जीरादेई में पर्यटन की है अपार संभावनाएं
जिले का बढ़ेगा राजस्व ।
तीतिर स्तूप को पुरातात्विक व पर्यटन स्थल घोषित करने की मांग ।
श्रीनारद मीडिया‚ सीवान (बिहार):
सीवान जिले के जीरादेई प्रखण्ड क्षेत्र के तीतिर स्तूप के पास स्थित बुद्ध मंदिर परिसर में सोमवार को सिवान तीतिर स्तूप विकास मिशन के सदस्यों की बैठक आयोजित की गई ।मिशन के संस्थापक सदस्य सह शोधार्थी कृष्ण कुमार सिंह ने बताया कि गणतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ राजेन्द्र प्रसाद का पैतृक निवास तथा भगवान बुद्ध के जीवनकाल से संबंधित तीतिर स्तूप प्रयटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन सकता है ।
उन्होंने बताया कि देशरत्न के आवास तथा तीतिर स्तूप पर कोरोना काल के पूर्व प्रतिवर्ष विदेशी बौद्ध पर्यटकों का आना जाना लगा रहता था ।उन्होंने बताया कि तीतिर स्तूप का दर्शन करने वियतनाम ,थाईलैंड ,वर्मा , श्रीलंका ,तिब्बत ,भूटान ,बोधगया , नागपुर आदि के बौद्ध पर्यटक आ चुके है ।बौद्ध उपासक सह मिशन के सदस्य प्रमोद शर्मा ने बताया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार , पर्यटन मंत्री सह सिवान के जिला प्रभारी मंत्री नारायण प्रसाद ,
पूर्व कला एवं संस्कृति मंत्री मंगल पांडेय ,सांसद कविता सिंह आदि से मिशन के सदस्यों ने पत्र देकर पुरातात्विक व पर्यटन स्थल घोषित करने का मांग किया तथा कला एवम संस्कृति विभाग से तीतिर स्तूप का स्थल जांच पर कराया गया है पर अभी तक पुरातात्विक स्थल घोषित नहीं हो पाया जबकि 2018 में भारतीय पुरातत्व विभाग ने तीतिर स्तूप पर
परीक्षण उत्खनन किया तथा प्रचूर मात्रा में पुरातात्विक साक्ष्य पाया । उन्होंने बताया कि तीतिर स्तूप को विकसित करने से जिले का राजस्व बढ़ेगा क्योंकि यहाँ देश विदेश की प्रयटकों की संख्या बढ़ेगी ।मिशन के सदस्यों ने कहा कि आगामी मंगलवार को सिवान में पर्यटन मंत्री से मिलकर पुनः तीतिर स्तूप से संबंधित ज्ञापन दिया जायेगा।
इस मौके पर माधव शर्मा , वंदना सिन्हा ,बलिंद्र सिंह ,घनश्याम सिन्हा, अंगद प्रसाद,ओमप्रकाश कुशवाहा ,विकेश सिंह ,दिग्विजय सिंह आदि उपस्थित थे ।
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