गरज के साथ अभी और होगी बारिश, मौसम विभाग का अलर्ट.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के चक्रवात शाहीन के चलते देश के सात राज्यों- बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक और गुजरात में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।आइएमडी के ताजा अनुमान के अनुसार गहरा दबाव जो अब चक्रवात शाहीन में बदल गया है। इसका असर भारत के अलावा पाकिस्तान और ईरान में भी नजर आएगा।
मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि अरब सागर में गहरा दबाव चक्रवात शाहीन में तब्दील हो गया है। वहीं, अब देश के कई राज्यों में शनिवार को चक्रवात के खतरनाक रूप लेने की आशंका जताई गई है। इससे कच्छ और सौराष्ट्र में भारी बारिश हो सकती है।
आइएमडी ने कहा कि भीषण चक्रवाती तूफान शाहीन आज दोपहर ढाई बजे उत्तर पश्चिमी अरब सागर पर केंद्रित हो गया है। 4 अक्टूबर 2021 के शुरुआती घंटों के दौरान ओमान तट को पार करने की संभावना है। चक्रवाती तूफान जिसकी अधिकतम निरंतर हवा की गति 80 से 90 किमी प्रति घंटे से लेकर 100 किमी प्रति घंटे तक बनी हुई है।
मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवाती तूफान शाहीन के तेज होने के बाद 90 से लेकर 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है। इसके अरब सागर में भारत के तटों से पाकिस्तान में मकरन के तटों की तरफ बढ़ने की आशंका है।
दिल्ली में हल्की बारिश की है आशंका
देश की राजधानी दिल्ली के मौसम की बता करें तो यहां शनिवार को आंशिक रूप से बादल छाए रहे। इसके साथ ही आइएमडी ने हल्की बारिश या बूंदा बांदी की भविष्यवाणी की जो रविवार तक जारी रहेगी। आइएमडी के अनुसार नोएडा, ग्रेटर नोएडा, फरीदाबाद और गुरुग्राम के आसपास के इलाकों में भी हल्की बारिश की संभावना है। शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी में अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 26 डिग्री सेल्सियस तक बने रहने की संभावना है।
राष्ट्रीय राजधानी के कुछ हिस्सों में शुक्रवार को भी हल्की बारिश दर्ज की गई। आइएमडी ने शुक्रवार को बारिश को देखते हुए शहर के लिए ग्रीन अलर्ट जारी किया है और सुझाव दिया है कि मौसम और खराब हो सकता है, जिससे दिन-प्रतिदिन की गतिविधियां प्रभावित हो सकती हैं।
उत्तर प्रदेश के इन 16 जिलों में अगले पांच दिनों तक बारिश के आसार
वहीं, उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में दो दिनों की हल्की बारिश के बाद गुरुवार रात से ही भारी बारिश हो रही है। इसके चलते सामान्य जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। जिले में आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने अगले पांच दिनों तक बारिश की संभावना जताई है। लगातार हो रही बारिश से सड़कें तालाब बन गई हैं और सड़कों पर बिखरा कचरा अब एकत्रित पानी में तैर रहा है। इससे लोगों में संक्रामक रोगों के फैलने का डर पैदा हो गया है। गाजीपुर जिले में बारिश संभवत: चक्रवात गुलाब के अवशेषों का प्रभाव है जो पहले भारत के पूर्वी तट से टकराया था।
उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल के सोलह जिलों को चक्रवाती तूफान गुलाब के अवशेष के प्रभाव से सावधान रहने के लिए मौसम विभाग ने एडवाइजरी जारी की है। सोलह जिले हैं बलिया, गाजीपुर, चंदौली, देवरिया, मऊ, कुशीनगर, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, गोरखपुर, आजमगढ़, अंबेडकर नगर, जौनपुर, संत कबीरनगर, अयोध्या, बस्ती और सुल्तानपुर। जिला प्रशासन को लोगों को यात्रा करने से बचने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह देने के लिए कहा गया है।
