अयोध्या में रामभक्त हनुमानजी के सेवकों की सेवा जरूरी : संजय दास
महंत श्री ज्ञानदास महाराज के कृपापात्र एवं संकट मोचन सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बेबाकी से रखी जन भावनाओं की बात
बोले संजय दास अभी भी आम श्रद्धालुओं के लिए अनेक मूलभूत कार्य हैं आवश्यक
कृष्ण कुमार द्विवेदी ‘‘राजू भैया’’ श्रीनारद मीडिया *
भगवान श्रीराम लला के राम मंदिर निर्माण के उपरान्त अयोध्या धाम में श्रद्धालुओं की अत्याधिक भीड़ हो रही है। खासकर श्री हनुमान गढ़ी धाम में प्रसाद चढ़ाने वाले भक्तजन भी लाखों की संख्या में पहुंच रहे हैं। ऐसे में यह आवश्यक है कि श्रीराम जी के परम भक्त हनुमान जी के सेवकों की सेवा अयोध्या धाम में पूरे समर्पण के साथ की जाये। उक्त बात हिन्दी दैनिक तिजारत से वार्ता करते हुए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पूर्व अध्यक्ष महंत ज्ञानदास जी महाराज के कृपापात्र एवं राष्ट्रीय संकटमोचन सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष, युवा संत स्वामी संजयदास जी महाराज ने कही।
संजय दास जी महाराज ने वार्ता के दौरान कहा कि आज अयोध्या धाम में देश तथा दुनिया के कोने-कोने से लाखों करोड़ों श्रद्धालू आ रहे हैं। अब तक करोड़ों भक्त श्रीराम लला जी का दर्शन कर चुके हैं। उन्होंने कहा अयोध्या में जो विकास कार्य हुआ उसका हृदय से स्वागत है लेकिन अभी भी आने वाले लाखों करोड़ों श्रद्धालुओं की मूलभूत आवश्यकताओं से सम्बन्धित कई अन्य आवश्यक कार्य भी नितान्त जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि श्रीराम जी का दर्शन करने आये भक्त श्री हनुमान जी का दर्शन करने के लिए श्री हनुमान गढ़ी के दरबार में आवश्यक रूप से आते हैं। श्रृंगार हाट से लेकर मंदिर तक तमाम भक्तों की संख्या रहती है। ऐसे में जरूरी है कि श्रीराम भक्त हनुमान जी के सेवक सुलभता से हनुमान जी का दर्शन, भजन कर सकें। उन्हें गर्मी से बचाने के लिए टीन शेड की आवश्यकता है। धूप से होने वाली जलन से बचाने के लिए पूरे मार्ग को मैटी से सुसज्जित किये जाने की आवश्यकता है। इसके अतिरिक्त परम पूज्य महिलाओं व अन्य भक्तों को कोई कष्ट न हो इसके लिए जरूरी है कि पीने के पानी, चिकित्सीय व्यवस्था तथा प्रशाधन एवं शौचालयों की पूरे अयोध्या धाम में सम्पूर्ण व्यवस्था निहित की जाये।
संजय दास जी महाराज ने कहा प्रशासनिक अधिकारियों एवं स्थानीय निकाय के जिम्मेदारों से वार्ता हुई है। उन्होंने एक सप्ताह का समय मांगा है। लेकिन यदि अयोध्या के प्रशासनिक जिम्मेदार इन व्यवस्थाओं पर पहले चेत जाते तो वो ज्यादा अच्छा होता। उन्होंने कहा कि श्री हनुमान गढ़ी मंदिर प्रबंधन मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं का पूरा ध्यान रख रहा है। हनुमान जी के सेवकों का आवागमन एवं निकास सरल व सुलभ हो, इसकी भी व्यवस्था की जा रही है। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में एवं हिन्दू सनातन धर्म में श्री गुरूदेव महाराज की सेवा, संतो की सेवा, गौ सेवा,जरूरतमंदों की सेवा, अतिथि की सेवा एवं भक्तों की सेवा अत्यन्त महत्वपूर्ण रूप से बतायी गयी है। स्वयं मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या धाम में भी यह पौराणिक संकल्प रहा है कि यहां आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को हर संभव व्यवस्था से सम्मानित किया जाये। अयोध्या धाम सबका है, यहां जाति, पंथ, धर्म भेद का कोई विभेद नहीं है। क्योंकि हमारे राम जी ने सभी का उद्धार किया है।
संजय दास महाराज ने कहा कि राष्ट्रीय संकट मोचन सेना के द्वारा समय-समय पर अनेक कार्य किये जाते हैं। उन्होंने कहा कि सेना के द्वारा अन्नदान, चिकित्सा शिविर जैसी अन्य सामाजिक गतिविधियों से जुड़ें कार्यों को करते हुए जनकल्याण की भावना को मजबूत किया जा रहा है। पूरे देश में असंख्य संख्या में लोग संकटमोचन सेना से जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि अयोध्या में अन्य तमाम प्राचीन मंदिर हैं जिनका पौराणिक महत्व है उनके सौन्दर्यीकरण एवं उत्थान के लिए भी प्रयास होने चाहिए।
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