सफेद दाग जिसको समाज के लोग कुष्ठ मानते है आईये जाने आखिर है क्या ?
श्रीनारद मीडिया‚ सेंट्रल डेस्कः
सफेद दाग को अंग्रेजी में ल्यूकोडरमा कहा जाता है। यह एक प्रकार का त्वचा का रोग है जिसमें त्वचा के रंग में सफेद चकत्ते पड़ जाते हैं। ल्योकोडरमा यानी की सफेद दाग। यह शरीर के जिस हिस्से में होता है उसी जगह सफेद रंग के दाग बनने लगते हैं। धीरे-धीरे यह दाग बढ़ने लगते हैं।
इस संबंध में डॉ अनुपम आदित्य मिश्र का कहना है कि भारत में दो फीसदी आबादी इस समस्या से परेशान है। समाज में यह धारण बन गई है की यह कुष्ठ रोग है, पर यह कुष्ठ रोग नहीं होता। यह न तो कैंसर है, न ही कोढ़ होता है। सफेद दाग के मुख्य कारण हैं कैल्शियम की कमी, जलने या चोट लगना, पेट में कीड़े होना आदि खून में खराबी, विपरीत भोजन की वजह से, जैसे मछली के साथ दूध का सेवन करना, पाचन तंत्र में कीड़े होना, लीवर की समस्या, पेट में गैस की समस्या, आनुवंशिक समस्या अत्यधिक चिंता करना और तनाव लेना।
उन्होंने कहा कि सफेद दाग होना एक आम समस्या है, यह दाग हाथों, पैरों, चेहरे, होठों आदि पर छोटे रूप में होते हैं फिर ये बडे़ सफेद दाग का रूप ले लेते हैं। यह संक्रामक रोग छोटे बच्चों को भी हो सकता है। सफेद दाग का इलाज आयुर्वेद में उपल्ब्ध है। आयुर्वेद के अनुसार पित्त दोष की वजह से सफेद दाग की समस्या होती है। ल्यूकोडरमा यानी सफेद दाग का कारगर उपचार इस प्रकार है-
१-सफेद चकत्तों को दूर करने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है अपनी जीवन शैली और खान-पान में परिवर्तन लाना। करेले की सब्जी का सेवन अधिक से अधिक करना, खट्टा, ज्यादा नमक का सेवन, मछली और दही आदि से दूर रहना चाहिए।
२-तांबे के बर्तन में रात को पानी भरकर उसका सुबह सेवन करना चाहिए।
३-गाजर, लौकी और दालें अधिक से अधिक सेवन करना चाहिए। एलोवेरा का जूस पीएं। २ से ४ बादाम प्रतिदिन सेवन करें। सफेद -तिल को खाने में इस्तेमाल करें। पालक, गाय का घी, खजूर का इस्तेमाल करते रहें।
४-हरड़ को घिसकर लहसुन के रस में मिलाकर इसके पेस्ट को सफेद दाग पर लगाएं। ऐसा करने से सफेद दाग ठीक हो जाते हैं।
५-गर्म दूध में पीसी हल्दी को डालकर दिन में २ बार पीने से ५महीने में सफेद दाग से मुक्ति मिल जाती है।
६-नीम की पत्तियों का पेस्ट बनाएं, उसे छननी में डालकर उसका रस निकाल लें, फिर उसमें १ चम्मच शहद डालें और मिलाकर दिन में ३ बार पीएं।
७- दो चम्मच अखरोट का पाउडर, उसमें थोड़ा सा पानी मिलाकर पेस्ट बनाएं और इसे २० मिनट तक लगा कर रखें। दिन में ३ से ४ बार ऐसा करें।
८- एक चम्मच हल्दी पाउडर, दो चम्मच सरसों के तेल को मिलाएं, फिर इस पेस्ट को सफेद चकत्तों वाली जगह पर लगाएं और १५ मिनट तक रखने के बाद उस जगह को धो लें, ऐसा दिन में ३ से ४ बार करते रहें।
९- मूली और मांस के साथ दूध न पीएं। नींद पूरी लें, कम से कम ८ घंटे की नींद लें। साबुन और डिटरजेंट का इस्तेमाल न करें। सफेद दाग कोई लाइलाज बीमारी नहीं है, आयुर्वेदिक उपायों के जरिए इसे पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है। साथ ही यह बीमारी छूने से किसी से हाथ मिलाने से, या फिर शारीरिक संबंध बनाने से भी नहीं फैलती है।
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डॉ अनुपम आदित्य मिश्र
एम डी
पाल नगर
सिवान
संपर्क सूत्र ☎️8084071830
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