कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर लोगों में है जागरूकता की कमी.
श्रीनारद मीडिया, मनीष कुमार, सीवान बिहार
एक तरफ तो कोरोना से बचाव को लेकर सरकार द्वारा कई प्रकार से लोगों को सुरक्षित करते हुए टीकाकरण करवाने का प्रयास किया जा रहा है,तो दूसरी तरफ जागरूकता के अभाव में लोग टीकाकरण से दूर भागते नजर आ रहे हैं। पहले अस्पतालों में,फिर कई अलग-अलग केंद्र बनाकर और अब वैक्सीन एक्सप्रेस चलाकर लोगों को उनके गांव,उनके मुहल्ले में ही कोरोना टीका लगवाने का सरकार द्वारा प्रयास किया जा रहा है।
तो दूसरी तरफ लोग जागरूकता के अभाव में इस टीकाकरण से लगातार दूर भाग रहे हैं,जिससे सरकार की मंशा फलीभूत नहीं हो रही है,लोगों के दिमाग में कई तरह की अलग-अलग भ्रांतियां घूम रही हैं। कुछ लोगों का सोचना है कि इस टीकाकरण से जान जा सकती है, किसी के मन में है कि यदि कोई बीमारी पूर्व से हुई और हम ने टीका ले लिया तो हमारी जान जा सकती है,कहीं कोई यह सोच रहा है कि यह टीका मनुष्य को नपुंसक बना सकता है,
इस प्रकार जिले के लोगों में कई अलग-अलग भ्रांतियां घर कर गई हैं,और लोग टीकाकरण से दूर भाग रहे हैं।सरकार के द्वारा लगातार अखबारों में ,टीवी के द्वारा ,सोशल मीडिया के द्वारा एवं अन्य प्रचार तंत्र के सहारे लगातार बताया जा रहा है कि इस टीका को लगवाने से हमारे शरीर की इम्युनिटी बढ़ेगी,इससे कोई विपरीत प्रभाव नहीं पड़ेगा,बल्कि हमें इससे कोरोना से लड़ने में सहायता मिलेगी।
और टीकाकरण के बाद यदि व्यक्ति कोरोनावायरस से संक्रमित हो भी जाता है,तो उसके जान जाने की संभावना काफी कम होगी।अब समय आ गया है कि युवा, जनप्रतिनिधि,समाजसेवी आगे आएं और अपने गांव मोहल्ले के लोगों को इस टीकाकरण से होने वाले फायदों से अवगत कराए, और उनके मन की भ्रांतियों को खत्म करने की कोशिश करें। जिससे कि सरकार की यह योजना सफल हो सके और हम कोरोना के बुरे साये से बाहर निकल सके।
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