट्रल डेस्कः
शहरीकरण या नगरीकरण को विकास का सबसे बड़ा मानक माना जाता है. बिहार (Bihar) में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार चल रही है, जिन्हें ‘विकास पुरुष’ की संज्ञा दी गई है. आज हम आपको एक ख़ास जानकारी दे रहे हैं. दरअसल आत्मनिर्भर बिहार के तहत प्रदेश में पूर्व से लेकर पश्चिम तक और उत्तर से लेकर दक्षिण तक विकास की नई रूपरेखा तैयार होने जा रही है. सूबे के 20 शहरों का चेहरा बदलने जा रहा है.
इस साल दीपावली से ठीक एक दिन पहले बुधवार को नीतीश कैबिनेट (Nitish Cabinet) की बैठक हुई. और इस बैठक में एक ऐसे एजेंडों पर मुहर लगी, जिसे बिहारवासियों के लिए, आप छठ और दीपावली का गिफ्ट कह सकते हैं. दरअसल नीतीश सरकार ने यह निर्णय लिया है कि बिहार के 20 जिलों का कायाकल्प नए तरीके से होने जा रहा है. इन इलाकों का तेजी से शहरीकरण किया जायेगा. काम पूरा होने के बाद इन इलाकों की सूरत बदल जाएगी.
तो बिना देर किये आइये हम आपको सबसे पहले उन इलाकों का या क्षेत्रों का नाम बता दें, जिन्हें बिहार सरकार ने विकास के लिए चयनित किया है. इस लिस्ट में सबसे पहला नाम बक्सर का है. बक्सर के अलावा किशनगंज, कटिहार, सासाराम, डेहरी, मोतिहारी, औरंगाबाद, हाजीपुर, जमुई, सीवान, बेतिया, बगहा, लखीसराय, खगड़िया, अररिया, फारबिसगंज, सीतामढ़ी, मधुबनी और शिवहर है. इस लिस्ट में भभुआ का भी नाम शामिल हैं.
नीतीश सरकार के मास्टर प्लान के मुताबिक यहां शिक्षा और स्वास्थ्य के साथ-साथ सड़क और बिजली की व्यवस्था को सुदृढ़ किया जायेगा. इसके अलावा और भी कई क्षेत्रों को अच्छे और सही तरीके से व्यवस्थित किया जायेगा. जब सरकार अपना काम पूरा कर लेगी और तमाम दावों को अमलीय जामा पहना दिया जायेगा तो इन शहरों की और इसके आसपास के इलाकों की तस्वीर ही बदल जाएगी.
जिस तरीके से विकास के लिए स्मार्ट सिटीज़, अमृत मिशन, स्वच्छ भारत मिशन-शहरी, प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना और आत्मनिर्भर भारत अभियान चलाया जा रहा है. उसी तरह बिहार सरकार ने भी तय किया है कि शहरों में अब विकास को गति तेज करनी होगी. इस फैसले के अलावा 22 अन्य एजेंडों अपर भी नीतीश सरकार की मुहर लगी है.
बिहार सरकार के गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने बताया है कि जिन 20 जिलों में शहरीकरण योजना को मंजूरी दी गई है, इसके तहत शहरों के निकट के ग्रामीण इलाकों को भी शहरी सुविधाओं से युक्त किया जाएगा. इस योजना के तहत शहरों के विस्तारीकरण की योजना में शामिल होने की पात्रता रखने वाले जिले ही हिस्सा बनेंगे, जिन 20 जिलों को इसमें शामिल किया गया है. आत्मनिर्भर बिहार के तहत सारे कार्य किए जा रहे हैं.