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परिवार और बेटों पर ही पार्टी लगा रही है दांव!

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बेलागंज सीट पर जेडीयू ने पूर्व एमएलसी मनोरमा देवी को टिकट दिया

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

बिहार की चार सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए महागठबंधन ने सभी चार प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है। जिसमें तीन सीटों पर आरजेडी और एक सीट पर माकपा माले चुनाव लड़ेगी। लालू यादव की आरजेडी ने तीन सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं। बेलागंज से विश्वनाथ कुमार सिंह, रामगढ़ से राजद के अजीत कुमार सिंह, और इमामगंज से रोशन कुमार मांझी शामिल हैं।

तीन में दो सीटों पर राजद ने नेताओं के बेटों पर दांव लगाया है। आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे अजीत सिंह रामगढ़ से विधायकी का चुनाव लड़ेंगे। आपको बता दें बक्सर से सुधाकर सिंह सांसदी का चुनाव जीते हैं। जिसके बाद रामगढ़ की सीट खाली हुई थी। सुधाकर सिंह जगदानंद के बड़े बेटे हैं।

वहीं जहानाबाद से राजद सांसद सुरेंद्र प्रसाद यादव के विश्वनाथ कुमार सिंह बेलागंज से विधायकी का चुनाव लड़ेंगे। वहीं इमामगंज की सीट से रोशन कुमार मांझी को उम्मीदवार बनाया है। इसके अलावा तरारी की सीट से भाकपा माले के राजू यादव चुनावी मैदान में होंगे। रामगढ़ सीट पर जगदानंद के बेटे अजीत सिंह का मुकाबला बीजेपी के अशोक कुमार सिंह से होगा। अशोक पहले भी इस सीट से विधायक रह चुके हैं।

बीजेपी दो सीटों पर चुनाव लड़ रही है। जिसमें तरारी से विशाल प्रशांत को टिकट दिया है। जिनका मुकाबला महागठबंधन के भाकपा माले प्रत्याशी राजू यादव से होगा। वहीं एनडीए की ओर से बेलागंज पर जेडीयू प्रत्याशी और इमामगंज की सीट से जीतन मांझी की हम के प्रत्याशी चुनावी मैदान में होंगे। अभी एनडीए की ओर से बेलागंज और इमामगंज सीट से प्रत्याशियों के नाम का ऐलान होना बाकी है। महागठबंधन ने उपचुनाव की सभी 4 सीटों पर प्रत्याशी उतार दिए हैं।

बिहार के चार विधायक सुदामा प्रसाद, सुधाकर सिंह, सुरेंद्र यादव और जीतन राम मांझी सांसद चुन लिए गए हैं। जिसके बाद इन चारों सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं। तरारी से सुदामा प्रसाद, रामगढ़ से सुधाकर सिंह, बेलागंज से सुरेंद्र यादव और इमामगंज से जीतन राम मांझी विधायक थे। जिनके इस्तीफे के बाद चारों सीटें खाली हुईं हैं।

बीजेपी दो सीटों पर चुनाव लड़ रही है। जिसमें तरारी से विशाल प्रशांत को टिकट दिया है। जिनका मुकाबला महागठबंधन के भाकपा माले प्रत्याशी राजू यादव से होगा। वहीं एनडीए की ओर से बेलागंज पर जेडीयू प्रत्याशी और इमामगंज की सीट से जीतन मांझी की हम के प्रत्याशी चुनावी मैदान में होंगे। अभी एनडीए की ओर से बेलागंज और इमामगंज सीट से प्रत्याशियों के नाम का ऐलान होना बाकी है। महागठबंधन ने उपचुनाव की सभी 4 सीटों पर प्रत्याशी उतार दिए हैं।

आपको बता दें बिहार के चार विधायक सुदामा प्रसाद, सुधाकर सिंह, सुरेंद्र यादव और जीतन राम मांझी सांसद चुन लिए गए हैं। जिसके बाद इन चारों सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं। तरारी से सुदामा प्रसाद, रामगढ़ से सुधाकर सिंह, बेलागंज से सुरेंद्र यादव और इमामगंज से जीतन राम मांझी विधायक थे। जिनके इस्तीफे के बाद चारों सीटें खाली हुईं हैं।

इस उपचुनाव में महागठबंधन, एनडीए के अलावा प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी भी चुनावी मैदान में हैं। एनडीए की ओर से बीजेपी -2, जेडीयू-1, हम-1 सीट पर चुनाव लड़ रही है। तो वहीं महागठबंधन की ओर से आरजेडी-3, भाकपा माले-1 सीट पर चुनावी मैदान में है। ग्रांड अलायंस की सहयोगी कांग्रेस उपचुनाव नहीं लड़ रही है। वो महागठबंधन के प्रत्याशियों का समर्थन करेगी। प्रशांत किशोर की जनसुराज ने तरारी, इमामगंज और बेलागंज से उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है।

जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने क्षेत्र की कद्दावर नैत्री एवं पूर्व एमएलसी मनोरमा देवी को टिकट दिया है। उनका मुकाबला जहानाबाद से राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के सांसद सुरेंद्र यादव के बेटे विश्वनाथ सिंह से होगा। खास बात यह है कि दोनों ही यादव जाति से आते हैं। इसी सीट से प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी ने मुस्लिम उम्मीदवार प्रोफेसर खिलाफत हुसैन को उतारा है।

जेडीयू ने रविवार को बेलागंज से मनोरमा देवी की उम्मीदवारी की घोषणा की। सीएम नीतीश कुमार और जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा की मंजूरी के बाद प्रदेश महासचिव चंदन कुमार सिंह ने शनिवार को आधिकारिक सूचना जारी की। बेलागंज समेत बिहार की चार सीटों पर 13 नवंबर को मतदान होगा। इसके लिए अधिसूचना जारी हो चुकी है और नामांकन की आखिरी तारीख 25 अक्टूबर है। उपचुनाव के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे।

मनोरमा देवी 2003 में निर्दलीय और 2015 में जेडीयू से विधान पार्षद (एमएलसी) रह चुकी हैं। 2020 के विधानसभा चुनाव में जेडीयू ने उन्हें गया जिले की अतरी सीट से टिकट दिया था। मगर वे चुनाव हार गई थीं। अब पार्टी ने उन्हें बेलागंज से प्रत्याशी बनाया है। हालांकि, इस सीट को आरजेडी का गढ़ माना जाता है। सुरेंद्र यादव लगातार 6 बार यहां से विधायक रह चुके हैं। उनके सांसद बनने के बाद खाली हुई इस सीट पर आरजेडी ने सुरेंद्र यादव के बेटे को टिकट दिया था। ऐसे में बेलागंज में उपचुनाव का मुकाबला रोचक होने वाला है।

 

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