बांग्लादेश में हिंदुओं का उत्पीड़न हिटलर की नाजी ताकतों के अत्याचार को भी पीछे छोड़ दिया है- शुभेंदु अधिकारी
बांग्लादेश में शेख हसीना के हटते ही हिंदुओं पर अत्याचार
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बांग्लादेश के चटगांव में हिंदुओं पर हुए हमले पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए राज्य के विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से हस्तक्षेप की मांग की. भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया कि बांग्लादेश में हिंदुओं का उत्पीड़न हिटलर की नाजी ताकतों के अत्याचार को भी पीछे छोड़ दिया है. साथ ही उन्होंने टिप्पणी की कि दुनिया के सभी हिंदुओं को एकजुट होकर बांग्लादेश के हिंदुओं के साथ खड़ा होना चाहिए. शुभेंदु अधिकारी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर यह दावा किया.
शुभेंदु अधिकारी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि बांग्लादेशी सेना और वहां की पुलिस ने संयुक्त रूप से चटगांव के हजारी गली और बांग्लादेश के अन्य हिंदू बहुल स्थानों पर निर्दोष, निहत्थे हिंदुओं पर हमला किया. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश की संयुक्त सेना केवल हिंदुओं पर हमला करने तक ही नहीं रुकी, बल्कि उन्होंने दुकानें, घर, सोना, पैसा और घर के सभी कीमती सामान लूट लिये गये. सीसीटीवी बंद कर दिये गये या तोड़फोड़ दिये गये, ताकि सबूत के तौर पर कोई वीडियो फुटेज न रहे.
घटना पर इस्कॉन ने भी पीएमओ से हस्तक्षेप की मांग की
बांग्लादेश में हिंदुओं में खौफ का माहौल है. तख्तापलट के बाद से हिंदुओं को निशाना बनाये जाने की घटनाएं सामने आ रही हैं. इस मामले को लेकर इस्कॉन कोलकाता के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट किया है. इसमें उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) और विदेश मंत्री एस जयशंकर से हिंदुओं की सुरक्षा की अपील की है. राधारमण दास ने अपने पोस्ट में कहा हम बांग्लादेश में गंभीर स्थिति से बहुत चिंतित हैं.
बांग्लादेश में शेख हसीना के इस्तीफा देकर भागने के बाद देश के अंदर हिंदुओं के ऊपर अत्याचार शुरू हो गया। बांग्लादेश में जगह-जगह पर हिंदू मंदिरों और हिंदू समुदाय पर हमले की खबरें आई। बांग्लादेश के रिपोर्ट से पता चलता है कि हिंदुओं के घरों और मंदिरों को निशाना बनाया गया । इस्कॉन और काली मंदिर पर हमले हुए हैं, जिसके बाद हिंदुओं को जान बचाने के लिए छिपना पड़ा है। न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, रंगपुर से हिंदू काउंसलर काजल रॉय की उपद्रवियों ने हत्या कर दी। बांग्लादेश की सेना हिंदू अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए सामने आई।
उपद्रवियों ने शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग के नेताओं पर हमले के साथ ही अल्पसंख्यकों को भी निशाना बनाया। राजधानी ढाका में स्थित भारतीय सांस्कृतिक केंद्र में तोड़फोड़ हुई. हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद की काजल देबनाथ ने बताया है कि तनाव के बीच समुदाय डरा रहा। इस्कॉन इंडिया के प्रवक्ता, युधिष्ठिर गोविन्द दास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बताया कि संस्था के एक मंदिर पर हमला किया गया और मूर्तियों को तोड़ दिया गया। उन्होंने बताया कि तीन मंदिर में मौजूद तीन लोगों ने भागकर जान बचाई। उन्होंने कहा, मुझे जो सूचना मिली है, उसके अनुसार मेहरपुर (खुलना डिवीजन) में हमारे एक केंद्र को भगवान जगन्नाथ, बलदेव और सुभद्रा देवी की मूर्तियों के साथ जला दिया गया। केंद्र में जो तीन श्रद्धालु रह रहे थे, वे किसी तरह जान बचाने में सफल रहे।
बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ़ हिंसा भयानक है। बर्बर इस्लामी भीड़ द्वारा उन्हें मारा जा रहा है और उनके घरों और मंदिरों को जलाया जा रहा है। इसे तुरंत रोका जाना चाहिए’.
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