अंडरवियर पहनकर घूमने वाले JDU विधायक गोपाल मंडल की है विवादित कहानी.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार के सत्ताधारी दल जेडीयू के विधायक गोपाल मंडल एक बार फिर सुर्खियों हैं. दरअसल, तेजस में बनियान-अंडरबियर पहनकर घूमने के बाद उनकी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. वहीं इस मामले में नई दिल्ली रेलवे जीआरपी में एक शिकायत भी दर्ज किया गया है. बता दें कि गोपाल मंडल अपने बयानों से हमेशा सुर्खियों में रहते हैं. आइए जानते हैं उनके कंट्रोवर्सियल कहानी के बारे में.
तारकिशोर प्रसाद पर विवादित टिप्पणी– गोपाल मंडल इससे पहले डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद के ऊपर हमला बोलकर सुर्खियों में आ चुके हैं. गोपाल मंडल ने कहा था कि डिप्टी सीएम यहां पर पैसा तसीलने आते हैं. इस मामले में जब विवाद बढ़ा, तो जेडीयू ने उन्हें नोटिस थमा दिया.
मंदिर के गेट पर हंगामा– सावन में बिहार के सभी मंदिरों को बंद रखने का निर्देश सरकार की ओर से दिया गया था. लेकिन गोपाल मंडल सावन के सोमवारी को भागलपुर के एक मंदिर पहुंचकर काफी हंगामा किया. हालांकि बाद में उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि मैं पूजा करने आया था, लेकिन अनुमति नहीं दी गई, तो मैं इसको लेकर सवाल पूछा.
रिवॉल्वर से ठोक देंगे– बताते चलें कि इसी साल मार्च में गोपाल मंडल का एक बयान सुर्खियों में था. पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा था कि मैं रिवॉल्वर साथ रखता हूं, जरूरत पड़ने पर किसी को ठोक दूंगा.
बाल बालाओं के साथ मंच पर ठुमका लगाते वीडियो वायरल– दिसंबर 2020 में गोपाल मंडल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें वे बार बालाओं के साथ डांस करते हुए दिख रहे थे. हालांकि इसपर सफाई देते हुए उन्होंने कहा था कि वे सिर्फ सेल्फी लेने के लिए मंच पर चढ़े थे.
राजधानी ट्रेन के तेजस बोगी में बनियान पहनकर घूमने वाले जनता दल यूनाइटेड के विधायक गोपाल मंडल की मुश्किलें बढ़ सकती है. दरअसल, एक यात्री ने दिल्ली रेलवे में शिकायत दर्ज कराई है कि जेडीयू विधायक ने ट्रेन में उनसे गाली-गलौज की और उनके साथ को लोगों ने मुझे मारने और पीटने की धमकी दी. वहीं शिकायत दर्ज होने के बाद दिल्ली रेलवे पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.
जानकारी के अनुसार नई दिल्ली रेलवे स्टेशन जहानाबाद के एक यात्री ने दिल्ली स्टेशन पर शिकायत दर्ज कराई है. यात्री ने कहा है कि वे ट्रेन में यात्रा कर रहे थे. इसी दौरान बगल के सीट पर जेडीयू के एक विधायक यात्रा कर रहे थे.
वे ट्रेन में बनियान पहनर घूम रहे थे, जिसका मैंने विरोध किया तो वे मुझे गाली देने लगे और अपमानित करने लगे. वहीं नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के थाना प्रभारी ने बताया कि बिहार के आरा का मामला आया है, उसे हमने जांच के लिए स्थानीय थाने को भेज दिया है.
विधायक ने दी सफाई- वहीं इस पूरे मामले में विधायक गोपाल मंडल ने सफाई दी है. गोपाल मंडल ने कहा है कि वे ट्रेन में यात्रा कर रहे थे. इस दौरान उनका पेट खराब हो गया, जिस वजह से वे भागे-भागे शौचालय की ओर गए. उन्होंने आगे कहा कि उस बोगी में कोई महिला नहीं थी. ये सब झूठ है.
बताते चलें कि बुधवार को विधायक गोपाल मंडल पटना से दिल्ली जा रहे थे. वह पटना से राजधानी स्पेशल ट्रेन में सवार हुए. इस ट्रेन में तेजस की बोगी को लगाया गया था. सूचना के अनुसार विधायक के नाम से तेजस राजधानी एक्सप्रेस के ए-वन कोच के सीट नंबर 13,14 व 13 बुक थे. वे इसी में सफर कर रहे थे.
इधर, बिहार विप्लवी परिषद के चैयरमेन और आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास ने डीजीपी को पत्र लिखा है. उन्होंने अपने पत्र में कहा है कि जेडीयू विधायक पर गुंडा एक्ट के तहत केस दर्ज हो.
विधायक की कच्छे बनियान में वायरल तसवीर को कुछ चैनलों ने भी दिखाया. इसमें विधायक कच्छा व गंजी पहन कर चलते हुए दिखते हैं. इस संबंध में विधायक से बात करने की कोशिश की गयी, लेकिन उनका मोबाइल स्विच ऑफ था.मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को विधायक गोपाल मंडल को दिल्ली जाना था. वह पटना से राजधानी स्पेशल ट्रेन में सवार हुए. इस ट्रेन में तेजस की बोगी को लगाया गया है. सूचना के अनुसार विधायक के नाम से तेजस राजधानी एक्सप्रेस के ए-वन कोच के सीट नंबर 13,14 व 13 बुक थे. वे इसी में सफर कर रहे थे.
विधायक बोगी में कपड़े खोलकर गंजी व कच्छा में टॉयलेट गये और उसी कपड़े में वापस आये. इस दौरान वे बोगी में गंजी व कच्छा में दिखे. इसके बाद उसी कोच में सीट नंबर 22-23 पर यात्रा कर रहे यात्री जहानाबाद के प्रह्लाद पासवान ने महिलाओं का हवाला देकर आपत्ति जतायी तो गरमा-गरम बातें हुईं. यह घटना तब हुई जब ट्रेन दिलदारगंज को पार कर चुकी थी.
हल्ला-हंगामा सुनकर बोगी में मौजूद सीआरपीएफ की टीम ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन के रेल पुलिस को इसकी सूचना दी. जब ट्रेन वहां आयी, तो उत्तर प्रदेश की रेल पुलिस वहां पहुंची और मामले की जानकारी ली. सीआरपीएफ के एक अधिकारी के मुताबिक इस मामले में किसी तरह की लिखित शिकायत नहीं दी गयी, इसलिए ट्रेन आगे बढ़ गयी.