द कश्मीर फाइल के बीच वीरभूमि फाइल्स भी आ गई,कैसे?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
महोदय केंद्र सरकार के गृह मंत्री क्या कर रहे हैं। जैसा 1990में जम्मू-कश्मीर में पंडितो के साथ हुआ था और केन्द्र की वीपी सिंह की सरकार पर कोई कार्रवाई नहीं करने का आज सभी विरोधी दल आरोप लगा रहे हैं,जो सही भी है।और आज फिर वेसा ही जघन्य हत्याकांड बंगाल में हुआ है और केन्द्र में बैठी बीजेपी सरकार और उनके गृहमंत्री जी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।ये ममता बनर्जी पहले भी बहुत हत्यायें करवा चुकी है जहां तहां से बहुत से जांच दल भी पहुंचे,जांचें भी हुई परंतु सब टांय-टांय फिस। यहां तक कि मोदी सरकार की निष्क्रियता से वहां के अपने लोगों ने भी इस्तीफे दियेऔर सरकार बनाने वाली बीजेपी कुछ सीटों पर ही सिमट कर रह गई।ये याद रखना चाहिए कि भगवान भी साहसी ताकत वर का ही साथ देता है।
इधर अभी आप लोग द कश्मीर फाइल से थिएटर में देख रहे है, तब तक वीरभूमि फाइल्स भी आ गई। पश्चिम बंगाल के वीर भूमि में 20 परिवार के लोगों को घर में बंद करके जिंदा जला दिया गया। इनको जलाने का कारण यह था कि टीएमसी के एक मुस्लिम नेता की हत्या हो गई ग्राम प्रधान स्तर के और उसके कट्टरपंथी समर्थकों ने पूरी रात तांडव मचाया। जब लोग घरों में जल रहे थे, तो किसी ने फायर ब्रिगेड को फोन कर दिया। जब गाड़ियां आ रही थी उन घरों का आग बुझाने, तो उन गाड़ियों को भी आने से रोक दिया गया। तब तक 10 परिवार के लोग जिंदा जल कर मर गए।
यह है इस देश का सेकुलरिज्म और यह है इस देश का भाईचारा ? बाकी जिन को दि काश्मीर फाइल्स की कहानी झूठी लग रही थी ? उन्हें दी वीर भूमि फाइल जाकर लाइव देख लेना चाहिए, ज्यादा दूर नहीं है पश्चिम बंगाल का मामला है। लेकिन कोई मीडिया में डिबेट नहीं हो रही है ? कोई राजनीतिक दल आंसू नहीं बहा रहा है ? कोई आउटरेज नहीं ? कोई मोमबत्ती गैंग उनके लिए सामने नहीं आ रहा है ? जरा पता तो करो, जलाए गए लोग हिंदू है क्या ? अखलाक या तबरेज होता तो अब तक मामला UNO में चला गया होता।
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