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बदलते दौर में प्रौद्योगिकी कौशल की है नितांत आवश्यकता-महेश - श्रीनारद मीडिया
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बदलते दौर में प्रौद्योगिकी कौशल की है नितांत आवश्यकता-महेश

बदलते दौर में प्रौद्योगिकी कौशल की है नितांत आवश्यकता-महेश

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श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार)

सीवान जिला के बड़हरिया प्रखंड के विभिन्न स्कूलों में केंद्र प्रायोजित कार्यक्रम ” शिक्षा सप्ताह” के तत्वावधान में आज पांचवे दिन प्रौद्योगिकी कौशल और डिजिटल पहल दिवस मनाया गया। इस मौके पर मध्य विद्यालय सह उमावि सदरपुर के शिक्षक महेश कुमार प्रभात ने कहा कि इसके अंतर्गत बच्चों को बदलते दौर में नौकरी प्रोफाइल की बदलती प्रकृति और नए कौशल की आवश्यकता को पहचानना होगा। क्योंकि यह युग प्रौद्योगिकी और तकनीकी की है।

उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में प्रौद्योगिकी की भूमिका पर चर्चा करते हुए कहा कि आज के परिवेश में नौकरी की प्रकृति बिल्कुल बदल गई है। पहले शारीरिक मेहनत आधारित नौकरियां होती थीं। यानी शारीरिक क्षमता का महत्व अधिक था और अब मानसिक क्षमता की महत्ता बढ़ गयी।

यूं कहें कि आज आधुनिकता के दौर तकनीकी की महत्ता पूरे विश्व में है। विश्व में नए नयी-नयी तकनीकी की होड़ मची है जिसके अंतर्गत विश्व के वैज्ञानिकों के बीच प्रतिस्पर्धा पैदा हो गई है। वैज्ञानिक दिन-रात नई-नई तकनीकों के खोज में लगे रहते हैं।

नतीजतन आज सारे रोजगार के अवसर तकनीकी पर आधारित हो चुके हैं। सैद्धांतिक ज्ञान से व्यवहारिक ज्ञान की महत्ता काफी बढ़ गयी है। खासकर शिक्षा के क्षेत्र में प्रौद्योगिकी इस प्रकार प्रभावी है कि उसके बेगैर हम एक कदम भी अब आगे नहीं बढ़ सकते है।इसने पूरी दुनिया को एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में सिमटा दिया है।

हम दुनिया की तमाम जानकारियां कंप्यूटर के माध्यम से घर बैठे हासिल कर सकते हैं। आज शिक्षण कौशल भी शिक्षा प्रौद्योगिकी के माध्यम से सरल और सहज हो गया हैं। घर बैठे ही बच्चे जिन विषयों की जानकारी करना चाहे, ऑनलाइन स्टडी कर सकते हैं। दुनिया के कोने-कोने में बसे मित्रों और विद्वानों से कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जुड़कर अपने जानकारियों को विस्तारित कर सकते हैं। घर बैठे ऑनलाइन क्लास चला सकते हैं।

ये सारी सुविधाएं इतनी रोचक हैं कि बिना ऊबे हमारे बच्चे रोचकता के साथ इसे ग्रहण करते जाते हैं। जैसे किड्स प्ले विद्यालयों में जब बोर्ड पर मन मोहक दृश्यों को दर्शाते हुए बच्चों को पढ़ाया जाता है तो हमारे बच्चे उन्हें आसानी से सीखते हैं। इस प्रकार से यह कहने में हिचक नहीं हो रही है कि मानव जीवन में अब प्रौद्योगिकी की पूरी तरह दखल हो चुकी है।

हम उसके बेगैर इस आधुनिक युग में बेहतर और सुगम जीवन की कल्पना नहीं कर सकते हैं। वहीं शिक्षा सप्ताह के प्रौद्योगिकी कौशल और डिजिटल पहल दिवस पर बड़हरिया प्रखंड मध्य विद्यालय पहाड़पुर में विशेष कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस मौके पर प्रधानाध्यापक राजाराम मांझी, विनोद कुमार,अनिल कुमार, ब्रजेश प्रसाद, अनीता कुमारी, सुस्मिता कुमारी, अनीता कुमारी, यासमीन खातून सहित सभी शिक्षक मौजूद थे।

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