बिना आधार की रिपोर्ट प्रतिष्ठित अखबार में नहीं छपनी चाहिए थी-नीति आयोग.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
स्वास्थ्य मंत्रालय और नीति आयोग ने गुरुवार को देश में कोरोना की दूसरी लहर के संभलते हालात के आंकड़े बताए। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सरकार ने न्यूयॉर्क टाइम्स की उस रिपोर्ट का भी जिक्र किया, जिसमें भारत में कोरोना से 40 लाख मौतों की आशंका जाहिर की गई थी।
नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने कहा कि ये एनालिसिस ही गलत तरीके से किया गया। ये उन दूषित सोच वालों की देन है, जिन्होंने फोन पर जानकारी जुटाकर ये रिपोर्ट तैयार कर ली। वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने भी कहा कि न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट निराधार है।
NYT की रिपोर्ट पर सरकार के जवाब
- डॉ. वीके पॉल ने न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट पर कहा- कुल इन्फेक्शन में मौतों का प्रतिशत िकिस आधार पर तय कर लिया? और इसमें भी 5 लोगों ने फोन पर पूछकर रिपोर्ट तैयार की। बिना किसी आधार के मौतों को 12 गुना तक बढ़ा दिया। यही बात अगर न्यूयॉर्क के संबंध में लागू की जाए तो?
- मई में उन्होंने मौतों को 16 हजार बताया और खुश हो रहे हैं कि उनका मॉर्टिलिटी रेट 0.97% है। अगर हम इसे 3 गुना करें तो 50 हजार मौतें, 6 गुना करें तो 90 हजार और अगर 12 गुना कर दें तो 1.75 लाख मौतें होती हैं।
- पर, यहां वो अपना फॉर्मूला लागू नहीं करेंगे, वह यहां पर अपनी मौतों को 16 हजार ही बताएंगे। इन लोगों ने इन्फेक्शन के लिए जो डेटा इस्तेमाल किया वो दिसंबर-जनवरी का सीरो सर्वे का डेटा है, जो आज अप्लाई नहीं होता।
- मौतें किस आधार पर तय कीं पता नहीं। हमारे पास मौतों को ट्रैक करने का मजबूत सिस्टम है। एक प्रतिष्ठित अखबार में इस तरह की रिपोर्ट पब्लिश नहीं होनी चाहिए थी। ये सही नहीं है और हम इसे स्वीकार नहीं करते।
भारत में कोरोना का अब तक का इम्पैक्ट
भारत में अभी तक आधिकारिक रूप से 2.69 करोड़ लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं, जबकि 3.07 लाख लोगों की इससे मौत हुई है। देश में अभी 24 लाख 15 हजार 7612 मरीजों का इलाज चल रहा है। बीते 24 घंटे में 2 लाख 11 हजार 275 नए कोरोना संक्रमित मिले। इनसे ज्यादा, यानी 2 लाख 82 हजार 924 मरीज ठीक हो गए। 3,841 की मौत हुई।
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में क्या कहा गया
- द न्यूयॉर्क टाइम्स ने भारत में मौत के सही आंकड़ों का अनुमान लगाने के लिए एक दर्जन से ज्यादा एक्सपर्ट की मदद ली। इन एक्सपर्ट ने भारत में महामारी को तीन स्थितियों में बांटा- सामान्य स्थिति, खराब स्थिति, बेहद खराब स्थिति।
- बेहद खराब स्थिति वाली रिपोर्ट में संक्रमण के वास्तविक आंकड़ों से 26 गुना ज्यादा संक्रमण का अनुमान लगाया है। संक्रमण से मृत्यु की दर का अनुमान भी 0.60% रखा गया। ये अनुमान कोरोना की दूसरी लहर और देश की चरमरा चुकी स्वास्थ्य व्यवस्था को देखते हुए लगाया गया है। इस स्थिति में 70 करोड़ लोगों के संक्रमित होने और 42 लाख लोगों की मौत का अनुमान लगाया गया है।
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