जीरो टालरेंस की नीति पर ही चलेगी सरकार-सुशील मोदी.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा के कद्दावर नेता सुशील मोदी ने बिहार के विश्वविद्यालयों में व्याक्त भ्रष्टाचार को लेकर बड़ा बयान दिया है. सुनील मोदी ने भ्रष्ट कुलपतियों को तत्काल बरखास्त करने की मांग की है. सुशील मोदी ने यह मांग उस वक्त की है जब राज्यपाल फागू चौहान दिल्ली में केंद्रीय शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान के समक्ष अपनी बात रख रहे थे.
भाजपा सांसद सुशील मोदी ने ट्वीट कर लिखा है कि बिहार के कुछ कुलपतियों पर भ्रष्टाचार के जो आरोप लगे हैं, उससे राज्य की छवि और उच्च शिक्षा की गुणवत्ता पर कोई आँच न आए, यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा है कि स्पीडी ट्रायल के जरिये दोषी को तुरंत सजा दिलायी जानी चाहिए. इस दिशा में राज्य सरकार और राजभवन को मिलकर कदम उठने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि मगध विश्वविद्यालय के कुलपति पर निगरानी विभाग के छापे में उनके परिसरों से 95 लाख रुपये नकद और 1 करोड़ की सम्पत्ति के कागजात बरामद होने के बाद उन्हें अविलम्ब बरखास्त किया जाना चाहिए.
मोदी ने कहा है कि कुलपतियों पर लगे आरोप गंभीर हैं. मजहरुल हक विश्वविद्यालय के पूर्व प्रभारी कुलपति के खिलाफ वर्तमान कुलपति ने कॉपी खरीद घोटाले के जो आरोप लगाये हैं, उनकी त्वरित और निष्पक्ष जांच करायी जानी चाहिए. मोदी ने कहा कि एनडीए सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस की नीति पर ही चलेगी.
मगध विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद के विरुद्ध कार्रवाई करने की सिफारिश शिक्षा विभाग ने राजभवन से की है। इसको लेकर विभाग के सचिव असंग्बा चुबा आओ ने राज्यपाल सचिवालय के सचिव को पत्र लिखा है।
पत्र में कहा गया है कि कुलपति के विरुद्ध विशेष निगरानी इकाई ने विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की है। इसको लेकर विशेष निगरानी इकाई द्वारा कुलपति के पद पर बने रहने से कांड के साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ और गवाहों को दुष्प्रभावित करने की आशंका व्यक्त की गई है। इसलिए गृह विभाग द्वारा भेजे गये पत्र के आलोक में नियमानुकूल आवश्यक कार्रवाई करने के लिए राज्यपाल सचिवालय को भेजा जा रहा है।
मालूम हो कि विशेष निगारानी इकाई द्वारा कुलपति के विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की गई थी और नकद समेत अन्य कागजात बरामद किये गये हैं। इसको लेकर इकाई द्वारा प्राथमिकी भी दर्ज की गई है।
मगध विश्वविद्यालय के वित्त पदाधिकारी ने दिया इस्तीफा
मगध विश्वविद्यालय के वित्त पदाधिकारी धर्मेंद्र प्रकाश त्रिपाठी ने बुधवार को कुलसचिव को अपना इस्तीफा भेजा दिया। श्री त्रिपाठी ने कुलसचिव से इस्तीफे को राजभवन सचिवालय को भेज देने का अनुरोध किया है। मगध विश्वविद्यालय के सूत्रों का कहना है कि वित्त पदाधिकारी धर्मेंद्र प्रकाश त्रिपाठी का इस्तीफा कुलसचिव द्वारा राजभवन सचिवालय को अनुशंसा के साथ भेज दिया गया है।
धर्मेंद्र प्रकाश ने 12 जुलाई 2021 को वित्त पदाधिकारी के रूप में मगध विश्वविद्यालय में योगदान दिया था। मगध विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. राजेन्द्र प्रसाद कई प्रकार की अनियिमिता के मद्देनजर निगरानी की रडार पर हैं। 17 नवंबर को विशेष निगरानी के छापे के बाद कुलपति माहभर के चिकित्सकीय अवकाश पर चले गए हैं, तो इस बीच वित्त पदाधिकारी धर्मेंद्र प्रकाश त्रिपाठी ने इस्तीफा दे दिया। हालांकि जानकारी के अनुसार राजभवन ने अबतक उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है।
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