चूहे ला रहे थे बाढ़, अब चोर काटकर ले जा रहे पुल,कहाँ?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार में चूहे पहले से ही गजब ढ़ा रहे थे, अब चाेरों के कारनामे जानकर भी लोग दांतों तले अंगुलियां दबा रहे हैं। ये चोर छोटे-छोटे सामान नहीं, पूरा का पूरा पुल ही उड़ा ले रहे हैं। रोहतास व जहानाबाद में पुल की चोरी के मामले चर्चा में ही थे कि अब बांका के चांदन प्रखंड में भी एक पुल की चोरी हो गई है। इसके पहले चूहे भी गजब ढ़ाते रहे हैं। बिहार के चूहे थाने में रखी शराब तो गटकते ही रहे, उन्होंने बांध तक कुतर डाला। रेलवे स्टेशन के टिकट बुकिंग को भी ठप कर दिया।
अब बांका में चोरी हो गया बेली ब्रिज
बिहार के रोहतास व जहानाबाद में लोहे के पुल की चोरी के बाद अब बांका जिले के चांदन प्रखंड में लोहे के पुल (बेली ब्रिज) की चोरी हो गई है। चांदन प्रखंड के सिलजोरी में लोहे के पुल का करीब दो तिहाई हिस्सा चोर गैस कटर से काटकर ले गए हैं। खास बात यह कि स्थानीय पंचायत या पुलिस को इसकी जानकारी नहीं है।
एक दशक से उपयोग में नहीं था पुल
यह पुल भागलपुर के सुल्तानगंज से देवघर (झारखंड) तक के कांवरिया पथ में झाझा और पटनिया गांव को जोड़ता था। 1995 में आई भीषण बाढ़ के बाद श्रावणी मेले में कांवरियों को झाझा गांव से पटनिया धर्मशाला जाने के लिए एक बड़े तालाब से होकर गुजरना पड़ता था। इसी समस्या के निदान के लिए पुल का निर्माण किया गया था। बाद में नया कच्चा कांवरिया पथ बन जाने के बाद करीब एक दशक से यह पुल उपयोग में नहीं था। इसके बाद पुल के लोहे पर चोरों की नजर पड़ गई। हालांकि, चांदन के प्रखंड विकास पदाधिकारी राकेश कुमार ने पुल की चोरी की जानकारी से इनकार करते हुए मामले को दिखवा लेने का भरोसा दिया।
पहले भी हो चुका है दो पुलों की चोरी
इसके पहले हाल ही में रोहतास व जहानाबाद में दो पुलों की चोरी के मामले सामने आए थे। रोहतास के नासरीगंज प्रखंड क्षेत्र में अमियावर स्थित आरा मुख्य नहर पर बना लोहे का पुल गायब हो गया है। जहानाबाद में दरधा नदी पर ब्रिटिश काल में बने लोहे के पुल को काट कर ले जा रहे थे। पुल का काफी हिस्सा भी चोरी हो चुका है।
चाेरों से कम शातिर नहीं बिहार के चूहे
बिहार के चाेरों से कम शातिर यहां के चूहे नहीं हैं। चोर पूरा पुल ले उड़क तो ये चूहे बाढ़ तक ला देते रहे हैं। साल 2017 में बिहार के तत्कालीन जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन ने राज्य में आई बाढ़ के लिए चूहों को जिम्मेदार बताया था। उन्होंने कहा था कि बाढ़ को रोकने के लिए बनाए गए तटबंधों में चूहों ने सुराख बना दिए, जिससे वे कमजोर हो गए और उनमें बाढ़ का पानी घुस गया।
इसके पहले इसी साल बिहार में शराबबंदी के दौरान जब्त कर थानों में रखी शराब हजारों लीटर शराब गायब होने पर पुजिस ने बताया कि शराब चूहे पी गए थे। इन चूहों ने बिहार में और भी उत्पात किए हैं। चूहों ने शिक्षक नियोजन की कई फाइलें भी कुतर डालीं थीं। साल 2021 में औरंगाबाद जिला के फेसर रेलवे स्टेशन पर टिकट बुकिंग काउंटर को ठप कर दिया था।
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