केंद्र जाकर टीका लगाने का नहीं मिलता था समय, अब घर पर टीकाकरण टीम आने से टीका लगाना आसान : राजू चौरसिया
– घर पर टीकाकरण टीम पहुँचने पर परिवार के पांच सदस्यों ने लगाया एक साथ टीका
– हर घर दस्तक अभियान द्वारा घर पर कोविड-19 टीका लगाने से लोगों में है प्रसन्नता
– टीका लगाने से इंकार करने पर स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा किया जा रहा जागरूक
– हर घर दस्तक अभियान के तहत पहले दिन जिले के 29 हजार से अधिक लोगों ने घर में लगाया टीका
श्रीनारद मीडिया‚ पूर्णिया, (बिहार)
“मेरे घर में कुल सात सदस्य रहते हैं जिनमें से छः लोग 18 वर्ष से अधिक उम्र के हैं। परिवार का एक सदस्य परिवारिक आजीविका अर्जित करने के उद्देश्य से दूसरे राज्य में रहता है। अन्य लोगों में भी सभी पुरुष दिन भर काम के सिलसिले में घर से बाहर रहते हैं। इस कारण हमें अबतक ऐसा मौका नहीं मिल सका कि हम समय निकालकर टीकाकरण केंद्र जा सकें और कोरोना से सुरक्षा के लिए टीका लगा सकें। आज हमारे घर में परिवारिक उत्सव के कारण सभी सदस्य उपस्थित थे। इसी दौरान स्थानीय सेविका, सहायिका तथा आशा के साथ एएनएम की टीम कोविड-19 टीका लगाने के लिए आई। टीम के आने पर मेरे घर के 05 सदस्यों द्वारा कोविड-19 का टीका लगाया गया जिसमें एक सदस्य द्वारा दूसरा डोज तथा अन्य सदस्यों द्वारा पहली डोज का टीका लगाया गया। टीका लगाने से हमें कोई दिक्कत महसूस नहीं हुई और हम खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।” यह कहना है पूर्णिया पूर्व (ग्रामीण) प्रखंड के वीरपुर पंचायत स्थित सिमलगाछी के 56 वर्षीय निवासी राजू चौरसिया का। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा लोगों को कोरोना वायरस से सुरक्षित रखने के लिए घर-घर तक पहुँचकर लगाया जा रहा टीका लोगों के लिए बहुत अच्छा अभियान है। इससे सभी लोगों को टीका लगाना बहुत आसान हो गया है।
सरकार द्वारा लोगों को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए 16 नवंबर से हर घर दस्तक अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत अबतक टीकाकरण से वंचित लोगों को पोलियो अभियान की तरह घर पर जाकर टीका लगाया जा रहा है। इसके लिए जिला प्रशासन तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले के सभी क्षेत्रों तक मोबाइल टीम नियुक्त की गयी है जो घर-घर जाकर वंचित लोगों को टीका लगा रही है।
हर घर दस्तक अभियान द्वारा घर पर कोविड-19 टीका लगाने से लोगों में है प्रसन्नता :
हर घर दस्तक अभियान के तहत स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा लोगों को घर तक जाकर टीका लगाए जाने से लोगों में बहुत प्रसन्नता है और वह सरकार तथा जिला प्रशासन के इस अभियान की सराहना कर रहे हैं। सिमलगाछी निवासी धीरेंद्र कुमार ने कहा कि पहले कोरोना टीका लगाने के लिए हमें कहीं दूर जाना पड़ता था। उसके बाद लम्बी कतार में अपने बारी की प्रतीक्षा करनी पड़ती थी जिसमें बहुत समय नष्ट हो जाता था। इस कारण लोग टीका लगाने जाने से भी परहेज करते थे। लेकिन अब इस अभियान के शुरू होने से हर कोई अपने घर में टीका लगा सकता है। मेरे घर में भी सभी पुरुष सदस्य द्वारा बाहर टीकाकरण केंद्र जाकर टीका लगाया गया था। लेकिन मेरी पत्नी का स्वास्थ्य खराब रहने के कारण उसे ले जाकर टीका नहीं लगवा पाया था। आज मोबाइल टीम द्वारा घर पर आने से मैंने अपने पत्नी को टीका का पहला डोज लगवाया। यह अभियान वाकई में लोगों के लिए बहुत अच्छा है। सिमलगाछी गांव में एएनएम कृष्णा कुमारी तथा डेटा ऑपरेटर रमन कुमार द्वारा लोगों को टीका लगाया जा रहा था। उसके साथ स्थानीय आंगनवाड़ी सेविका सुनीता देवनाथ, सहायिका सीमा देवी, आशा विमला देवी द्वारा भी टीकाकरण मोबाईल टीम को सहयोग किया जा रहा था। स्थानीय आईसीडीएस महिला पर्यवेक्षिका कंचन कुमारी द्वारा उस क्षेत्र के सभी टीकाकरण मोबाईल टीम का निरक्षण भी किया गया।
टीका लगाने से इंकार करने पर स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा किया जा रहा जागरूक :
अभी भी बहुत से लोग हैं जो टीका लगाने से दूर भाग रहे हैं। पूर्णिया पूर्व प्रखंड के बीएचएम विभव कुमार ने बताया कि शुरुआत में टीका लगाने से कुछ लोगों को थोड़ा बुखार, दर्द आदि की दिक्कतें हो रही थी। इस कारण से वैसे लोग अब दूसरा डोज लेने से इंकार करते हैं। इसके लिए स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा उस क्षेत्र में जाकर उन लोगों को समझाया जाता है कि अब उन्हें इसकी भी समस्या नहीं होगी। अगर उसे ऐसा कोई समस्या होती है तो उसके लिए उन्हें दवाई भी दी जाती है। बहुत से लोग इससे जागरूक हो रहे हैं और अपनी सुरक्षा का टीका लगा रहे हैं।
हर घर दस्तक अभियान के तहत पहले दिन जिले के 29 हजार से अधिक लोगों ने घर में लगाया टीका :
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. विनय मोहन ने बताया कि हर घर दस्तक अभियान की शुरुआत 16 नवंबर से हुई है जो अगले सात दिन तक एक-एक दिन छोड़कर चलाई जाएगी। इस अभियान के तहत पहले दिन जिले के कुल 29 हजार 166 लोगों द्वारा टीका लगाया गया। इसमें अमौर में 3009, बैसा में 5020, बायसी में 3102, बनमनखी में 6955, बी. कोठी में 632, भावनीपुर में 257, डगरूआ में 725, धमदाहा में 611, जलालगढ़ में 362, कसबा में 1067, के.नगर में 3516, पूर्णिया पूर्व ग्रामीण में 1504, पूर्णिया शहरी में 821, रुपौली में 544, श्रीनगर में 861 लोगों को टीका लगाया गया। इसके साथ ही शहरी क्षेत्र स्थित टाउन हॉल में भी 180 लोगों को सुरक्षा का टीका लगाया गया।
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