12 होमगार्डों के बर्खास्त होने की कहानी : जिसके चलते SDM ज्योति मौर्य से पहले चर्चा में आ चुके मनीष दुबे
श्रीनारद मीडिया, स्टेट डेस्क:
उत्तर प्रदेश राज्य सेवा की अधिकारी ज्योति मौर्य के साथ-साथ मनीष दुबे के नाम की भी खूब चर्चा है. महोबा जिले में पदस्थ जिला होमगार्ड कमांडेंट दुबे पर ज्योति के पति आलोक मौर्य ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं. इससे इतर बात करें तो मनीष दुबे की छवि कथित तौर पर रौब दिखाकर मनमानी करने वाले अफसर की बताई जाती है. अमरोह में तैनाती के दौरान होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे का इतना दबदबा था कि जिले के जिम्मेदार अफसरों से लेकर जनप्रतिनिधि भी उनके सामने सरेंडर रहते थे. दरअसल, अमरोहा जिले में तैनात 12 होमगार्डों को उस वक्त मुसीबत का सामना करना पड़ गया, जब उन्होंने होमगार्ड एसोसिएशन जॉइन कर ली और उनकी खबर स्थानीय अखबार में छप गई.
फिर क्या था, यह देख होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे का पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया. इस मामले को आधार बनाकर होमगार्ड कमांडेंट ने अपने विभाग के 12 कर्मचारियों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया. उसके बाद होमगार्डों ने जिले भर के अफसरों और जनप्रतिनिधियों से लेकर लखनऊ तक के जिम्मेदार अफसरों से न्याय की गुहार लगाई.जिले से लेकर लखनऊ तक अफसरों ने बर्खास्त होमगार्डों की एक न सुनी और मनीष दुबे की दहशत जिले में लगातार बनी रही. किसी जिम्मेदार ने होमगार्डों की सुनवाई करने तक की हिमाकत नहीं की. 12 होमगार्ड लगभग ढाई साल तक बर्खास्त रहे.
6 होमगार्डों को हाई कोर्ट का सहारा लेना पड़ा और फिर अदालत के आदेश पर 6 होमगार्ड 2021 में बहाल हुए, तो बाकी 6 होमगार्ड स्टे के सहारे आज भी अपनी नौकरी कर रहे हैं. होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे की मनमानी के सामने डीएम, एसपी से लेकर विधायक और सांसदों ने भी चुप्पी साध ली थी. फिलहाल ज्योति मौर्य के प्रेम-प्रसंग में नाम सामने आने पर होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे पर गाज गिर सकती है. गंभीर आरोपों की जांच में दुबे को दोषी पाया गया है और उनके खिलाफ निलंबिन की सिफारिश की गई है.
‘बच्चों के लिए मैं समझौता करने को भी तैयार’, ज्योति मौर्य के पति आलोक का झलका दर्द
इसको लेकर होमगार्डों के परिवार दबी जुबान से कहते नजर आ रहे हैं कि ‘जैसी करनी, वैसी भरनी.’ वहीं, आज भी अमरोहा जिले के होमगार्डों में मनीष दुबे की दहशत बरकरार नजर आ रही है. कोई भी होमगार्ड कैमरे पर मनीष दुबे के खिलाफ मुंह खोलने को तैयार नहीं है. जबकि इस होमगार्ड कमांडेंट का अमरोहा जिले से ट्रांसफर हुए काफी समय बीत चुका है. मतलब होमगार्ड डिपार्टमेंट में दबंग होमगार्ड कमांडेंट का दबदबा आज भी दिखाई पड़ता है. ज्योति मौर्य केस में महोबा के होमगार्ड जिला कमांडेंट मनीष दुबे का भी नाम उछला है. इसे लेकर डीआईजी होमगार्ड संतोष सिंह ने अपनी जांच रिपोर्ट डीजी होमगार्ड बीके मौर्य को सौंप दी है. जांच में मनीष दुबे के 3 मामलों का जिक्र करते हुए विभाग की छवि को धूमिल करने का दोषी पाया गया है. जांच रिपोर्ट के आधार पर मनीष दुबे के निलंबन की सिफारिश कर दी गई है. जांच रिपोर्ट अब शासन को भेजी जाएगी जिसके बाद मनीष दुबे पर कार्रवाई तय होगी.
SDM ज्योति मौर्य केस: मनीष दुबे का होगा सस्पेंशन, इन दो महिलाओं की भी शिकायतों की जांच पूरी
जांच में मनीष दुबे के तीन मामलों का जिक्र किया गया है. पहला एसडीएम ज्योति मौर्य के साथ उनके संबंध और जिसकी वजह से विभाग की धूमिल हुई छवि है. दूसरा मामला अमरोहा जिले का है.
बताया जा रहा है कि मनीष दुबे के खिलाफ अमरोहा में एक महिला होमगार्ड ने भी आरोप लगाया था. कमांडेंट मनीष दुबे अकेले में उसे मिलने के लिए बुलाते हैं और जब महिला होमगार्ड मिलने नहीं गई तो उसकी ड्यूटी पर रोक लगा दी गई. महिला होम गार्ड ने इस मामले की शिकायत डीजी होम से भी की थी. जांच रिपोर्ट में तीसरी शिकायत में मनीष दुबे की पत्नी का भी जिक्र किया गया है. जिसमें मनीष दुबे की पत्नी ने जांच के दौरान लिखित बयान देकर आरोप लगाया कि शादी के बाद मनीष दुबे अब उससे 80 लाख रुपए दहेज मांग रहे हैं. अब शासन जांच रिपोर्ट के आधार पर मनीष दुबे पर कार्रवाई तय करेगा. लेकिन माना जा रहा है कि शासन मनीष दुबे को निलंबित कर विभागीय कार्रवाई के आदेश देगा.
क्या है ज्योति मौर्य मामला?
बता दें कि मनीष दुबे का नाम यूपी के प्रयागराज निवासी आलोक मौर्य ने अपनी पत्नी एसडीएम ज्योति मौर्य के साथ जोड़ा है. आलोक का कहना है कि एसडीएम बनते ही ज्योति ने उन्हें छोड़ दिया और होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे के साथ रिलेशन में आ गईं. आरोप है कि पति ने ज्योति को पढ़ाने में मदद की. लेकिन जब ज्योति बड़ी अफसर बन गई तो वह उससे अलग हो गई.
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