बचपन में अपने पिता की हत्या करना चाहता था यह IPS अफसर, शिवदीप लांडे की पूरी कहानी
श्रीनारद मीडिया, राकेश सिंह, स्टेट डेस्क:
बिहार के कोसी क्षेत्र (सहरसा) के नए डीआइजी शिवदीप वामनराव लांडे ने अपनी जिंदगी को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है. अपनी किताब में आईपीएस अफसर शिवदीप वामनराव लांडे ने बताया कि कैसे वह बचपन में अपने पिता की हत्या करना चाहते थे और घर छोड़कर भाग जाना चाहते थे. उन्होंने अपनी मां के संघर्ष को भी किताब में बताया.
आईपीएस अफसर शिवदीप वामनराव लांडे ने रविवार को ‘वूमेन बिहाइंड द लायन’ किताब का विमोचन किया. शिवदीप लांडे ने बताया कि इस किताब में एक लड़के की कहानी है, जिसे बचपन में लगता था कि उसे अपने पिता की हत्या कर देनी चाहिए या घर छोड़कर भाग जाना चाहिए, और आज वो आईपीएस ऑफिसर है.
शिवदीप लांडे अभी बिहार के सहरसा रेंज के डीआईजी हैं. इस किताब में उन्होंने एक मां के समर्पण और संघर्ष के बारे में बताया है. शिवदीप लांडे ने बताया कि कैसे वह एक निम्न घर से ताल्लुक रखने के बावजूद भी अपने संघर्ष से आज इस मुकाम पर पहुंचे हैं. शिवदीप लांडे की गिनती बिहार के तेज-तर्रार आईपीएस अफसरों में होती है
शिवदीप लांडे वैसे तो बिहार कैडर के आईपीएस अफसर हैं, लेकिन पिछले पांच साल से महाराष्ट्र तैनात थे. शिवदीप लांडे जब बिहार में एसटीएफ के एसपी के पद पर तैनात थे, तब उनका तबादला महाराष्ट्र कैडर के लिए हो गया था. बिहार वापसी तक वह महाराष्ट्र एटीएस में डीआईजी के पद पर पहुंच चुके थे. उन्हें बिहार के सहरसा रेंज का डीआईजी बनाया गया है.
मूल रूप से महाराष्ट्र के अकोला के रहने वाले शिवदीप वामनराव लांडे का बचपन दुश्वारियों में गुजरा है. उनके पिता एक गरीब किसान थे. शिवदीप लांडे दो भाइयों में बड़े हैं. उनकी परवरिश बेहद मुश्किल हालातों में हुई थी. स्कॉलरशिप की मदद से शिवदीप लांडे ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और बाद में यूपीएससी टॉप किया.
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