परिवार नियोजन कार्यक्रम में उत्कृष्ट योगदान देने वाले चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों को मिला पुरस्कार
• पुरूष नसबंदी में छपरा सदर अस्पताल और महिला बंध्याकरण में मकेर को मिला पहला स्थान
• कंडोम वितरण में सदर प्रखंड को मिला प्रथम पुरस्कार
• परिवार नियोजन कार्यक्रम पर कार्यशाला का हुआ आयोजन
श्रीनारद मीडिया, पंकज मिश्रा, अमनौर /छपरा (बिहार):
मातृ-शिशु स्वास्थ्य की नींव परिवार नियोजन कार्यक्रम में उत्कृष्ट योगदान देने वाले चिकित्सकों, स्वास्थ्यकर्मियों, एएनएम, आशा और स्वास्थ्य संस्थानों को सम्मानित किया गया। छपरा सदर अस्पताल के जिला स्वास्थ्य समिति सभागार में आयोजित कार्यशाला के दौरान सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा ने प्रशस्ति पत्र और अवार्ड देकर सम्मानित किया। इस दौरान परिवार नियोजन के उपलब्धियों, चुनौतियों और आगामी कार्य योजना पर चर्चा की गयी। जिला स्वास्थ्य समिति के डीसीएम ब्रजेंद्र कुमार सिंह ने परिवार नियोजन के उपलब्धियों पर पीपीटी के माध्यम से चर्चा की।
इस दौरान पुरूष नसबंदी में सदर अस्पताल छपरा को पहला स्थान, मांझी सीएचसी को दूसरा तथा एकमा सीएचसी को तीसरा स्थान का पुरस्कार दिया गया। वहीं महिला बंध्याकरण में मकेर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को पहला, दिघवारा को दूसरा तथा अनुमंडलीय अस्पताल सोनपुर को तीसरा आवार्ड मिला। सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा ने पीपीएस में रेफरल अस्पताल बनियापुर को आवार्ड दिया गया। पीपीआईयूसीडी में पीएचसी नगरा को पहला, सीएचसी परसा को दूसरा तथा सीएचसी दरियापुर को तीसरा स्थान मिला।
डीसीएम ब्रजेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि आईयूसीडी में सीएचसी इसुआपुर को पहला, पीएचसी लहलादपुर को दूसरा तथा रेफरल अस्पताल मढौरा को तीसरा पुरस्कार दिया गया है। वहीं अंतरा में पानापुर को अवार्ड मिला है। पीएआईयूसीडी में सीएचसी जलालपुर और अमनौर को पुरस्कृत किया गया।
कंडोम वितरण में सदर प्रखंड को पहला स्थान:
पुरस्कार वितरण समारोह में सदर प्रखंड को सबसे अधिक कंडोम वितरण करने के मामले में पहला स्थान हासिल होने पर पुरस्कार दिया गया। वहीं रेफरल अस्पताल तरैया को दूसरा स्थान मिला है। अगर प्रेग्नेंसी कीट जांच की बात करें तो मशरक को पहला और रिविलगंज को दूसरा स्थान मिला है। इसके अलावां उत्कृष्ट योगदान करने वाले चिकित्सकों और कर्मियों को सम्मानित किय गया। जिसमें सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. आरएन तिवारी, बनियापुर के डॉ. सरिता सिन्हा, गड़खा के डॉ. मेहा कुमारी, मशरक के डॉ. कविता सिंह, मढौरा के कंचन कुमारी, एकमा के रिंकी कुमारी, गड़खा प्रभावती कुमारी, अमनौर माला कुंअर, सोनपुर के संजू देवी और सदर अस्पताल के बबिता कुमारी को सम्मानित किया गया।
सम्मानित करने से सकारात्मक प्रतिस्पर्धा की भावना का होता है विकास :
सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा ने कहा कि काम करने वालों को सम्मानित करने से एक सकारात्मक प्रतिस्पर्धा की भावना का विकास होता है। ऐसी प्रतिस्पर्धा से स्वास्थ्य के क्षेत्र में समुदाय को काफी फायदा मिलता है। उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों की सराहना करते हुए कहा बेहतर काम और मरीजों के साथ अच्छा व्यवहार ही इस मिशन को सफल बना रहा है। आशा कार्यकर्ता ही स्वास्थ्य सेवाओं का केंद्र बिंदु हैं। परिवार नियोजन ही नहीं बल्कि जो भी स्वास्थ्य कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। उनकी सफलता में आशा कार्यकर्ताओं की भूमिका बेहद अहम है। इसलिए उन्हें सतत प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए। उत्कृष्ट काम को सम्मान मिलना चाहिए। इस मौके पर डीएमओ डॉ. दिलीप कुमार सिंह, डीपीएम अरविन्द कुमार, डीसीएम ब्रजेंद्र कुमार सिंह, डीएमएनई ब्रजेश कुमार, सीफार के डीपीसी गनपत आर्यन, पीएसआई इंडिया के राजीव कुमार, मुरलीधर, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बीएचएम, बीसीएम समेत अन्य मौजूद थे।
मिशन परिवार विकास अभियान को सफल बनाएं:
डीपीएम अरविन्द कुमार ने कहा कि मिशन परिवार विकास अभियान कार्यक्रम के तहत आगामी 10 मार्च से 29 मार्च तक विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। लेकिन 10 मार्च से 16 मार्च तक दंपति संपर्क पखवाड़ा आयोजित किया जाएगा, जबकि 17 मार्च से 29 मार्च तक परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा आयोजित किया जाएगा। इस अभियान को सफल बनाना हम सबकी जिम्मेदारी है।
यह भी पढ़े
स्टूडियो में घुसकर संचालक की गोली मारकर हत्या
दिल्ली में पकड़ी गई खतरनाक महिला नक्सली,फर्जी नाम से कर रही थी नौकरी
कैबिनेट मंत्री ओपी राजभर पुलिस से खफा,थाने के घेराव का किया ऐलान,शाम तक का दिया अल्टीमेटम,मचा हड़कंप
रघुनाथपुर : प्रमुख कार्यालय में केक काटकर प्रखंड प्रमुख मनोज सिंह ने मनाया जन्मदिन
भोजपुर में व्यक्ति को अपराधियों ने मारी गोली:सब्जी खरीदने घर से निकले थे शख्स
वाहन जांच में मानपुर थानाध्यक्ष पर हमला