महिला प्रेमी से मिलने जालंधर पहुँच गई,इधर उसके पति को जेल भेज दिया गया.
ठेकेदार की हत्या, आक्रोशितों ने किया सड़क जाम.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार के पूर्वी चंपारण के केसरिया थाना क्षेत्र से एक अजीब मामला सामने आया है, जहां एक महिला पर इश्क का ऐसा भूत सवार हुआ की वह बिना किसी को बताए अपने प्रेमी से मिलने जालंधर पहुँच गई, और इधर उसकी हत्या के आरोप में उसके पति को जेल भेज दिया गया.
मायके वालों ने पति पर लगाया आरोप
महिला के अचानक अपने घर से लापता हो जाने के बाद उसके मायके वालों ने उसकी हत्या करके शव जला देने की तहरीर थाने में देते हुए महिला के पति को आरोपी बना दिया. पुलिस ने भी लापता महिला के पिता के लिखित आवेदन पर कार्रवाई करते हुए उसके पति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. हालांकि, शख्स के परिजन इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं हुए और उन्होंने मामले में पुलिस से सहयोग की अपील की आखिरकार पुलिस की जांच में खास ट्विस्ट सामने आया जब युवक की पत्नी अपने प्रेमी संग जालंधर में मिली.
2016 में हुई थी शादी
थाना में दिए गए आवेदन के अनुसार पिता ने अपनी बेटी की शादी केसरिया थाना क्षेत्र के लड़के के साथ 14 जून 2016 को केसरिया के वार्ड नम्बर चार निवासी दिनेश राम के साथ उन्होंने अपनी बेटी की शादी कराई थी. पहले तो सब कुछ ठीक चल रहा था लेकिन पिछले एक साल से ससुराल पक्ष की ओर से दहेज में बाइक और पचास हजार रुपये नगद की मांग की जा रही थी. उन्होंने आरोप लगाया कि दहेज देने में असमर्थता जताने पर 19 अप्रैल 2022 को उसकी हत्या कर दी, फिर उनकी बेटी का शव ना मिले इसलिए उसे जला दिया गया.
लड़की के पिता ने पुलिस मे दिया आवेदन
अनिता देवी के ससुराल से उसके लापता होने की जानकारी पिता को मिली. जानकारी होते ही अनीता के पिता केसरिया पहुंचे और अपनी बेटी की खोजबीन की. लेकिन काफी प्रयास के बाद जब अनिता का कोई पता नहीं चला, तो पिता ने दहेज की खातिर हत्या कर शव जला देने का आरोप अनिता के पति पर लगाते हुए आवेदन थाने में दिया. पुलिस ने पति को पत्नी की हत्या करने और साक्ष्य छुपाने के नियत से शव को जला देने के आरोप में न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. लेकिन तहकीकात में महिला जिंदा मिली और अपने प्रेमी के साथ रह रही थी.
बिहार में मोतीहारी नगर थाना क्षेत्र से एक मामला सामने आया है. जहां बाइक सवार बेखौफ अपराधियों ने दिनदहाड़े नगर थाना क्षेत्र के व्यस्तम गायत्री मंदिर के पास ठेकेदार कुणाल सिंह को गोलियों से भून दिया जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई. मृतक की पहचान कोटवा थाना क्षेत्र के कोटवा बाबू टोला के रहने वाले कुणाल सिंह के रूप में हुई है. घटना से आक्रोशित ग्रामीण और परिजनों ने हॉस्पिटल चौक पर टायर जला कर इसका विरोध किया. वहीं शव को सड़क पर रखकर जाम कर दिया.
घर से बाजार जा रहा था मृतक
बताया जा रहा है कि मृतक कुणाल सिंह कोटवा थाना क्षेत्र के बाबू टोला के रहने वाले थे वह गायत्री नगर स्थित अपने घर से बाजार की तरफ बाइक से जा रहे थे. उसी बीच गायत्री मंदिर के पास अज्ञात अपराधियों ने कुणाल सिंह पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी, जिससे कुणाल की मौत घटनास्थल पर ही हो गई.
आक्रोशित लोगों ने किया सड़क जाम
घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने शव को हॉस्पिटल चौक पर रखकर सड़क जाम कर दिया. घटना के दो घंटे बाद तक भी पुलिस नहीं पहुंची. इससे मौके पर मौजूद लोगों के सब्र का बांध टूट गया और आक्रोशित होकर लगातार सड़क को जाम कर हंगामा करते रहे.
पुलिस लोगों को शांत करने में जुटी रही
लोगों के ऐसे आक्रोश को देख पुलिस भी मौके पर पहुंचने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही थी. आक्रोशितों ने मौके से पुलिस को खदेड़ दिया. हॉस्पिटल चौक पर जमकर हंगामा किया जाता रहा. फिलहाल मौके पर पुलिस लोगों को शांत करने की कोशिश में जुटी हुई है.
भाई और पिता की पहले ही हो चुकी है हत्या
इससे पहले भी मृतक कुणाल सिंह के पिता नरेंद्र सिंह और उनके छोटे भाई की अगस्त 2005 में अपराधियों ने कोटवा कदम चौक के निकट हत्या कर दी थी. दोनों पिता-पुत्र की हत्या उस वक्त हुई थी जब वो कोटवा से अपने घर को लौट रहे थे. उसी समय नरेंद्र सिंह की हत्या कर दी थी. उस समय कुणाल सिंह के पिता नरेंद्र सिंह अपने पंचायत के मुखिया थे.