श्रीराम कथा मनुष्य के जीवन की आचार संहिता है, भाव संहिता है- कथा वाचक पूज्य राजन जी महाराज।
राम कथा मन की स्थिति को वितरित परिस्थिति में बदलने से रोकती है।
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
सीवान नगर स्थित सफायर इन होटल के सभागार में श्रीराम कथा आयोजन समिति के सदस्यों के साथ प्रसिद्ध कथा वाचक पूज्य राजन जी महाराज की एक परिचयात्मक बैठक मंगलवार को हुई। जिसमें सभी सदस्यों का परिचय श्रीराम कथा समिति के संयोजक जादूगर विजय ने कराया।
सभी प्रबुद्ध सदस्यों से परिचय के क्रम में पूज्य राजन जी ने कहा कि यह मेरे लिए परम सौभाग्य का विषय है कि मैं सीवान के स्वर्ण जयंती वर्षगांठ पर नगर मुख्यालय में कथा कहने जा रहा हूँ ,जो 02 मई 2023 से प्रारंभ होकर 10 मई 2023 तक चलेगा। कथा की सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि कथा को लेकर हमारी सोच में कितनी भव्यता है, हमारी सोच जितनी भव्य होगी कथा का स्वरूप भी उतना ही दिव्य होगा।
हम सभी इसके लिए समुचित प्रबंध करें और सीवान के प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचकर इस कथा के श्रवण हेतु उनसे प्रार्थना करें। आगे उन्होंने बताया कि आप से मैं एक और अनुरोध करता हूं कि आगामी 28 नवंबर 2022 से 8 दिसंबर 2022 तक मेरे गांव ताली जो सीवान जिले के गुठनी प्रखंड में है, वहां मेरे बाबू जी की तीसरी पुण्यतिथि पर रुद्र महायज्ञ का आयोजन निश्चित है। जो मेरे परम आदरणीय गुरु प्रेमभूषण जी के मुखारविंद से संपन्न होगा।
समारोह के क्रम में बाबू जी की प्रतिमा का अनावरण 4 दिसंबर 2022 को होगा। यज्ञ में भाग लेने हेतु कई राज्यों और देश-विदेश के कई लब्ध ख्यातिप्राप्त विद्वान,प्रबुद्धगण उपस्थित हो रहे हैं। इसी सिलसिले में मैं अपने सीवान जिले के जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक महोदय से मिलकर विधि व्यवस्था बनाए रखने एवं महायज्ञ में उपस्थित होने का आग्रह कर चुका हूँ । आप सभी से भी निवेदन है कि इस महायज्ञ में अवशय उपस्थित हो।
वहीं अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ शरद चौधरी ने कहा महाराज जी आपके गीत इतने सुकूनदायी हैं कि इसके श्रवण मात्र से हम सारे तनाव से मुक्त हो जाते हैं,आपकी कथा के कई आयाम है, पक्ष है जिसे मनन करना, चिंतन करना अपने आप में बहुत बड़ी बात है।
डॉ अशोक कुमार ने कहा कि जब भी हम कोई जटिल सर्जरी करते हैं उसमें ऊपर वाले का नाम लेते हैं और अचानक एकाएक हमारी इन उंगलियों में ऊपरवाले उपस्थित हो जाते है और हम अपने कार्य में सफल हो जाते हैं।
डॉ विजय कुमार पाण्डेय जी द्वारा यह कहे जाने पर कि महाराज जी आप राम कथा कैसे करने लगे, इस पर पूज्य राजन जी ने बड़े भावपूर्ण शब्दों में अपने इस यात्रा वृतांत को सुनाया, जिससे पूरा सभागार भावुक हो उठा। सफायर इन होटल के मालिक रूपेश कुमार सोनी के द्वारा सभी को चाय- जलपान की व्यवस्था कराई गई।
वहीं इस बैठक में कथा आयोजन समिति के स्वागताध्यक्ष डॉ शरद चौधरी, उपस्वागताध्यक्ष राजन कल्याण सिंह, सफायर इन होटल के स्वामी व व्यवस्था प्रमुख रूपेश कुमार सोनी, डॉ अशोक कुमार, धनंजय कुमार मिश्रा, शिक्षाविद् व कथा के अवसर पर प्रकशित होने वाली पत्रिका मानस-बोध के सह संपादक गणेश दत्त पाठक, डॉ विजय कुमार पाण्डेय,सह स्वागताध्यक्ष डॉ राम इकबाल गुप्ता, समिति के कोषाध्यक्ष प्रेमशंकर सिंह सुधाकर गुप्ता, नन्द कुमार दुबे, पी.के.मिश्रा, राजीव चौबे,
संस्कार भारती सीवान इकाई के अध्यक्ष बृज मोहन प्रसाद, कथा समिति के मंत्री डॉ राकेश कुमार तिवारी,कथा समिति के संयोजक विजय कुमार सिंह,नौतन प्रखंड प्रमुख पति राजेश पाण्डेय,नौतन भाजपा मंडल अध्यक्ष मंटू तिवारी,प्रमोद सिंह,प्रसिद्ध जी समेत कई गणमान्य जन उपस्थित रहे। पूरे कार्यक्रम का सफल संचालन श्रीराम कथा समिति के संयोजक जादूगर विजय ने किया।
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