जिले के इस चेकपोस्ट पर चेक करने वाला कोई नहीं, बॉर्डर से बेरोक-टोक दाखिल हो रहे लोग
बिहार में रेलवे स्टेशन और हवाई अड्डों पर आने वाले यात्रियों की जांच की व्यवस्था की गई है, लेकिन सड़क मार्ग से हर रोज आ रहे परदेसियों को रोकने-टोकने वाला कोई नहीं है। इसकी तस्दीक हमने सोमवार को बिहार-यूपी सीमा पर स्थित धरनी छापर चेक पोस्ट पर की। इस चेकपोस्ट से आगे उत्तर प्रदेश शुरू हो जाता है। मैरवा से उत्तर प्रदेश के रामपुर बुजुर्ग, सलेमपुर, देवरिया, गोरखपुर जाने वाली इस मुख्य सड़क के बिहार-यूपी सीमा के निर्धारित धरनी छापर स्थल पर चेक पोस्ट का बोर्ड तो लगा है, लेकिन यहां चेकिंग जैसा कुछ हाेता हमें नहीं दिखा।
सोमवार की सुबह करीब साढ़े पांच बजे हमारी टीम ने पाया कि यहां चेकपोस्ट के बोर्ड के अलावा रोकटोक करने वाला कोई नहीं है। चेक पोस्ट के बोर्ड पर सिवान पुलिस लिखा हुआ है। यह बोर्ड सीमा पार से आने वाले लोगों का स्वागत कर रहा है। बोर्ड सड़क के किनारे इस तरह लगाया गया था कि वाहनों की आवाजाही प्रभावित न हो। वहां बिहार पुलिस का कोई अता पता नहीं था।
इस चेक पोस्ट पर सीमापार और बिहार के बाहर से आने वाले लोगों की कोरोना जांच या रिकॉर्ड अंकित करने की कोई व्यवस्था नहीं थी। हालांकि उत्तर प्रदेश से सिवान जिले में प्रवेश करने के कई मुख्य मार्ग हैं। इनमें प्रमुख मैरवा-गुठनी-मेहरौना-लार रोड भी है, लेकिन इस मार्ग से भी गोरखपुर, देवरिया, सलेमपुर होते हुए लोग मैरवा सिवान पहुंचते हैं।
इसी चेक पोस्ट पर पुलिस अक्सर शराब धंधेबाजों पर नजर रखती है और कई बार बड़े पैमाने पर शराब की खेप पकड़ी जा चुकी है, लेकिन वर्तमान परिस्थिति में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को ध्यान में रखते हुए लोगों के आवागमन पर विशेष नजर रखने की जरूरत बताई जा रही है, लेकिन देखने से ऐसा लगा कि आने-जाने वालों के लिए कोई रोक-टोक नहीं है। यहां कोरोना जांच की कोई व्यवस्था नहीं देखी गई। करीब आधे घंटे तक वहां रुकने के दौरान कई बाइक पर सवार लोगों को बेरोकटोक उधर से इधर सीमा पार कर आते देखा गया।