मुख्य सड़क से लेकर गलियों तक लगा है कचरे का ढेर, जानें वजह —
श्रीनारद मीडिया,रोहित मिश्रा,स्टेट डेस्क
नगर निगम सहित राज्यभर के नगर निकाय कर्मियों की हड़ताल तीसरे दिन भी जारी है। पटना शहर के एक हजार से अधिक स्थानों पर कचरे का ढेर लग गया है। मुख्य सड़क से लेकर मोहल्ले की गलियों में भी कचरे का अंबार लगा है। इसकी बदबू से लोग परेशान हैं। उन्हें बीमारियों की आशंका सताने लगी है। गंदकी के कारण लोगों का आना-जाना मुश्किल हो रहा है। बारिश होने पर स्थिति और भी नारकीय हो जाती है। जगह-जगह कचरों की ढ़ेर के कारण मच्छरों का प्रकोप बढ़ने लगा है। कई स्थानों पर कचरे के साथ पानी भी जमा है। डेगू मच्छरों की संख्या में वृद्धि की भी संभावनाएं हैं। कर्मियों के हड़ताल के कारण फॉगिंग बंद है। मच्छरों पर नियंत्रण समाप्त हो गया है। उसे बढ़ने का मौका मिल गया है। कर्मियों के हड़ताल के कारण कचरे का उठाव व्यवस्था भी ठप है।
नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा का कहना है कि शहर के कचरे का उठाव कराने के लिए हर अंचल में टीम का गठन किया गया है। हड़ताल के बाद भी कचरे का उठाव कराया जा रहा है। मुख्य सड़कों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। कानून को हाथ में लेने वाले हड़ताली कर्मियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
नगर निकाय कर्मियों की हड़ताल के कारण कार्यालयों में कामकाज बाधित हो गया है। फाइलें इधर से उधर नहीं जा पा रही हैं। जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बननाने सहित सभी तरह के कार्य बंद हैं। सिर्फ होल्डिंग टैक्स वसूली का काउंटर खुला है। कार्यालयों में कर्मियों की संख्या में कमी आ गई है। पटना नगर निगम सभी अंचलों में सफाई के लिए टास्क फोर्स का गठन किया है।
टस्क फोर्स मुख्य सड़कों और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के आसपास सफाई कराने में हांफ रही है। आउटसोर्सिंंग वाले कर्मियों से सफाई कार्य कराने का प्रयास हो रहा है। आठ हजार कर्मियों के स्थान पर 500 कर्मी सफाई कार्य में लगे हैं।
नागरिक घरों में रखे कचरे को सड़कों पर फेंकने लगे हैं। इस कारण सड़कों की स्थिति भयावह हो गयी है। 2017 के पहले जैसी हालत सड़कों की हो गई है। एक हजार से अधिक स्थानों पर कचरे का ढेर लग गया है। लोहानीपुर, कदमकुआं, खेतान मार्केट, मछुआटोली, दरियापुर, लंगरटोली, मुसलहपुर, बाजार समिति, राजेंद्र नगर, कंकड़बाग में विभिन्न स्थानों पर, चितकोहरा, पंजाबी कॉलोनी, अनीसाबाद पुलिस कॉलोनी, गर्दनीबाग, सरिस्ताबाद, जक्कनपुर, मीठापुर, दीघा, मैनपुरा, दुजरा, बुद्धाकॉलोनी, चकारम, एसकेनगर, किदवईपुरी, नागेश्र कॉलोनी मोड़, पुनाईचक, राजीच नगर, नेहरूनगर, इंद्रपुरी, पटेलनगर सहित शहर में जगह-जगह कचरे का अंबार लग गया है।
बिहार लोकल बॉडिज कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष चंद्रप्रकाश सिंह ने दावा किया कि राज्यभर के नगर निकाय के स्थायी, दैनिक कर्मी, आउटसोसंग कर्मी हड़ताल में हैं। नगर निकाय प्रशासन के बहकावे में नहीं आने वाले हैं। सरकार को मांगें माननी पड़ेगी। ग्रुप डी का पद नहीं रहेगा तो गरीब और वंचित कर्मी सरकारी सेवक कैसे बन पाएंगे। आरक्षण का लाभ उन्हें नहीं मिल पाएगा। ऐक्टू नेता रणविजय कुमार ने बताया की हड़ताल शांतिपूर्ण तरीके से सफलतापूवर्क तरीके से चल रही है। उनकी मुख्य मांगों में दैनिक कामगारों की सेवा का नियमितीकरण, ग्रुप डी का पद वापस करने, समान कार्य के समान वेतन के तहत 18 हजार से 21 हजार तक मानदेय देने, आउटसोर्स, ठीका व कमीशन प्रथा बंद करने, अनुकंपा की बहाली शुरू करने तथा सेवानिवृत्त कर्मियों के बकाया राशि का भुगतान कराने, स्थायी कर्मियों को समान रूप से 7वां वेतन, पेंशन, आजीवन पारिवारिक पेंशन की सुविधा देने आदि शामिल हैं।