चर्चाओं का बाजार गर्म, अशोक दुबे हत्याकांड का असली अपराधी कौन ?
श्रीनारद मीडिया, सिवान (बिहार):
सीवान जिलें के गुठनी थाना क्षेत्र के पिपराती गांव निवासी अशोक दुबे हत्याकांड की गुत्थी सुलझ नहीं पाई है। ऐसे में क्षेत्र में यह चर्चा जोरों पर है कि आखिर कौन है अशोक दुबे के असली हत्यारें?
हालांकि मृतक के पत्नी प्रीति देवी के तहरीर पर पुलिस ने लंगरपुरा निवासी विजय पांडेय सहित पांच लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है जिसमें दो लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है। पत्नी ने लिखित आवेदन देने के एक दिन बाद एक निजी चैनल को दिए साक्षात्कार में उमेश तिवारी ऊर्फ बैज तिवारी को भी आरोपित कर रहीं हैं।
पत्नी के मीडिया में दिए गए वक्तव्य के अनुसार बैज तिवारी ने ही पहली गोली अशोक दुबे को मारी । इधर विजय पांडेय के परिजनों के अनुसार जिस वक्त घटना हुई उस वक्त विजय पांडेय एक कार्यक्रम में शामिल होने देवरिया गएं थे उनके साथ गांव के बहुत सारे लोग भी गए थे। घटना के तुरंत बाद पुलिस ने विजय पांडेय के घर से उनके दोनों बेटे जय पांडेय और अभय पांडेय को हिरासत में लिया। अब सवाल यह उठता है की अगर अशोक दुबे के हत्या में अभय और जय शामिल होते तो क्या वे लोग आराम से घर बैठे होते।
पुलिस के अनुसार इस घटना का सूचक और अशोक दुबे के साथ रहने वाले उमेश तिवारी ऊर्फ बैज तिवारी भी फरार है । लोगों के बीच यह चर्चा का विषय बना हुआ है की आखिर बैज तिवारी पुलिस के पूछताछ से क्यों बचना चाहता है ? आखिर घटना के बाद अशोक दुबे के परिजनों से मुलाकात बैज तिवारी ने क्यों नहीं की? अगर बैज तिवारी घटना के वक्त साथ था ऐसा कैसे संभव है की उसे कोई नुकसान नहीं पहुंचा? ऐसे में क्या वाकई विजय पांडेय व आरोपित किए गए लोग ही मुजरिम है असली हत्यारा कोई और? इस प्रकार के कई सवाल लोगों के बीच चर्चाओं में लगातार जारी है। इन सभी सवालों का जवाब उमेश तिवारी ऊर्फ बैज तिवारी से पूछताछ के बाद ही मिल पाएगा।
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