गंडक नदी का जलस्तर बढ़ने से सैकड़ों बीघे में लगी तरबूज की फसल डूबी.

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श्रीनारद मीडिया रमेश मिश्रा,पानापुर,सारण,बिहार

यास तुफान के कारण लगातार हो रही बारिश की वजह से गंडक नदी के जलस्तर बढ़ने के बाद सारण जिले के पानापुर प्रखंड में तरबूज की खेती करने वाले किसानों का भारी नुकसान हुआ है क्योंकि सैकड़ों बीघे में लगी तरबूज की फसल पूरी तरह से डूब चुकी है और सारे तरबूज गंडक के पानी में तैरते हुए नजर आ रहे हैं।

इस संबंध में पानापुर प्रखंड के रामपुर रुद्र निवासी एक तरबूज किसान अनिल साहनी ने बताया की लॉक डाउन की वजह से तरबूज की बिक्री कम होने के बाद तरबूज की खेती करने वाले किसान पहले से ही मायूस थे और अब बची-खुची खेती भी गंडक के नदी के जलस्तर बढ़ने के बाद डूब गई है ऐसे में हम किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।

तरबूज की खेती करने वाले अन्य किसानों ने बताया कि उनके परिवार का भरण पोषण ही तरबूज की खेती से चलता है और पीढ़ियों से चली आ रही इस परंपरिक खेती को वे लोग भी करते आ रहे हैं लेकिन इस बार यास तूफान की वजह से लगातार हुई बारिश के कारण नदी का जलस्तर बहुत पहले ही बढ़ गया जिसके वजह से किसानों के कड़ी मेहनत के साथ साथ उनके खून पसीने की गाढ़ी कमाई जो खेती में लगी थी उसका भी नुकसान हो गया।

किसानों का कहना था कि जिस प्रकार सरकार ने यास तूफान से मरने वालों को आपदा सहायता के तहत राशि देने का फैसला लिया है उसी प्रकार तूफान के कारण हुई बारिश के वजह से जल स्तर बढ़ने के बाद अपने जीवन यापन का संपूर्ण साधन गवा चुके किसानों को भी मुआवजा मिलना चाहिए।

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