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दूल्हे ने लगाई गुहार कहा,मुझे मेरी बीवी दिलाओ. - श्रीनारद मीडिया
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दूल्हे ने लगाई गुहार कहा,मुझे मेरी बीवी दिलाओ.

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जेठ बदचलन है, पति यकीन नहीं करता-महिला

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

बिहार के नालंदा जिले में शादी की सारी रस्में हो जाने के बाद दुल्हन ने दूल्हे के साथ ससुराल जाने से इंकार कर दिया। दुल्हन का कहना है कि दूल्हा दिव्यांग है, इसलिए वो ससुराल नहीं जाएगी। वहीं दूल्हे ने थाने पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है। दूल्हे का कहना है कि शादी के बाद उसे दिव्यांग साबित किया गया है। गांव में बदनामी हो रही है। अब उसे अपनी दुल्हन को साथ ले जाना है।

जानकारी के अनुसार नूरसराय थाना क्षेत्र के रतनपुरा गांव के निवासी मनोज मांझी की बेटी शोषम कुमारी की शादी मुकेश कुमार के साथ बीते 8 जुलाई को हुई थी। लड़की का कहना है कि फेरे लेने के वक्त लड़का लड़खड़ा कर चल रहा था।  दिव्यांग होने के कारण लड़का पसंद नहीं है। लड़की ने बताया है कि उसने शादी के पहले लड़के को नहीं देखा था। पिता ने यह शादी तय की थी। उनके अलावा घर के किसी सदस्य ने लड़के को नहीं देखा।

शादी होने के बाद दूसरे घर में मौजूद देवी-देवताओं के पैर छूने गई तो लड़का पीछे-पीछे और वह आगे-आगे चल रही थी। सीढ़ी चढ़ने के दौरान लड़का लड़खड़ाने लगा, जिससे उसके दिव्यांग होने का पता चला। उसने जब दूल्हे के साथ जाने से इंकार कर दिया तो कुछ गांव वाले और बारात में आए लोग जबरदस्ती लड़की को बोलेरो में बैठाने लगे। किसी तरह वह गाड़ी से निकलकर घर आई और ससुराल जाने से इंकार कर दिया। लड़की का कहना है कि अब वह लड़के के साथ किसी भी कीमत पर रहना नहीं चाहती है।

लड़के ने इस संबंध में थाने पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है। लड़के का कहना है कि शादी के बाद जब बिना दुल्हन के वह अपने गांव पहुंचा तो उसकी काफी बदनामी होने लगी। इसलिए मुझे मेरी पत्नी किसी भी सूरत में चाहिए। इस मामले में नूरसराय थाना अध्यक्ष वीरेन्द्र चौधरी ने बताया की आवेदन प्राप्त हुआ है, पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।

जेठ बदचलन है, पति यकीन नहीं करता-महिला

यूपी के बरेली में महिला आयोग की जनसुनवाई में पहुंची महिलाओं ने जब दर्द भरी कहानी बयां की तो वहां मौजूद भी सुनकर हैरान रह गए। किसी को भी यकीन नहीं था कि लोग इस हद तक जा सकते हैं। कोई पति की शिकायत लेकर आया था तो कोई ससुराल वालों की। किसी ने बेटी होने पर प्रताड़ित करने की शिकायत की तो किसी ने जेठ-जेठानी पर गंभीर आरोप लगाए। जनसुनवाई के दौरान एक मामला ऐसा भी था जिसने ससुराल ही नहीं पति-पत्नी के रिश्ते से भी भरोसा उठा दिया। बिथरी इलाके की 20 साल की विवाहिता ने अपने जेठ की कारगुजारियों का चिट्ठा महिला आयोग के सामने रख दिया। कहा, जेठ बदचलन है। पति मेरा यकीन नहीं करता। मुझे उस परिवार में नहीं रहना।

विवाहिता ने बताया कि उसकी शादी बीसलपुर के पास एक गांव में हुई थी। जेठ और जेठानी बरेली में रहते हैं। पति शादी के बाद जेठ-जेठानी के मकान में ही मुझे भी ले आए। पांच लाख रुपये और एक बाइक मायके से लाने को कहने लगे। विरोध पर मारपीट शुरू कर दी। 29 मई को पति और जेठानी काम से बाहर गए थे।

जेठ ने कमरे में बंदकर रेप की कोशिश की। मैं पिता के घर रह रही हूं। जेठ फोन पर जान से मारने की धमकी दे रहा है। उसकी रिकार्डिंग मौजूद है। विवाहिता की बात सुनने के बाद आयोग की सदस्य मिथिलेश अग्रवाल ने बिथरी पुलिस को जांच कर रिपोर्ट देने को कहा। जनसुनवाई के दौरान 18 शिकायतें आईं। महिला आयोग की सदस्य ने संबंधित अधिकारियों को शिकायतों के निस्तारण की जिम्मेदारी सौंपी।

पति ने फांसी लगा ली, ससुराल वाले मुझे परेशान कर रहे 

पुराने शहर की एक महिला ने आयोग को बताया कि उसकी शादी पीलीभीत के बरखेड़ा में पिछले साल जून में हुई थी। शादी के बाद से ससुराल वाले परेशान करते रहे। पिछले साल अक्तूबर में पति ने फांसी लगा ली। आयोग की सदस्य ने मामले की जांच महिला थाने को सौंप दी।

दो बेटियां पैदा हो गईं तो पति ने घर से निकाला

बदायूं रोड की महिला ने बताया कि उनकी शादी दिसंबर 2015 में सुभाष नगर में हुई थी। देहज को लेकर ससुराल वाले मारपीट करते रहे। मेरे हाथ की हड्डी तक तोड़ दी। 2017 में बेटी को जन्म दिया। बेटी पैदा होने से नाखुश ससुराल वालों ने फिर मारपीट शुरू कर दी। 2021 में दूसरी बेटी हुई तो मुझे घर से निकाल दिया। आयोग की सदस्य ने इस मामले की भी जांच महिला थाने को दे दी।

सदस्य ने देखा नारी निकेतन का हाल

नारी निगम के शेल्टर होम में शिफ्ट किए गए नारी निकेतन का हाल देखने महिला आयोग की सदस्य मिथिलेश अग्रवाल पहुंचीं। मानसिक तौर पर अनफिट संवासिनियों के रहने के इंतजाम को देखा। हालांकि संस्था में कोई कमी नहीं मिली।

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