सोने की चेन न मिलने पर रूठ गया दूल्हा,फिर…..
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
यूपी की कुछ शादियों में होने वाले किस्से आजकल खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं। कहीं वर पक्ष अपनी किसी मांग को लेकर शादी से इन्कार कर रहा, तो कहीं दूल्हे की अयाेग्यता उसके शादी के अरमानों पर पानी फेर रही है। अब ऐसा ही एक नया मामला सामने अाया है उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले से जहां की शादी में होने वाला हंगामा देखते ही देखते कोतवाली तक पहुंच गया। इस खबर में हम आपको जून में हुईं तीन ऐसी शादियों के बारे में बताएंगे जहां शादी के मंडप में उपजा विवाद वहां से निकलकर इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है।
फतेहपुर में नाराज दुल्हन ने किया शादी से इन्कार: यहां पर एक बरात स्वागतस्थल पर बिना बैंडबाजे के पहुंची। बरात का यह हाल देख वधू पक्ष में कानाफूसी शुरू हो गई। बरातियों को खाना खिलाने के बाद वधू के पिता छोटेलाल राजपूत ने दूल्हे के पिता से चढ़ावे में लाए गए जेवरात दिखाने को कहा। इस पर जब शादी में जेवर कम दिखा तो दुल्हन ने शादी से इन्कार कर दूल्हे और बरातियों को बंधक बना लिया।
हमीरपुर में दुल्हन ने मांगा दहेज तो वर पक्ष के उड़े होश: कानपुर देहात के युवक की शादी हमीरपुर की युवती के साथ तय हुई थी। बरात से चार दिन पहले वधू के पिता का फोन आया और वे बोले कि बेटी अब ब्याह नहीं रचाना चाहती। पहले दो बीघा जमीन या फिर चार लाख रुपये बेटी के नाम कराओ। यह सुनकर वर पक्ष में एक सन्नाटा खिंच गया।
औरैया में दूल्हे की अयोग्यता बनी शादी में बाधक: यहां की शादी में वरमाला पड़ने का समय आया, तो लड़की पक्ष के लोगों को दूल्हे की आंखों की नजर काफी कमजोर होने का शक हुआ, तभी हाथों में मेहंदी लगाए और श्रृंगार किए खड़ी दुल्हन ने अखबार मंगवा लिया। जब दूल्हे ने अखबार पढ़ने में असमर्थता व्यक्त की तो सभी लोग हतप्रभ रह गए।
फर्रुखाबाद का यह है मामला: कोतवाली क्षेत्र के गांव कायमपुर में जनपद हरदोई के एक गांव से कन्या पक्ष के लोग लगुन कार्यक्रम को आए थे। लगुन में सोने की चेन न देने पर लड़के वालों ने लगुन चढ़ाने से इन्कार कर दिया। कई घंटों तक दोनों पक्षों में सुलह समझौता को लेकर बातचीत चलती रही। बात न बनने पर पुलिस के पास मामला पहुंचा। कोतवाली में दोनों पक्षों ने अपनी अपनी बात कोतवाली प्रभारी संजय मिश्रा को बताई। दोनों पक्षों में समझौते का प्रयास चल रहा है। पुलिस ने लड़के पक्ष के एक लोग को अपनी निगरानी में रोक लिया है।
- यह भी पढ़े…….
- तीसरी लहर से बच्चों को बचाने के लिए वित्तमंत्री ने की 23,220 करोड़ पैकेज की घोषणा.
- दो बच्चा नीति की प्रासंगिकता, सात दशक से चल रहा प्रयास.
- चिंता का सबब बने हैं वायरस के ये वैरिएंट.
- बिहार के छपरा में 7 दिनों के अंदर मिले 2 नर कंकाल.
- बिहार पुलिस ने अज्ञात मान जिस शव को दफनाया, उसे कब्र से निकाला गया क्यों?
- दो बच्चा नीति की प्रासंगिकता, सात दशक से चल रहा प्रयास.
- आखिर क्या होते हैं ड्रोन्स,आतंकी ड्रोन्स से भयभीत हुई दुनिया?