आइएमडी ने उत्तर बंगाल में भारी बारिश के लिए अलर्ट जारी किया
वहीं, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) ने शनिवार को पश्चिम बंगाल के उत्तरी भाग के सभी जिलों में 2 अक्टूबर से 4 अक्टूबर तक भारी बारिश के लिए अलर्ट जारी किया। इस अवधि के दौरान आइएमडी ने कहा कि उत्तर बंगाल में गरज के साथ बौछारें पड़ने की बहुत संभावना है। इसके साथ ही 3 और 4 अक्टूबर को दक्षिण बंगाल में समान गतिविधि बढ़ने की संभावना बनी हुई है।
मौसम विभाग ने कहा कि एक कम दबाव का क्षेत्र पश्चिम बिहार और उससे सटे पूर्वी उत्तर प्रदेश पर बना है। इसके पूर्व की ओर बढ़ने और 3 से 4 अक्टूबर के दौरान पूर्वी बिहार और उससे सटे उत्तर बंगाल तक पहुंचने की संभावना है। 2 से 4 अक्टूबर के दौरान उत्तर बंगाल के जिलों में बारिश की गतिविधि बढ़ने की संभावना है।
पिछले तीन दिनों से सूबे में कहीं भारी तो कहीं अतिभारी बारिश का सिलसिला जारी है। अगले 24 घंटों में नौ जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। पिछले 24 घंटों में राज्य के 11 जिलों में भारी बारिश हुई। सबसे ज्यादा बारिश मुजफ्फरपुर के बैरिया में 233.5 मिमी दर्ज की गई। नवादा के नरहट में 146.8 मिमी, वैशाली के महुआ में 145.2 मिमी, पश्चिम चंपारण के चटिया में 138.4 मिमी, गोपालगंज के 119.6 मिमी, बक्सर में 117.5 मिमी, मुजफ्फरपुर के मुसहरी में 113.8 मिमी बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने राज्य के कई जिलों में ठनका गिरने का अलर्ट जारी किया है। वहीं शुक्रवार को पटना समेत इसके आसपास के क्षेत्रों में भी आकाश में घने बादल छाए रहने के साथ रुक-रुक कर बारिश होती रही। पटना में दिन भर में 4.8 मिमी बारिश हुई है।
क्यों हो रही इतनी बारिश
प्रदेश में हो रही बारिश के कारण तापमान में भी तीन डिग्री सेल्सियस की कमी आई है। मौसम विभाग केंद्र पटना के अनुसार दक्षिण बिहार एवं इसके आसपास स्थित निम्न दबाव का क्षेत्र शनिवार को पश्चिम बिहार एवं इससे सटे पूर्वी उत्तरप्रदेश की ओर खिसका है। वहीं साइक्लोनिक सर्कुलेश समुद्रतल से 7.6 किमी तक फैला है। दूसरी ओर एक चक्रवाती परिसंचरण जो बंगाल की खाड़ी के मध्य भाग में स्थित था, वह दक्षिण-पश्चिम की ओर खिसक गया है।
ये होगा असर
अगले दो दिन चक्रवाती हवा के साथ बारिश की स्थिति बनी रहने वाली है। रविवार को उत्तरी बिहार के जिलों में बिजली चमकने के साथ मेघ गर्जन, जबकि पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर में अतिभारी वर्षा का पूर्वानुमान है। वहीं 36 घंटों के दौरान राज्य में 40 से 60 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चलने का पूर्वानुमान है। साथ ही राज्य के कई जिलों में ठनका गिरने का अलर्ट है। चार अक्टूबर से मौसम में सुधार हो सकता है। प्रदेश में मानसून की वापसी होने में कुछ वक्त लगेगा। बिहार से मानसून के विदा होने का समय 10 अक्टूबर है। मानसून की वापसी 10 से 15 अक्टूबर तक होने की संभावना है।
इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
मधुबनी, दरभंगा, सहरसा, किशनगंज, कटिहार, सुपौल, अरिरया, मधेपुरा, पूर्णिया
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